रोहिणी नक्षत्र में उदित होगा चंद्रमा, व्रती महिलाएं इन बातों का रखें जरूर ध्यान

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रोहिणी नक्षत्र होंगे उदित होंगे चंद्रमा

लखनऊ।
करवा चौथ व्रत पति की लंबी आयु व वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए रखा जाता है। हर सुहागिन महिला के लिए यह व्रत बेहद खास होता है। करवा चौथ व्रत निर्जला रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ व्रत रखा जाता है। इस साल करवा चौथ व्रत 13 अक्टूबर, गुरुवार को है। करवा चौथ व्रत में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत पारण किया जाता है। इस साल रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा उदित होने के व्रत का महत्व बढ़ रहा है।

1. हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य के दौरान काला पहनने की मनाही होती है। यह अशुभता का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं कि मंगलसूत्र के काले दाने के अलावा इस दिन किसी काले रंग का प्रयोग न करें।

2. मान्यता है कि सुहागिनों को सफेद वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए। सफेद रंग सौम्यता और शांति का प्रतीक माना जाता है। लेकिन सुहाग के लिए रखे जाने वाले करवा चौथ व्रत में सफेद रंग की मनाही होती है।

3. करवा चौथ के दिन सुहागिन स्त्रियों को भूरा रंग पहनने से बचना चाहिए। मान्यता है कि यह रंग राहु और केतु का प्रतिनिधित्व करता है।

करवा चौथ के दिन सुहागिनों को लाल, गुलाबी, पीला, हरा और महरून रंग के वस्त्र पहनना अति शुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, पहली बार करवा बार करवा चौथ व्रत रखने वाली सुहागिन महिला का लाल रंग के वस्त्र पहनना अति शुभ होता है। इतना ही नहीं पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं अगर शादी का जोड़ा पहनती हैं तो यह अति लाभकारी माना गया है।

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