
महिला दिवस पर विशेष : खेल की दुनिया में देश की बेटियों ने लहराया तिरंगा

दिव्या श्रीवास्तव
हिमा दास
ढिंग एक्सप्रेस के नाम से मशहूर भारत की महिला स्प्रिंटर हिमा दास ने साल 2019 में 2 जुलाई को पोलैंड में पोजऩान एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स टूर्नामेंट से मैदान पर वापसी की, जिसमें उन्होंने 200 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। इसके एक हफ्ते के बाद 13 जुलाई 2019 को हिमा दास ने चेक गणराज्य में 23.43 का समय निकालकर क्लादनो एथलेटिक्स मीट में 200 मीटर की रेस पूरी कर गोल्ड जीता। 20 जुलाई को एक बार फि र से हिमा दास चेक गणराज्य में नोव मेस्टो की 400 मीटर की दौड़ में शामिल हुयीं। जहां उन्होंने अपना 5वां गोल्ड मेडल हासिल किया। इससे पहले हिमा ने जुलाई में ही 2, 6, 14 और 17 तारीख को भी अलग- अलग अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं की 200 मीटर दौड़ में चार स्वर्ण पदक जीते थे। हिमा दास ने 21 दिन के भीतर छह गोल्ड मेडल जीतकर देशवासियों को हैरान कर दिया था।
मानसी जोशी
भारत की पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने साल 2019 में बीडब्ल्यूएफ पैरा- बैडमिंटन वल्र्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण हासिल कर इतिहास रचा। उन्होंने इस चैंपियनशिप में पैरा- बैडमिंटन इवेंट के महिला एकल वर्ग की एसएसल 3 श्रेणी में पारुल परमार को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। एसएसल 3 पैरा गेम्स की वह श्रेणी होती है जिसमें खिलाड़ी के एक या दोनों पैरों में कोई गड़बड़ी या अपंगता होती है। जिसकी वजह से वह चलने और दौडऩे में असमर्थ होता है।
पी.वी. सिंधु
भारतीय की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने 25 अगस्तए 2019 को बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर
इतिहास रच दिया। इस प्रतियोगिता के महिला एकल के फ ाइनल में सिंधु ने अपनी चिर- प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21.7, 21.7 से हराया। इस जीत के साथ पीवी सिंधु वल्र्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय शटलर बनीं। सिंधु संयुक्त रूप से दुनिया की सबसे सफ ल महिला एकल शटलर भी हैं, जिन्होंने छह वल्र्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में से पांच में पदक जीते हैं।
पी.यू. चित्रा
भारत की मध्यम दूरी की महिला धाविका पीयू चित्रा ने साल जून 2019 में स्वीडन में आयोजित फ ॉक्सम ग्रैंड प्रिक्स में महिलाओं की 1500 मीटर दौड़ में स्वर्ण जीतकर देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने इस रेस में अपने सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। इससे पहले चित्रा ने अप्रैल में एशियन चैंपियनशिप में 4 मिनट 12.65 सेकंड का समय निकालकर गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने इस इवेंट में केन्या की मर्सी चेरियो को हराया।
दुती चंद
भारत की मध्यम दूरी की महिला धाविका पीयू चित्रा ने इटली के नेपोली में वल्र्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड मेडल जीत इतिहास रचा। उन्होंने 30वें समर यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर कॉम्पिटिशन का गोल्ड मेडल अपने नाम किया और इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक और फ ील्ड एथलीट बनीं। 23 वर्षीय दुती ने 11.32 सेकंड का समय निकालकर रेस को स्वर्ण पदक जीतकर खत्म किया। दुती ग्लोबल इवेंट में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी हैं। उनसे पहले भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास ये कारनामा कर चुकी हैं। हिमा ने पिछले साल विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर में शीर्ष स्थान हासिल किया था।