भारत ने यूएन में पाकिस्तान को कैसे धो दिया…

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नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र महासभा  के 80वें सत्र में भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर धोया। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारतीय डिप्लोमेट पेटल गहलोत ने पाकिस्तान को दुनिया के आगे बेनकाब किया। उन्होंने साफ कहा कि अगर पाकिस्तान ने कोई गलत हरकत की, तो भारत मुंहतोड़ जवाब देगा। भारत की सख्ती से पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर शर्मिंदा होना पड़ा।

भारत ने साफ चेतावनी दी कि जो देश आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, उन्हें इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। भारत ने पाकिस्तान के उन सभी दावों को गलत बताया, जिनमें उसने खुद को आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत दीवार कहा था। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की भी मांग की।

  1. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र को एक बड़ी चेतावनी दी। उन्होंने किसी भी देश का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया। लेकिन उन्होंने कहा कि ‘जो लोग आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों को माफ करते हैं, उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।’
  2. संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान, जयशंकर ने सीधे तौर पर पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने पाकिस्तान को ‘वैश्विक आतंकवाद का केंद्र’ बताया। उन्होंने यह भी बताया कि कई दशकों से, बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हमलों के तार उसी एक देश से जुड़े हैं। संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादियों की सूचियां भी पाकिस्तानी नागरिकों से भरी पड़ी हैं। यह दिखाता है कि पाकिस्तान का आतंकवाद से गहरा संबंध है।
  3. जयशंकर ने इस साल की शुरुआत में पहलगाम में हुए निर्दोष पर्यटकों की हत्या का जिक्र किया। उन्होंने इस घटना को पाकिस्तान की ‘सीमा पार बर्बरता’ का सबसे हालिया उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद, भारत ने ‘अपने लोगों की रक्षा के अधिकार का प्रयोग किया और इसके आयोजकों और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया।’
  4. जयशंकर ने यह भी कहा कि आतंकवाद एक साझा खतरा है। इसलिए, उन्होंने बहुत गहरे अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका मानना था कि आतंकवाद से लड़ने के लिए सभी देशों को मिलकर काम करना होगा।
  5. भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन की फर्स्ट सेक्रेटरी पेटल गहलोत ने संयुक्त राष्ट्र में शहबाज शरीफ के ‘हमने युद्ध जीत लिया’ वाले दावे का मजाक उड़ाते हुए कहा कि अगर तबाह रनवे और जले हुए हैंगर को प्रधानमंत्री शरीफ की तरह जीत माना जाए तो पाकिस्तान को इसे मनाने का पूरा हक है।’
  6. सुबह-सुबह की अपनी स्पीच में ‘बेतुके ड्रामे’ पर जवाब देते हुए उन्होंने युद्ध के बारे में उनके दावों और भारत पर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया, जबकि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई।
  7. पेटल गहलोत ने कहा, ‘जहां तक आतंकवाद का सवाल है, हम साफ करते हैं कि आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों में कोई फर्क नहीं होगा। दोनों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।’
  8. उन्होंने कहा, ‘हम परमाणु ब्लैकमेल के नाम पर आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भारत कभी ऐसी धमकियों के आगे नहीं झुकेगा।’ पेटल गहलोत ने कहा, ‘दुनिया के लिए भारत का संदेश साफ है, आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस होना चाहिए।’
  9. उन्होंने कहा कि आतंकवाद पाकिस्तान की विदेश नीति का ‘केंद्र’ है और हाल की घटनाएं फिर से दिखाती हैं कि इस्लामाबाद आतंकवाद की तारीफ करता है और आतंकवादियों को प्रायोजित करता है और उनकी रक्षा करता है।
  10. पेटल गहलोत ने कहा, ‘कितना भी ड्रामा और कितने भी झूठ बोल लें, सच्चाई नहीं छुप सकती।’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने फिर से आतंकवाद की तारीफ की, जो उनकी विदेश नीति का मुख्य हिस्सा है।’

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