
स्टार का मोह: होमगार्ड विभाग में हवलदार प्रशिक्षक,लगाकर वसूली करता था पुलिस सब-इंस्पेक्टर की…

होमगार्ड विभाग : मिश्रा जी, चले थे भौकाल टाईट करने हो गये सस्पेंड
वर्दी की हनक : बेअंदाज हुये हवलदार प्रशिक्षक रितेश मिश्रा पहुंच गये जेल
रितेश मिश्रा को सस्पेंड नहीं बर्खास्त कर देना चाहिये : रामेन्द्र यादव
शेखर यादव
लखनऊ। होमगार्ड विभाग के वैतनिक अधिकारियों की छवि भ्रष्टाचार के लिए बहुत ही खराब मानी जाती है, लेकिन अब तो बनारस में प्रशिक्षण केंद्र पर तैनात हवलदार शिक्षक रितेश मिश्रा ने एक नए अंदाज में भौकाल टाईट कर वसूली करता मिला। देखा जाये तो मिश्रा जी ने बहुत ही बड़ा अपराध है किया है। रितेश मिश्रा ने अपने आप को पुलिस का दरोगा बता कर भोली – भाली जनता पर दबाव बनाकर रॉब दिखाने की कोशिश करता था। किसी ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी। फिर क्या था शुरु हुआ असली और नकली भौकाली की खोज…। पुलिस ने जब रितेश मिश्रा को गिरफ्तार किया तो उनके पास पुलिस उप- निरीक्षक का फ र्जी आईकार्ड मिला। पुलिस ने रितेश मिश्रा को गंभीर धाराओं में जेल भेज दिया, वहीं होमगार्ड विभाग के अधिकारियों ने सख्त कार्यवाही करते हुए रितेश मिश्रा को विभाग से सस्पेंड कर जांच बैठा दी है।
खुद को दारोगा बताकर राजधानी में ठेले वालों से वसूली करने वाला एक होमगार्ड गुरुवार रात पकड़ा गया। फर्जी दारोगा से उसका पीएनओ नंबर पूछा गया तो वह नहीं बता सका। इसके बाद पुलिस को अर्दब में लेते हुए चौकी प्रभारी ऐशबाग से बोला. , सुनो मिस्टर चौरसिया औकात में रहो…तुम्हारी वर्दी उतरवा दूंगा। आइजी बनारस का बहुत खास आदमी हूं। इस पर चौकी प्रभारी फ र्जी दारोगा को पकड़ कर थाने ले गए। वहां पहुंचते ही आरोपित फू ट-फूटकर रोने लगा और सारी वास्तविकता बताई। 26 जनवरी की परेड में शामिल होने आये थे मिश्रा जी। खुद को दारोगा बताकर ठेले वालों से रुपयों की मांग कर रहा था। इसकी सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी, ऐशबाग चौरसिया मौके पर पहुंच गए। उन्होंने रितेश से पूछताछ करने का प्रयास किया तो उन्हें भी अर्दब में लेने का प्रयास किया। आरोपित ने खुद को आईजी, बनारस का पीआरओ बताया। इसके बाद बनारस, आइजी रेंज दफ्तर में फ ोन कर पूछताछ की गई तो पता चला कि इस नाम का कोई पीआरओ वहां है ही नहीं। रितेश को पडक़र थाने ले जायागया। इसके बाद उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। तलाशी में दारोगा का एक पहचान पत्र और दारोगा की वर्दी में 10 फ ोटो भी बरामद की गई हैं। अब मिश्रा जी ने जो जारीफे-काबिल काम किया उसकी गंध होमगार्ड मुख्यालय तक पहुंची। अधिकारियों ने फौरी कार्रवाई करते हुये उसे सस्पेंड कर जांच बिठा दी, वहीं असली पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।
इस मामले में डीआईजी,मुख्यालय रंजीत सिंह ने कहा कि विभाग की साख खराब करने वालों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जायेगा। जब वो होमगार्ड में हवलदार प्रशिक्षक है तो उसने यूपी पुलिस का बैच क्यों लगाया। यही बड़ा अपराध है। वहीं होमगार्डों के नेता रामेन्द्र यादव ने कहा कि होमगार्ड विभाग की इमेज खराब करने वाले मिश्रा जी को सिर्फ सस्पेंड क्यों किया गया। उसे तो उसी समय बर्खास्त कर देना चाहिये था।