कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब- जनता की राहत के लिये जो घुटने भर पानी में भी उतर जायें

0
237

योगी राज की संवेदनशील कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब…

एक मां के दर्द को देखकर जिन्हें रोना आ जाये,जनता की राहत के लिये जो घुटने भर पानी में भी उतर जायें

 दिव्या श्री.

लखनऊ। प्रशासनिक अधिकारी संवेदनशील नहीं होते हैं…। यह आप हर किसी से कहते सुन सकते हैं लेकिन, उस बीच से एक अधिकारी निकलता है, जो छवि को तोडऩे की कोशिश करता है। उसे समाज की चिंता होती है, उनके दर्द की चिंता होती है, वह समाज के दर्द के साथ खुद को जोड़ता है। गरीब,मजलूमों के दर्द को अपना समझने की सोच रखने वाली ही आगे चलकर कहलाती हैं डॉ. रोशन जैकब…। वे लोगों के दर्द से जुड़ती हैं, उनकी समस्याओं से जब वे जुड़ती हैं तो लोगों का दर्द बंट जाता है। ‘द संडे व्यूज़’ खूबसूरत सोच रखने वाली,हमेशा जनता के हितों के बारे में सोचने वाली राजधानी लखनऊ की कमीश्नर डॉ.रोशन रोशन जैकब की संवेदनशीलता और अपने काम के प्रति समर्पण बरतने की कला को दिखाने की भरसक कोशिश कर रहा है…। सीनियर आईएएस रोशन जैकब एक मां हैं,एक अभिभावक हैं,तभी तो वे मूसलाधार बारिश की परवा किये घुटने भर पानी में घुसकर टीम को निर्देशित कर रही हैं कि कैसे पानी निकले और किस तरह से यहां की जनता को लबालब भरे पानी से राहत मिले…। ये वही कमीश्नर हैं जिन्होंने लखीमपुरखीरी में एक गरीब महिला के दर्द को देख खुद रोने लगीं…। कुछ बातें साझा कर बताने की कोशिश करेंगे कि योगीराज में सीनियर आईएएस कितने संवेदनशील हैं। आखिर हो भी क्यों ना वे भी तो इंसान हैं…। तभी तो एक मां के दर्द को बांटते-बांटते खुद रोती दिखती हैं।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुये सड़क हादसे में घायलों का हाल जानने लखनऊ कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब सुबह दस बजे अस्पताल पहुंची। पीडि़तों से मिलकर उनकी आंखों में आंसू आ गये। वह पीडि़तों को दिलासा भी दे रही थी और रो भी रही थी। एक घायल बच्चे से मिलकर वो खुद उसे न रोने की सलाह देकर खुद रो पड़ीं। मरीजों से मिलते समय उन्होंने अस्पताल में भर्ती एक मां को रोते हुये देखा। डॉक्टरों ने कमिश्नर को बताया कि महिला के बच्चे की हालत बेहद गंभीर है। इस महिला के घर की दीवार बारिश के दौरान गिर गयी थी। दीवार गिरने से उसके एक बच्चे की मौत हो गयी। वहीं दीवार के नीचे एक बच्चा दब गया, जिसकी रीढ़ की हड्डी टूट गयी। बच्चे का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। डॉक्टर की बात सुनकर डॉक्टर रोशन जैकब बच्चे की मां के पास पहुंची, उन्हें बेहतर इलाज का आश्वासन दिया। उन्होंने मां से बच्चे का हालचाल पूछा तो महिला रोने लगी। वहीं बच्चा दर्द के कारण रो भी रहा था। बच्चे और मां का दर्द देख रोशन जैकब की भी आंखों में आंसू आ गये। उन्होंने बच्चे की मां को दिलासा दिया और बच्चे से कहा कि रोना नहीं है बच्चे, तुमको ठीक करेंगे। लेकिन मां और बच्चे को चुप करवा रही रोशन जैकब की खुद के आंसू नहीं रुक रहे थे। उन्होंने तुरंत डॉक्टरों से कहा किआप लोग रेड क्रॉस के फंड से इस बच्चे का इलाज करायें। किसी भी मामले में, बच्चे को सबसे अच्छा इलाज दें।

इसी तरह, शुक्रवार को कमिश्नर डेंगू के मरीजों से मिलने बलरामपुर अस्पताल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पहुंची। कमिश्नर ने डेंगू वार्ड का जायजा लिया। इस दौरान कमिश्नर ने सिविल अस्पताल के एक डॉक्टर को बाहर की दवा लिखने के लिये फटकार लगाते हुये प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिये। थोड़ा पीछे चलें…। आ

प सभी को याद होगा मूसलाधार बारिश में लखनऊ डूब गया था। इसी बीच राजधानी लखनऊ से दिल को छू लेने वाली कुछ तस्वीरें सामने आयी थी। जिसमें देखा जा सकता है कि लखनऊ की कमिश्नर रोशन जैकब घुटनों तक पानी में घूमती हुई हालात का जायजा ले रही हैं। सुबह जब लोग सुबह सोकर उठे भी नहीं थे तो कमिश्नर घुटनों से अधिक गहरे पानी में उतर कर देख रही थी कि कैसे पानी कम हो। इस दौरान कमिश्नर राजधानी की उन मलिन बस्ती की सड़कों पर भी गयीं जहां पर कोई बी ग्रेट का अधिकारी भी जाना पसंद नहीं करता है। उनके साथ एक- दो सुरक्षाकर्मी और एक दो कर्मचारी ही मौजूद थे। पानी के जलभराव से राहत देने और जल्द से जल्द पानी निकासी के लिये वे कर्मचारियों को जरूरी दिशा-निर्देश देने के साथ स्थानीय लोगों से भी बातचीत करती नजर आई। तस्वीर खूब वायरल हुयी और अवाम से कमिश्नर की कार्यशैली की खूब सराहना की।

बता दें कि कमिश्नर जैकब केरल की रहने वाली हैं। ये कानपुर की जिलाधिकारी और यूपी की पहली महिला खनन निदेशक रह चुकी हैं। राज्य में अवैध खनन रोकने में इनका बड़ा योगदान माना जाता है। कमिश्नर रोशन जैकब हिंदी प्रदेश न होने के बावजूद 16 साल से ज्यादा से यूपी में अपनी सेवाएं दे रही हैं। वह कई जिलों की डीएम रह चुकी हैं। इसके अलावा भी वह कई दूसरे पदों पर रह चुकी हैं।रोशन जैकब का जन्म केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में हुआ था। वह अपने माता- पिता की अकेली संतान हैं। जैकब की

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here