योगी सरकार ने किसानों को दी बड़ी राहत, सस्ते में होगा अनाज भंडारण

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प्रदेश के 147 गोदाम डब्ल्यूडीआरए के चेन से जुड़ गए

लखनऊ। 

उ.प्र. राज्य भंडारण निगम के प्रबंध निदेशक एसके गोस्वामी के मुताबिक किसानों को भंडारण के लिए जागरूक करने का अभियान शुरू किया गया है। किसानों को बताया जा रहा है कि यदि तत्काल बहुत पैसे की जरूरत नहीं है तो वह अपने अनाज को निगम के गोदामों में भंडारित कर सकते हैं। एक-दो महीने बाद जब बाजार में दाम बढ़ेंगे किसान उसे बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे।

किसानों को सबसे बड़ा लाभ भंडारित अनाज की बिक्री के लिए देश भर का बाजार उपलब्ध होना है। निगम के 147 गोदाम जिनकी भंडारण क्षमता 27 लाख 22 हजार 203 मीट्रिक टन हैं ये सभी गोदाम वेयर हाउसिंग डेवलेपमेंट रेगुलेटरी अथारिटी (डब्ल्यूडीआरए) के गोदामों की सूची में शामिल हैं। ये सभी गोदाम ऑनलाइन देश के सभी बाजारों से जुड़ गए हैं। इन्हीं गोदामों में किसानों के लिए कुल क्षमता का 30 फीसदी जो कि 8.2 लाख मीट्रिक टन है आरक्षित किया गया है। इन गोदामों में भंडारित अनाज की जो रसीद मिलेगी उसके आधार पर किसान बैंक से लोन लेकर अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ ही अगले फसल की तैयारी कर सकते हैं। बाजार में मनचाही कीमत मिलने के बाद किसान अनाज बेचने के बाद बैंक का कर्ज भर सकेंगे। इस व्यवस्था से किसानों को अनाज भंडारित करने के बाद भी आर्थिक दिक्कतों का सामना नहीं करना होगा।

इन 56 जिलों में हैं ये गोदाम
अलीगढ़, जालौन, बुलंदशहर, मेरठ, कानपुर नगर, मथुरा, मुरादाबाद, सीतापुर, बरेली, महामाया नगर, रायबरेली, बाराबंकी, पीलीभीत, फतेहपुर, कांशीराम नगर, अंबेडकरनगर, प्रयागराज, शाहजहांपुर, मैनपुरी, गोरखपुर, खीरी, बदायूं, बस्ती, कुशीनगर, फर्रूखाबाद, इटावा, कन्नौज, देवरिया, ज्योतिबा फुले नगर, गाजीपुर, रामपुर, औरैय्या, हरदोई, सहारनपुर, हमीरपुर, उन्नाव, प्रतापगढ़, ललितपुर, महाराजगंज, महोबा, झांसी, वाराणसी, बहराइच, गोंडा, सुल्तानपुर, बलरामपुर, कानपुर देहात, सिद्धार्थनगर, बिजनौर, जौनपुर, आगरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, मिर्जापुर, सोनभद्र तथा कौशांबी में ये गोदाम हैं।

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