जेल में हैं तो क्या,हम भी पढ़ाई में हैं अव्वल: हाई स्कूल में अर्जुन ने 76 प्रतिशत तो इंटरमीडिएट में लोकेश लाया 72 प्रतिशत

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जेल में हैं तो क्या,हम भी पढ़ाई में हैं अव्वल: हाई स्कूल में अर्जुन ने 76 प्रतिशत तो इंटरमीडिएट में लोकेश लाया 72 प्रतिशत

– जेल में हैं तो क्या,हम भी पढ़ाई में हैं अव्वल: : हाई स्कूल में 106 बंदी तो इंटरमीडिएट में 67 बंदी हुये पास,अधिकारियों ने उत्तीर्ण बंदियों का मुंह मिठा कराया

– कारागार महानिदेशक आनंद कुमार ने उत्तीर्ण बंदियों सहित पढ़ाने वाले जेल अधिकारियों,कर्मचारियों को दी बधाई

 

      दिव्यांश श्री.

लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज द्वारा आज घोषित हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणामों के अनुसार प्रदेश की 14 जेलों में सजा पा रहे बंदियों ने भी हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में बाजी मारी है। हाई स्कूल की परीक्षा में अर्जुन ने जहां 76 प्रतिशत नंबर लाया वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में लोकेश ने 72 प्रतिशत अंक लाकर साबित कर दिया कि हालात कैसे भी हो यदि पढऩे का जुनून है तो वे अपने को साबित करके ही मानेंगे। परीक्षा परिणाम देखकर महानिदेशक कारागार आनंद कुमार ने उत्तीर्ण बंदियों सहित उन्हें शिक्षा दिलाने वाले जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी।

आज हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम आने पर जहां पूरे प्रदेश में उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राएं खुश हैं वहीं जेलों में सजा काट रहे बंदियों ने भी बाजी मार कर जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को खुश कर दिया है। सूबे के जेलों में भी आज खुशनुमा माहौल देखने को मिला। पीआरओ संतोष वर्मा ने बताया कि हाई स्कूल की परीक्षा में कुल 119 बंदियों ने परीक्षा दी जिसमें से 104 बंदी उत्तीर्ण हुये। अर्जुन पुत्र शिवजी सिंह ने हाई स्कूल परीक्षा में सर्वश्रेष्ठï 76 प्रतिशत अंक लाकर बाजी मारा है।
इसी तरह इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 99 बंदियों ने परीक्षा दी जिसमें से 67 बंदी उत्तीर्ण हुये। जिला जेल सहारनपुर में निरुद्ध बंदी लोकेश पुत्र यशपाल निवासी ग्राम इंद्रावती कल्याणपुर,थाना ननौता,जिला सहारनपुर ने 72 प्रतिशत अंक लाकर अव्वल रहा। आज जेल में खुशी का माहौल है और जेल अधिकारियों ने मिठाई मंगाकर परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को मिठाई खिलाने के साथ ही हौसला बढ़ाने का काम किया है।
इस बाबत महानिदेशक कारागार आनंद कुमार ने बताया कि हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा देने वाले के बारे में सभी जेल अधिकारियों को पहले ही निर्देशित कर दिया था कि उनके लिये शिक्षा के विशेष प्रबंध किये जाये। परीक्षा में शामिल होने वाले बंदियों को किसी तरह की असुविधा ना हो इसलिये प्रदेश की सभी जेलों में लाइब्रेरी को भी समृद्ध कराया गया। श्री कुमार ने बताया कि लाइब्रेरी होने से बंदियों को पठन- पाठन की सामग्री जेल में ही उपलब्ध होने लगी और वे मन लगाकर पढ़ाई करते थे। साथ ही जेल के शिक्षा अध्यापकों को भी अथक प्रयास करने के निर्देश दिये गये थे। और परिणाम सामने है। जेल अधिकारियों सहित जेलों में निरुद्ध उच्च शिक्षा प्राप्त बंदियों ने भी बंदियों को पढ़ाने में सहयोग किया है और इसके लिये सभी को मेरी तरफ से बधाई। महानिदेशक कारागार ने बताया कि कोई भी छात्र हो,उसके लिये पढ़ाई का माहौल होना चाहिये,भले ही यहां पर छात्र बंदी के रुप में है लेकिन उन्हें माहौल अच्छा मिला इसलिये इनलोगों ने शानदार प्रदर्शन किया। कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति के अथक प्रयास का ही परिणाम है जेल का माहौल तेजी से बदलता दिख रहा है।

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