यूपी में भौकाल में हैं कलछुन वाली मैडम और गालीबाज पाठक जी…
जीएसटी में कनपुरिया मैडम ने चलाया कलछुन वार तो पीडब्ब्यूडी में पाठक जी ने अफसर को ‘ख़ूब गरियाया’
दोनों मामलों में जांच की औपचारिकता,होगा क्या राम जाने…
संजय श्रीवास्तव
लखनऊ। यूपी में खासकर लखनऊ में गजब हो रहा है भईया, जीएसटी में एक कनपुरिया मैडम अफसर के कक्ष में घुस गयीं और लगी कलछुन से धुनियाने और अब पीडब्ल्यूडी में एई पाठक जी लगे अपने साहेब को कक्ष में घुस कर गरियाने और गोली मारने की धमकी देने…। हम तो यही कहेंगे कि यूपी में गालीबाज अधिकारियों की जमात बढ़ती ही जा रही है। अंजाम क्या होगा, इसकी रत्ती भर परवाह नहीं…। मामला पीडब्ल्यूडी के गालीबाज एई पाठक जी का है। साहेब अपने प्रमुख अभियंता, परिकल्प एवं नियोजन को उन्हीं के कमरे में जी भर कर गरियाया और गोली मारने की धमकी भी देते रहें। इस मामले में भी विभागाध्यक्ष ए.के.द्विवेदी ने दो सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच बिठा दी है। वहीं पाठक जी ने प्रमुख अभियंता पर पैसे मांगने का गभीर आरोप लगाने के साथ ही एफ आइआर के लिये पुलिस में तहरीर दी है।आइजीआरएस पोर्टल पर भी शिकायत की है।
मामला पूरा गरमाया है गुरु…। देखने की बात है कि कलछुन वाली मैडम या एई पाठक जी के प्रकरण में होता क्या है ? बताया जाता है कि लोक निर्माण विभाग मुख्यालय पर प्रमुख अभियंता,परिकल्प एवं निजोयन विजय कनौजिया से उनके कक्ष में सिद्धार्थनगर में तैनात सहायक अभियंता,एई चंदन पाठक किसी बात पर भिड़ गये। विवाद गाली-गलौच तक पहुंच गया। गोली मारने की धमकी तक दी गई। कर्मचारियों ने जैसे- तैसे एई पाठक को प्रमुख अभियंता के कक्ष से बाहर किया। प्रमुख सचिव अजय चौहान के निर्देश पर विभागाध्यक्ष ए.के. द्विवेदी ने इस मामले की जांच के लिये दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। बताया जाता है कि सिद्धार्थनगर में तैनात रहे दो लिपिक निलंबित चल रहे हैं। लिपिकों द्वारा दायर वाद में विभाग की तरफ से जवाब दाखिल किया जाना है।
सोमवार की शाम को एई पाठक न्यायालय में दाखिल किये जाने के जवाब तैयार कर प्रमुख अभियंता को दिखाने आये थे, लेकिन किसी बात पर दोनों में विवाद हो गया। पीडब्ल्यूडी विभागाध्यक्ष ए.के. द्विवेदी ने जांच के लिये दो सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुये दो दिनों में संस्तुति सहित आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। विभागाध्यक्ष ने लिखा है कि सहायक अभियंता पाठक दिनांक रहित प्रार्थना पत्र देते हुये प्रमुख अभियंता से पत्र पर कार्यवाही की अपेक्षा की। प्रमुख अभियंता ने परिचय पूछा तो वे भड़क गये। एई ने चिल्लाना शुरू कर दिया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। प्रमुख अभियंता के चैंबर से बाहर निकाले जाने पर अभद्र भाषा का प्रयोग और गोली मारने की बात कहते हुये परिसर से बाहर निकल गये।