होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने की सीटीआई पर छापेमारी-अव्यवस्था देख गुस्साये …
आक्रामक तेवर में होमगार्ड मंत्री: जवान भाईयों को बढिय़ा खाना,सलाद मिले,अव्यवस्था पर डीआईजी को फटकारा
होमगार्ड दिवस सिर पर और भोजन स्थल के ऊपर नहीं बना शेड
मंत्री धर्मवीर प्रजापति जी कहिन : तुम लोग सिर्फ मुख्यालय पर पोस्टिंग के लिये मारामारी करते हो…
संजय श्रीवास्तव
लखनऊ। होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने 3 तारीख की सुबह मुख्यालय पर स्थित सीटीआई पर औचक छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने परेड स्थल और भोजन स्थल को देखा। वहां पर अव्यवस्था को देख मंत्री जी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। मौके पर मौजूद आईजी, डीआईजी सहित अन्य अधिकारियों को जमकर फटकारा। कहा कि अभी तक भोजन स्थल के ऊपर शेड क्यों नहीं बना ? जो काम पहले हो जाना चाहिये अभी तक लंबित है ? तुम लोग मुख्यालय पर बैैठकर क्या काम करते हो? तुमलोगों को सिर्फ मुख्यालय पर पोस्टिंग की चाहत रहती है लेकिन काम कुछ नहीं करते। वहां मौजूद सीटीआई इंचार्ज को डांटते हुये कहा कि जवानों को दी जाने वाली भोजन पर खुद नजर रखो…कहीं कोई कटौती ना हो…शुद्ध खाना मिले और सलाद के आइटम अलग-अलग मिले…।

बता दें कि आगामी माह 6 दिसंबर को होमगार्ड दिवस है और प्रदेश भर के जवानों का आगमन शुरू हो गया है लेकिन तैयारी काम चलाऊ है। बता दें 3 तारीख की सुबह मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने सीटीआई पर छापा मारा। पहले उन्होंने परेड स्थल देखा, फि र भोजन स्थल को देखा। भोजन स्थल की अव्यवस्था को देखकर नाराज हुये। भोजन स्थल स्थल के ऊपर शेड बनाने का जो काम बहुत पहले हो जाना चाहिए था, वह अब शुरू हुआ था। उसके लिये उन्होंने मुख्यालय के डीआईजी को फटकार लगाया। भोजन स्टोर में इस समय लगाए गए बड़े -बड़े कंटेनरों के लिए भी उन्होंने आईजी, डीआईजी को बहुत डांटते हुये कि जो काम बहुत पहले हो जाना चाहिये, उसे अब अजय पाण्डेय करा रहे हैं। तुम लोग केवल मुख्यालय की पोस्टिंग के लिए मारामारी करते हो, कोई काम नहीं करते हो।
उन्होंने यह भी कहा कि होमगार्ड ऐसा विभाग है जहां मुख्यालय की पोस्टिंग के लिए लोग लार टपकाते हैं, अन्य विभागों में तो फिल्ड की पोस्टिंग के लिए मारामारी रहती है। इससे यही पता चलता है कि यहां मुख्यालय वालों की कितनी चांदी है। मंत्री ने सीटीआई के इंचार्ज अजय पाण्डेय को डांटा कि खाने पर नजर रखो, कहीं कोई कटौती न हो, लोगों को शुद्ध खाना मिले, सलाद के आइटम अलग- अलग रखे हो। बैरक के बाथरूम साफ-सुथरे हों, शीशे लग जाएं और लाइट रहे।
मंत्री ने होमगार्डों को ट्रक से लाने- ले जाने पर भी आपत्ति जताई और बताया कि अस्थाई बसों की व्यवस्था की जाए, जिससे होमगार्ड भाइयों को समस्या न हो। अब देखना है कि ऐसे कठिन समय में जब होमगार्ड दिवस की परेड के लिए लगभग 500 लोग आ गये हैं,बिना साधनों के अजय पाण्डेय कितना सुधार करा पाते हैं ? नक्कारा कर्मचारियों से सीटीआई इंचार्ज कितना काम ले पाते हैं ? ‘द संडे व्यूज़’ को यह भी पता चला कि सीटीआई के आधे स्टाफ तो बड़े अधिकारियों के चहेते हैं और उन्हीं के आगे-पीछे घूमते हैं, फिर पाण्डेय जी क्या कर पायेंगे ?
कुल मिलाकर सीटीआई इंचार्ज को दोहरी लड़ाई लडऩी है, एक तो व्यवस्थाओं को सुधारने के लिये और दूसा बिना स्टॅाफ के…। अजय पाण्डेय के लिये बहुत कठिन है डगर पनघट की…। आगे क्या होगा, द संडे व्यूज़ अपनी पैनी नजर बनाये रखेगा।
            











