
कोरोना: स्वस्थ रहना है तो अपनाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खे

सुबह गिलोय का काढ़ा बनाकर पीएं
दोपहर के भोजन के बाद लें सोंठ का पानी
रात का भोजन सोने से तीन घंटे पहले लें
दिव्या श्री.
कोरोना संक्रमण से बचाव में किसी भी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ऐसे में आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. वंदना पाठक कहती हैं कि संतुलित आहार-विहार से कोई भी व्यक्ति अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकता है। इसके लिए सूर्योदय के पहले उठें। नित्यक्रिया के बाद गुनगुने पानी से गरारा करें। यदि सूखी खांसी हो तो सेंधा नमक और गाय का घी मिलाकर पीठ और सीने पर हल्के हाथ से मालिश करें। फिर अजवायन के पानी का भाप लें। एक घंटे बाद हल्के गर्म पानी से स्नान करें। तिल का तेल या गाय का घी नाक के अंदर लगाएं।
हमें भुजंगासन, उदगीत, भ्रामरी, भस्त्रिका, कपालभाति किसी योग्य शिक्षक के मार्गदर्शन में प्रतिदिन करेें। ध्यान आदि के बाद काढ़ा पीएं। काढ़ा बनाने के लिए प्रति व्यक्ति दो इंच गिलोय लें। इसे साफ कर कूट लें। चार कप पानी में डालकर चूल्हे पर चढ़ा दें और एक कप बचने पर सेवन करें। नाश्ता में सत्तू, भुना चना या भुना हुआ कोई अन्य अनाज लें। नाश्ता लेने बाद त्रिकटु-एक ग्राम, सोंठ, पिपली, काली मिर्च पाउडर बराबर मिलाकर शहद के साथ लें।
दोपहर के भोजन में दाल, चावल, सीजनल सब्जी, खिचड़ी आदि भूख लगने पर ही लें। अनाज पुराना होना चाहिए। इस सीजन में जौ, चना, मूंग, मसूर लाभकारी होगा। भोजन के बाद सोंठ का पानी लें। संभव हो तो दिन में कई बार ले सकते हैं। एक लीटर पानी तब तक गरम करें, जब तक वह आधा लीटर रहे। प्यास लगने पर एक चुटकी सोंठ पाउडर मिलाकर एक कप में पी लें।
वहीं रात का भोजन सोने से तीन घंटे पूर्व लें लेकिन भूख लगने पर, भोजन में पतली खिचड़ी गाय के घी के साथ लें। खिचड़ी पकाने से पहले सब्जियां भी मिला लें। सोने से पहले एक से तीन ग्राम हरड़ का चूर्ण गुनगुने पानी से लें। मीठा खट्टा, नमकीन, अम्ल लवण रस युक्त आहार अत्यधिक मात्रा में न लें। फ्रिज में रखा बासी भोजन कदापि न लें।
इस ऋतु में कड़वा, तीखा, कसैला युक्त आहार को प्रोत्साहन दें। इसमें करैला, काली मिर्च, अदरक और आंवला आते हैं। इस समय दही लेने की अनुमति आयुर्वेद नहीं देता है। हल्दी, काली मिर्च, सौंफ, अजवायन, मेथी, धनिया, आंवला, सोंठ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इस आहार विहार से इम्यून सिस्टम मजबूत होता जाएगा।