नोएडा में पत्रिका ‘केशव संवाद’ के हिन्दुत्व पर आधारित विशेष संस्मरण का भी विमोचन किया गया

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नोएडा में प्रेरणा विमर्श स्मारिका 2021 का विमोचन  किया गया

नरेन्द्र भदौरिया की पुस्तक तानाशाही,अनघ का भी विमोचन किया गया

संवाददाता

नोएडा। प्रेरणा मीडिया शोध संस्थान द्वारा 26 जून को आपातकाल स्मृति दिवस के अवसर पर रविवार के दिन नोएडा के इंदिरा गांधी कला केंद्र में प्रेरणा विमर्श स्मारिका 2021 का विमोचन एवं विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मोनिका चौहान जी के द्वारा किया गया। सबसे पहले प्रेरणा विमर्श 2021 स्मारिका का विमोचन किया गया और उसके साथ ही लेखक नरेंद्र भदौरिया की दो पुस्तक तानाशाही और अनघ का भी विमोचन हुआ। कार्यक्रम में प्रेरणा मीडिया के तत्वावधान में निकलने वाली पत्रिका केशव संवाद के हिंदुत्व पर आधारित विशेष संस्मरण का भी विमोचन किया गया।

राष्ट्रवादी विचारक एवं लेखक नरेंद्र भदोरिया जी ने आपातकाल की विभीषिका पर प्रकाश डालते हुये कहा कि परिवर्तन सबको चाहिये किंतु परिवर्तन कोई करना नहीं चाहता है। सब सोचते हैं कि परिवर्तन कोई और आकर करे। इसी प्रवृत्ति से राष्ट्र की हानि हुयी है। स्वतंत्रता के बाद देश को एक ऐसी पीढ़ी चाहिये थी जो परिवर्तन के लिए तैयार हो और चुनौतियों का सामना निष्ठा पूर्ण रूप से कर करे, किंतु आपातकाल जैसी विपरीत परिस्थितियों ने यह सिद्ध कर दिया कि हमारे देश की राजनीति भटक गई थी। उन्होंने आपातकाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं की भूमिका और उनके महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आपातकाल में एक ऐसे संगठन की जरूरत थी जो इस तानाशाही का विरोध कर सके, इसके लिए संघ के नेतृत्व में एक संघर्ष समिति का गठन किया गया। इस दौरान राजनीतिक दल के जितने दल जेल गए उसके चार गुऩे सेभी अधिक अकेल संघ के कार्यकर्ता जेल गए।

संघ के 60 हजार से अधिक स्वयंसेवक जेल गये और उन्होंने अनेक प्रकार की यातनाएं सही। अकेले उन्नाव जिले में यातनाओं को सहते हुए 27 आंदोलनकारियों की मौत हो गयी। तानाशाही के दौरान किसानों का अनाज उनसे छिन लिया गया। अन्न के बिना कितने लोगों की मौत हुई होगी इसके बारे मे कोई जानकारी नहीं है। वाकई में जो अंग्रेजों के समय नहीं देखा सुना गया था उससे भी बढ़कर थी इंदिरा की तानाशाही। आपातकाल के बारे में ये जानकारी देते समय उनकी आंखे भी नम हो गयी।

मुख्य अतिथि आलोक ने भारत में जनसंख्या विस्फोट की स्थिति पर चिंतन मनन करने की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि भारत की सीमित संसाधन में असीमित जनसंख्या का पालन पोषण आने वाले समय में हम सब के लिए चिंता का विषय है। पर्यावरण संरक्षण एवं मानवीय संसाधन की दृष्टि से भी यह चिंतनीय है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. रवीन्द्र कुमार सिन्हा, कुलपति गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर आलोक कुमार, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुखए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उपस्थित रहे, इसके साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में मधुसूदन दादू, विभाग संघचालक नोएडा, प्रोफेसर अनिल निगम, प्रेरणा शोध संस्थान के प्रबंधक अनंज त्यागी, संस्थान के सचिव रवि प्रकाश श्रीवास्तव, डॉ. अनिल त्याग, सह प्रांत प्रचार प्रमुख मेरठ, कृपा शंकर, संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख- उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड सुभाष सिंह राज्य सूचना आयुक्त उपस्थित रहे।

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