गणपति के चमत्कार ने बचा लिया चारू असोपा और राजीव सेन का रिश्ता

0
313

ऊपरवाले के आगे किसी की नहीं चलती…

मुंबई।

सुष्मिता सेन की भाभी चारू असोपा अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ ही साथ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी चर्चा में रहती हैं। कुछ वक्त पहले चारू असोपा और राजीव सेन उनके रिश्ते को लेकर खबरों में थे। चारू और राजीव का रिश्ता करीब करीब खत्म ही हो गया था, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि दोनों साथ हो गए। इस बारे में सोशल मीडिया यूजर्स और कपल के फैन्स ने भी अपनी अपनी राय रखी थी। किसी ने इसे एक पब्लिसिटी स्टंट बताया था तो कई लोग आखिर में जो हुआ उससे काफी खुश रहे। ऐसे में अब चारू असोपा ने अपने वीडियो ब्लॉग में इस बारे में खुलकर बात की है।

चारू असोपा ने 21 सितंबर को अपना लेटेस्ट वीडियो ब्लॉग शेयर किया। करीब 11 मिनट के वीडियो में चारू पहले अपनी बेटी की बात करती हैं और इसके बाद राजीव संग उनके रिश्ते पर बात करती हैं। चारू अपने फैन्स को फैमिली बताती हैं और थैंक्यू कहती हैं और आगे कहती हैं,’आप में से कुछ लोग नाराज हैं, उन्हें लगता है कि ये बिग बॉस के लिए स्टंट था। तो मेरे और राजीव के बीच में जो झगड़ा था, या जो हम अलग होने वाले थे। मुझे लगता है कि मैंने आप लोगों से सारी बातें शेयर की थीं। मैं जब भीलवाड़ा में थी तो मैंने कहा था कि मैं वापस मुंबई जा रही हूं और एक नई जर्नी शुरू करने वाली हूं। तो सबकुछ प्लांड था, लेकिन कहते हैं न कि ऊपर वाले के प्लान के आगे कुछ नहीं चलता। मुझे लगता है कि ऊपरवाले की प्लानिंग के आगे किसी की नहीं चलती है, तो मुझे लगता है कि ऊपर वाले ने कुछ और सोच रखा है हमारे लिए, और उसने जो सोच रखा होगा, वो अच्छा ही होगा।’

वीडियो में चारू आगे कहती हैं, ‘जब मैं भीलवाड़ा से मुंबई के लिए प्लाइट में बैठी थी, तब बप्पा आनेवाले थे। 31 को बप्पा आनेवाले थे और 30 को मेरी और राजीव की डेट थी, जहां हम साइन करने के लिए फैमिली कोर्ट जाने वाले थे… तो 29 को जब मैं फ्लाइट में बैठी तो मैंने बप्पा से मन में एक ही बात कहा कि बप्पा मैं आपको लेकर आने वाली हूं घर में तो आपको जैसा ठीक लगता है वैसा आप कर देना। आपको लगता है कि जो मेरे और जियाना के लिए ठीक है, आप वो फैसला लेना। और जब मैं यहां पहुंची… 29 की शाम की मैं पहुंची थी और 30 की सुबह हमें फैमिली कोर्ट जाना था। तो यूं ही बैठे-बैठे मैं और राजीव बातें करने लगे और बातें करते-करते काफी सारे…कहते हैं न कि बात करने से काफी चीजें सॉल्व हो जाती हैं, तो बात करते-करते कुछ गिले शिकवे दूर हो गए और हमें लगा कि… शायद बप्पा यही चाहते थे कि हम जियाना के लिए हमारे रिश्ते को एक मौका दे और… जहां इतने मौके दिए हैं, वहां एक मौका और सही… एक-दूसरे को और मौका दें।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here