ट्रांसफर पॉलिसी का खौफ: अधिकारियों का दिल बोले धक,धक,धक,धक…

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ट्रांसफर पॉलिसी : होमगार्ड विभाग के मंडल,कमांडेंट का ब्लड प्रेशर हाई,कल क्या होगा राम जी…


  संजय पुरबिया

लखनऊ। ट्रांसफर पॉलिसी की आखिरी तारीख 30 जून। दो दिन शेष…। यूपी के सभी ब्यूरोक्रेटस,क्लास वन, टू और क्लास थ्री पर काम करने वाले अफसरान व मुलाजिमों के दिल की धड़कनें बेकाबू हो रही है। आज शाम तक जिन्हें दमदार कुर्सी मिली,उसे देखने के बाद सभी को अहसास हो गया है कि उनके रुतबे का ओहदा पहले से ज्यादा बढ़ जायेगा,क्योंकि जो सरकारी निगाहों में टैलेंटेड आफिसर हैं उन्हें चुनौती वाली कुर्सी पर बिठा दिया गया है। बचे दो दिनों कितने लोग ताश की पत्तों की तरह फेंटियाये जायेंगे,इसे सोच कर ही नौकरशाह से लेकर सभी अधिकारियों का ब्लॅड प्रेशर बढ़ गया है। सीधा कहीं त, ए समय सबन अधिकारियन के दिल बोलता धक,धक धक,धक…। अफसरानों की स्थिति यह है कि वे सरकार की ओर दया भाव से निहार रहे हैं तो धार्मिक आस्था रखने वाले अपने-अपने ईष्ट देवों से बेहिचक दान का सौदा कर रहे हैं। यानि मनौती मांग रहे हैं। खैर, हालात तो सभी सरकारी महकमों में खौफनाक है। आईएएस, आईपीएस, पीसीएस या इनके समकक्ष अधिकारी इस समय ईश्वरीय सत्ता और पौवा , जुगाड़ का सारा तिकड़म लगाकर चुप्पी साध बैठे हैं। वजह क्या है कि इस बार की योगी कैबिनेट में कुछ ऐसे माननीय हैं जो खुले अल्फज्ञज़ में बोलते हैं,मैं किसी दबाव में नहीं आने वाला…। जी हां,यही वजह है कि शातिराना चाल चलने वाले नौकरशाहों,अफसरानों की एक नहीं चल रही है और काम करने वालों को बिना जुगाड़ लगाये मिल जा रही है मजबूत कुर्सी…। हम तो यही कहेंगे कि काम बोलता है…


उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अपने माननीयों को 100 डेज का टार्गेट क्या दिया कि इस बार तबादले में भी सोच-विचार कर अधिकारियों की तैनाती की जा रही है। माननीयों को मालूम है कि बाबा की नजर  सभी पर है और काम करके दिखाना है। सवाल यह है कि आखिर काम करेगा कौन ? वही करेगा जो काबिल अधिकारी होगा…। इन काबिल लोगों से काम कैसे कराना है और किस तरह से सरकार की साख को और बेहतर बनाना है,इस पर खूब मंथन चल रहा है। अब बचे दो दिन शेष…। जिनका तबादला हो गया वे युद्ध स्तर पर आज ही से जुट गये हैं सरकार के सपनों को पंख लगाने के लिये और जो बचे हैं,वे राम भरोसे…

होमगार्ड विभाग की बात करें तो यहां पर कई मंडलीय कमांडेंट और जिला कमांडेंट हैं,जो अपना चार-पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। सभी को मालूम है कि 29 और 30 तारीख को ही उनकी किस्मत का फैसला होगा,क्योंकि किसी को मनचाही कुर्सी मिलेगी तो किसी को तरसाने वाली…। बात जो भी हो,बरेली के मंडलीय कमांडेंट विनय मिश्र जिनका कार्यकाल पांच वर्ष पूरा हो गया था,उन्हें आज मुख्यालय पर स्टॉफ आफिसर टू कमांडेंट जनरल,होमगार्ड मुख्यालय पर तैनात कर दिया गया है। बता दें कि पूर्व में यहां तैनात ए.पी.सिंह का तबादला आजमगढ़ ट्रेनिंग सेंटर पर कर दिया गया है। अब ग्रेड 1 में बचे मंडलीय कमांडेंट पियूषकांत 5 वर्ष मुरादाबाद ,प्रमोद पाल 4 वर्ष से देवीपाटन मंडल का कार्यकाल कर चुके हैं।

इसी तरह,ग्रेड 2 के डिवीजनल कमंाडेंट सुनील कुमार 5 वर्ष से मुख्यालय पर तैनात हैं,आर.के.आजाद 4 साल से झांसी में तैनात हैं। अब बात करते हैं जिला कमांडेंट की…। 4 वर्ष से तैनात कमांडेंट में हैं- अमित पाण्डेय- प्रयागराज, मनोज बघेल-मुरादाबाद ,श्रीमती प्र्रीति शर्मा-बरेली,अमित वर्मा-चित्रकूट ,5वर्ष से तैनात हैं- विनोद द्विवेदी- सीतापुर, मनोज शुक्ला-उन्नाव और मनीष दूबे- अमरोहा 6 वर्ष से तैनात हैं-चंदन सिंह-कन्नौज , शैलेन्द्र प्रताप सिंह-फतेहगढ़ , डी.एन.सिंह-आजमगढ़ एवं राघवेन्द्र शुक्ला-हरदोई हैं।

 

 

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