
प्रदेश में उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीति दलों का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। सपा जहां लोकसभा चुनाव की अपनी उपलब्धि को उपचुनाव में दोहराना चाहती है, वहीं भाजपा भी इसे चुनौती के रूप में लेकर चल रही है।
कांग्रेस ने उपचुनाव में सपा का साथ देने की घोषणा
प्रदेश में आईएनडीआईए में सीटों के बंटवारे की खींचतान से पिछले कुछ दिनों से सपा व कांग्रेस में दूरियां बढ़ती नजर आ रही थी। इस बीच अखिलेश ने सभी नौ सीटों पर साइकिल चिह्न पर चुनाव लड़ने का एलान करके कांग्रेस को झटका दे दिया, लेकिन कांग्रेस ने भी मौके की नजाकत और रणनीति के तहत गठबंधन बरकरार रखने के लिए उपचुनाव में सपा का साथ देने की घोषणा कर दी।
अखिलेश के पोस्ट पर बीजेपी ने ली चुटकी
यूपी की नौ सीटों पर हो रहा उपचुनाव
बता दें, उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए गुरुवार को 37 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया। इसी के साथ उपचुनाव के लिए पर्चा भरने वाले उम्मीदवारों की संख्या 71 पहुंच गई है। उपचुनाव के लिए शुक्रवार तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे, जबकि मतदान 13 नवंबर को होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि मीरापुर (मुजफ्फरनगर) विधानसभा के लिए छह प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है, इसके साथ ही इस क्षेत्र से पर्चा भरने वाले प्रत्याशियों की संख्या 17 पहुंच गई है।