आइजी के नाम पर 20 लाख की रिश्वत लेने के मामले में एसपी और डीएसपी पर लटकी गिरफ्तारी की…

0
169

संवाददाता

फरीदकोट । 2019 में जिले के गांव कोटसुखिया में डेरा बाबा हरका दास के मुखी संत बाबा दयाल सिंह की हत्या मामले में शिकायतकर्ता बाबा गगन दास से ही आइजी के नाम पर 20 लाख रिश्वत लेने के मामले में एसपी गगनेश कुमार, डीएसपी सुशील कुमार व एसआई खेम चंद पराशर पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। हालांकि, इस मामले में गत दिवस एसपी एसपी गगनेश कुमार व डीएसपी सुशील कुमार से विजिलेंस द्वारा पूछताछ की गई थी लेकिन एसआई खेम चंद पराशर विजिलेंस के हाथ नहीं लगा है। दूसरी ओर पुलिस विभाग द्वारा उक्त मामले में एफआईआर होने के पश्चात एसपी व डीएसपी का तबादला कर दिया गया है।

गौरतलब है कि उक्त मामले में केस दर्ज होने के पश्चात एसपी गगनेश कुमार व डीएसपी सुशील कुमार की गिरफ्तारी संभव है। जबकि एसआई खेम चंद पराशर अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। हालांकि, मामले में बीते दिन केस दर्ज होने के बाद भी अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती थी। विभाग इस मामले में और गहराई से जांच करने की बात कर रहा है। दूसरी ओर पुलिस विभाग द्वारा एफआईआर दर्ज होने के बाद दोनों पुलिस अधिकारियों का फरीदकोट से तबादला कर दिया गया है।

गौरतलब है कि 7 नवंबर 2019 को फरीदकोट के गांव कोटसुखिया स्थित डेरा बाबा हरका दास के मुखी संत बाबा दयाल दास की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस केस में उनके शिष्य बाबा गगन दास के बयान पर जिला मोगा के गांव कपूरे के रहने वाले संत जरनैल दास सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद केस में नामजद संत जरनैल सिंह के आवेदन पर डीआईजी फरीदकोट सुरजीत सिंह द्वारा डीएसपी मोगा से करवाई गई जांच में आरोपित जनरैल सिंह को बेगुनाह करार दे दिया गया था। जिसके बाद शिकायतकर्ता गगन दास ने फरीदकोट की अदालत में इसके खिलाफ याचिका दी तो अदालत ने जरनैल सिंह को सम्मन जारी कर लिया। इस मामले में एक बार फिर से जांच के लिए आईजी द्वारा फरीदकोट के एसपी गगनेश कुमार, डीएसपी फरीदकोट सुशील कुमार समेत मोगा के डीएसपी व अपने दफ्तर में तैनात एसआई खेम चंद पराशर पर आधारित एसआईटी बना दी।

जांच के दौरान उक्त तीनों पुलिस अधिकारियों द्वारा आरोपित जरनैल सिंह को गिरफ्तार करवाने के लिए आइजी के नाम पर 50 लाख रूपये की मांग की गई और सौदा 35 लाख में तय हुआ। जिसमें से 20 लाख तीनों पुलिस अधिकारियों ने उससे ले भी लिए। इस मामले में गत् दिवस पुलिस द्वारा उक्त तीनों पुलिस अधिकारियों के अतिरिक्त जसविंदर सिंह व संत मलकीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।आरोपित एसआई खेम चंद पराशर के खिलाफ पहले भी दुबई से आए व्यक्तियों का लगभग दो करोड़ का सोना खुर्दबुर्द करने का मामला दर्ज हो चुका है। इस मामले में उसे डिसमिस भी कर दिया गया था। लेकिन कुछ समय पूर्व बहाली होने के पश्चात उसकी तैनाती आइजी कार्यालय फरीदकोट में कर दी गई थी। तब से वह यही कार्यरत था। एसआई खेम चंद पराशर के खिलाफ बठिंडा में दर्ज किया गया उक्त केस अभी हाईकोर्ट में चल रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here