शर्मनाक: अंसल का इंजीनियर अपने घर में चोर राह से ले रहा बिजली कनेक्शन,समिति अध्यक्ष ने लिया 15 हजार रुपये

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अंसल के  इंजीनियर मनीष पाण्डेय ने कहा : बिजली कनेक्शन के लिये अंसल आंगन आंगन सेवा समिति अध्यक्ष के हांथों में दिया है 15 हजार

पॅावर हाउस के इंजीनियर को चार आवंटियों को कनेक्शन देने के लिये अध्यक्ष ने सौंपे कागजात

सवाल: आखिर अंसल के इंजीनियर ने क्यों गलत राह चुनकर ले रहा है बिजली कनेक्शन ?

सवाल: क्या मनीष पाण्डेय को अपनी कंपनी और बिजली विभाग पर नहीं है भरोसा ?

सवाल: आखिर बिजली विभाग में वो कौन भ्रष्टï इंजीनियर है जो पैसा लेकर समिति के कहने पर दे रहा है कनेक्शन ?

सवाल: बिजली मंत्री की नजर में सभी आवंटी बराबर फिर बिजली विभाग क्यों बरत रहा भेदभाव ?

संजय पुरबिया

लखनऊ। आशियाना के अंसल आंगन योजना में बनने वाले 330 स्क्वायर फीट के मकान देखने में भले ही छोटे हों लेकिन यहां का विवाद उतना ही बड़ा होता जा रहा है। कालोनी के विकास के लिये बनी अंसल आंगन सेवा समिति अपने उददेश्य से भटक कर धन उगाही का गंदा खेल खेल रही है। आवंटियों को एक किलो वाट बिजली कनेक्श्न के लिये लगभग दो हजार रुपये पड़ते हैं, उसे समिति का अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव उर्फ बब्लू श्रीवास्तव 15 हजार रुपये ले रहा है। ये आरोप खुद अंसल के इंजीनियर मनीष पाण्डेय ने लगाया है। मनीष पाण्डेय का कहना है कि सबसे पहले मैंने बब्लू श्रीवास्तव को एक किलो वॉट बिजली कनेक्शन के लिये दिया है 15 हजार रुपये। द संडे व्यूज़ के पास सबूत है,जिसका सिलसिलेवार खुलासा करेंगे और बतायेंगे कि समिति से लेकर अंसल के इंजीनियर ने किस तरह से आवंटियों को छलने का काम किया है। सवाल यह है कि आवंटी चाहें किसी वर्ग का हो,उसे बिजली कनेक्श्न बिजली विभाग दे रहा है या समिति के पदाधिकारी ? समिति के पदाधिकारियों की इतनी हिम्मत नहीं कि वे खुद जाकर आवंटियों को खंभे से बिजली का कनेक् शन जोड़ देंगे…। ये बात सौ फीसदी सच है कि इसमें पॉवर हाउस को कोई ना कोई अधिकारी या कर्मचारी मिला है। इसकी जांच होनी चाहिये,वैसे भी सभी ठेकेदार ऊर्जा मंत्री से मिलकर यहां पर चल रहे फर्जीवाड़े का खुलासा करने वाले हैं। बात जो भी, द संडे व्यूज़ मुख्यमंत्री येागी आदित्यनाथ के विकास की नीतियों को अपने निजी स्वार्थ वश तोडऩे वालों का चेहरा बेनकाब करने का काम हमेशा से करता रहा है और आगे भी करता रहेगा…।


अंसल के इंजीनियर मनीष पाण्डेय से द संडे व्यूज़ ने 25 अप्रैल की शाम को सवाल किया कि क्या आप अपने घर में बिजली कनेक्शन के लिये अंसल आंगन योजना समिति के अध्यक्ष से गुहार लगायी है ? इस पर मनीष पाण्डेय ने कहा कि एक किलो वाट कनेक्शन अपने घर के लिये लेना था,मेरा घर बन गया है इसलिये गया था। क्या आपने इस काम के लिये कुछ दिया है ? उन्होंने जवाब दिया हां,मैंने समिति के अध्यक्ष बब्लू को सबसे पहले 15 हजार रुपये दिया था लेकिन मेरा कनेक्श्न अभी हुआ नहीं। जब चार लोगों की पत्रावली बनाकर समिति ने बिजली विभाग में दिया है,जिसमें आपके मकान का भी नंबर है तो कनेक्श्न क्यों नहीं मिला ? मनीष पाण्डेय ने कहा कि पता नहीं लेकिन बब्लू का कहना है कि दो-चार दिन में आपका भी हो जायेगा…। इससे साबित होता है कि बिजली विभाग ने तीन लोगों को अवैध तरीके से कनेक्शन देने के लिये हामी भर दी लेकिन इंजीनियर साहेब को गच्चा दे गये।एक कहावत है-जैसी करनी वैसी भरनी…।

अंसल के इंजीनियर बताते हैं कि कालोनी में सरकार के कहने पर अंसल ने बिजली विभाग को लगभग 66 लाख रुपये जमा करा दिया है और उसी के तहत सभी जगह बिजली के खंभे और तार बिछाये जा रहे हैं। जब सरकार बिजली देने का इंतजाम करा रही है तो फिर इंजीनियर साहेब इतने बेचैन क्यों हो गये कि वे नियम विरुद्ध चले गये ? क्या उन्हें अपनी कंपनी पर ही भरोसा नहीं है ? ये तो मुख्यालय में बैठे अंसल के अधिकारियों को सोचना होगा…। बहरहाल समिति और ठेकेदारों के वर्चस्व की लड़ाई चरम पर है।

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