
सनराईज अपार्टमेन्ट का सौभाग्य : अर्चित ने घर से जाते रामभक्तों की टोली को रोका,बोला अंकल राम मंदिर बनाने के लिये मेरा गुल्लक ले लो…

भगवान श्रीराम के प्रति बाल मन की आस्था : मंदिर निर्माण के लिये अर्चित ने दान किया गुल्लक की राशि
सनराईज अपार्टमेन्ट का सौभाग्य : 10 वर्ष के अर्चित ने राम मंदिर निर्माण में दान किया सात हजार पांच सौ सत्ताईस रुपये
अर्चित ने घर से जाते रामभक्तों की टोली को रोका,बोला अंकल राम मंदिर बनाने के लिये मेरा गुल्लक ले लो…
बालमन के भाव को देख भावविह्वल हुयी राम भक्तों की टोली, निकल पड़ा आस्था सैलाब
संजय पुरबिया
लखनऊ। अंकल…राम जी के लिये जो मंदिर बन रहा है उसमें मेरा गुल्लक भी ले लो…। सारा पैसा भगवान जी के मंदिर में लगा दीजिये प्लीज…। 10 वर्ष के बच्चे के मुंह से भगवान राम के प्रति अगाध आस्था का भाव देख-सुन रामभक्तों की टोली के रोंगटे खड़े हो गये। सभी के कदम मानों जहां थे, वहीं थम गये। रामभक्तों ने बाल मन को स्वीकारा और जब गुल्लक तोड़ा तो उसमें से सात हजार पांच सौ सत्ताईस रुपये निकले। वहां मौजूद सभी रामभक्त बच्चे के भाव को देख भावविह्वïल हो गये। खुशी का ठिकाना ना रहा और उन्हीं रामभक्तों में शामिल होने का सौभाग्य द संडे व्यूज़ के स्टेट हेड संजय पुरबिया,क्राईम रिपोर्टर अनन्त सक्सेना और जूनियर रिपोर्टर अक्षत श्रीवास्तव को मिला। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि ये सनराईज अपार्टमेंट का सौभाग्य है कि दस वर्षीय अर्चित चित्रा-बी का निवासी है।
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिये देश के कोने-कोने से करोड़ों रुपये धन संग्रह किया जा रहा है। देश भर की निगाहें भगवान राम लला के भव्य मंदिर निर्माण पर है। हर कोई खुशी-खुशी स्वेच्छा से धनराशि सहयोग कर रहा है। इस काम के लिये डेढ़ लाख से अधिक रामभक्त घर-घर जाकर मंदिर निर्माण के लिये धन संग्रह कर रहे हैं और रामभक्त अपनी क्षमता से धनराशि दे रहे हैं। उसी कड़ी में आज आशियाना में सनराईज अपार्टमेंट के चित्रा-बी में रामभक्तों की टोली पहुंची। टोली एक सातवें फ्लोर पर एक रामभक्त के घर धन संग्रह करने पहुंची तो उन्होंने स्वेच्छा से धनराशि दी। उसके बाद रामभक्तों की टोली आगे बढऩे लगें उस दरम्यान कुछ ऐसा हुआ कि हर कोई सोचने पर मजबूर हो गया कि आस्था की सही परिभाषा क्या होती है…।
जी हां,टोली जिस घर से धनराशि लेकर निकले थें उसी घर से एक 10 साल का बच्चा अर्चित निकला और हाथ में गुल्लक लिये बोला अंकल…आपलोग मेरा गुल्लक ले लीजिये प्लीज…। नगर कार्यवाह, संतरायदासनगर ने अर्चित से पूछा क्यों बेटा…। बच्चे ने बोला बस अंकल भगवान राम जी के लिये मेरा मन बोला कि पूरा पैसा दे दो…। फिर क्या था,पूरी रामभक्तों की टोली उस बच्चे के मां-पिता से मिलकर उनके द्वारा बच्चे को दिये गये संस्कार की खूब तारीफ की। इस बात की सूचना जैसे ही द संडे व्यूज़ को मिली टीम वहां पहुंची। जब बच्चे से सवाल किया गया कि इतना पैसा गुल्लक में इकट्ठा किये हो,इससे तो खिलौना खरीद सकते थे फिर तुमने दान क्यों दिया ? बच्चे का जवाब सुनिये,उसने कहा कि रामजी हमलोगों के भगवान हैं। मंदिर उनके लिये बन रहा है तो क्यों ना मैं दान दूं…दूसरा सवाल-भगवान राम से क्या मांगोगे,जवाब मिला-कुछ नहीं,बस उनका आशीर्वाद मिल जायेगा,तो ले लूंगा…।
बच्चे के बालमन का जवाब सुन,उसका भगवान राम के मंदिर निर्माण के प्रति आस्था देख मन रोमांच से भर गया। वहां मौजूद सभी रामभक्त आशीष, आनंद, अजय बस इतना ही बोल पायें… जै श्री राम…। पूरा घर भगवान श्री राम के उदघोष से गुंजायमान हो गया।