सपा विधायक अतुल प्रधान का अलग अंदाज, कांवड़ लेकर पहुंच गए विधानसभा
ब्यूरो,लखनऊ: यूपी विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन मेरठ की सरधना सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान का एक अलग अंदाज देखने को मिला। सपा विधायक आज कांवड़ लेकर विधानसभा परिसर पहुंचे, इस कांवड़ में एक तरफ लिखा था- ‘हमें चाहिए पाठशाला’ और दूसरी तरफ था- ‘हमें नहीं चाहिए मधुशाला’ अतुल प्रधान ने इस दौरान यूपी में स्कूल मर्जर को लेकर सवाल उठाए और कहा कि सरकारी स्कूलों को बंद करने का नियम किसने बनाया है? 2019 में पहले बंद करने का काम किया। आखिर सरकारी स्कूलों में कौन पढ़ता है? यहां गरीब-मजदूर छोटा-मोटा व्यापार करने व्यापार करने वालो के बच्चे पढ़ते है।

फिर से शुरू हुई कार्यवाही, सपा ने जांच कराने की मांग की, क्या बोले संसदीय कार्यमंत्री
स्थगन के बाद एक बार फिर यूपी विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। फिर से सपा सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आप लोग अपनी सीट पर बैठो। मैं आपकी पूरी बातें सुनूंगा। सपा विधायकों ने एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष से अभद्र व्यवहार का मुद्दा उठाया। सपा नेताओं ने कहा कि माता प्रसाद पांडेय के साथ गोरखपुर में गलत व्यवहार किया। इस पर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का हम बहुत सम्मान करते हैं। कल दो बैठकों में नेता प्रतिपक्ष मौजूद रहे पर इस विषय पर कोई बातचीत नहीं की। विपक्ष बगैर किसी मुद्दे की जांच करने की मांग कर रहा है।
15 मिनट के लिए सत्र स्थगित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जवाब देने के बाद सपा समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनसे अपनी सीट पर बैठने की अपील की। नहीं मानने पर विधानसभा सत्र 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
लोकतंत्र शब्द पर सपा को कब से भरोसा होने लगा: योगी आदित्यनाथ
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र शब्द से कब से विपक्ष को विश्वास होने लगा। ये शब्द इनको शोभा नहीं दे रहा है। योगी ने माता प्रसाद पांडेय को संबोधित करते हुए कहा कि आप वरिष्ठ नेता हैं। आपके कंधे पर बंदूक रखकर चलाया जा रहा है। गोरखपुर में विरासत गलियारा बनाया जा रहा है जो आप लोगों ने अपने समय में नहीं बनवाया। अगर एनडीए की सरकार विकास कराना चाहती है तो आप लोगों को बुरा लगता है।
धमकी से नहीं चलेगा सदन: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि हमारी मांग है कि गोरखपुर की घटना की सरकार जांच कराए। अगर हम दोषी हैं तो हमें बताएं। सदन धमकी से नहीं चलता। जो लोग इधर बैठे हैं वो कभी उधर बैठे थे। लोकतंत्र में अगर किसी मुख्यमंत्री के क्षेत्र में नेता प्रतिपक्ष के साथ अभद्र व्यवहार हो तो कैसे चलेगा।
गोरखपुर में मुझे गाड़ी से खींचने की कोशिश हुई: माता प्रसाद पांडेय
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सत्र शुरू होते ही आरोपों की बौछार कर दी। उन्होंने कहा कि जब वह गोरखपुर गए थे तो उनके रास्ते पर बुलडोजर लगा दिए गए। उस पर चढ़कर लोगों ने मेरे खिलाफ नारेबाजी की। गोरखपुर में एक ऐसा गिरोह है जिसको संरक्षण प्राप्त है। जटाशंकर चौराहा और घंटाघर में मुझे गाड़ी से खींचने की कोशिश हुई।
कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा, नारेबाजी
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सपा समेत अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष लगातार सदस्यों से शांति की अपील कर रहे हैं लेकिन नारेबाजी जारी है।
विकसित भारत-विकसित यूपी का संकल्प: CM योगी आदित्यनाथ
मॉनसून सत्र 11 बजे से शुरू होगा। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान सामने आया है। योगी ने कहा कि मॉनसून सत्र का एजेंडा अहम है। विकसित भारत और विकसित यूपी हमारा संकल्प है।
सपा विधायकों ने बैनर और तख्ती लेकर प्रदर्शन किया
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले सपा विधायकों ने बैनर और तख्ती लेकर प्रदर्शन किया। इन पोस्टरों पर लिखा था आप चलाइए मधुशाला, हम चलाएंगे पीडीए पाठशाला। यूपी में अपराधी घूमे बेखौफ। अत्याचार फैला हर ओर। सपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर रैली निकाली।
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लखनऊ में मॉनसून सत्र के पहले दिन पोस्टर वार
सपा के पीडीए पाठशाला पर हमलावर हुई भाजपा। भाजपा एमएलसी व प्रदेश महामंत्री सुभाष यदुवंश ने लगाया पोस्टर। पीडीए पाठशाला में A फॉर अखिलेश व D फॉर डिम्पल पढ़ाने पर माफ़ी मांगने को कहा। पोस्टर में लिखा सपा के पीडीए पाठशाला का काला सच। प्रदेश का कौन अभिभावक अपने बच्चों को यह पढ़ाना चाहता है। उन्होंने पोस्टर में लिखा है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को माफ़ी मांगनी चाहिए।
इन छह अध्यादेशों को पटल पर रखा जाएगा
मॉनसून सत्र की कार्यवाही में छह महत्वपूर्ण अध्यादेशों को सदन के पटल पर रखा जाएगा। इनमें उत्तर प्रदेश श्री बांके बिहारी मंदिर न्यास अध्यादेश, 2025: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधन और संरक्षण के लिए न्यास की स्थापना, उत्तर प्रदेश निरसन अध्यादेश 2025 पुराने और अप्रासंगिक कानूनों को निरस्त करने की प्रक्रिया, उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2025 में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए संशोधन, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2025 और द्वितीय संशोधन अध्यादेश 2025 निजी विश्वविद्यालयों के नियमन और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, उत्तर प्रदेश माल और सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश, 2025, शामिल हैं।
इस बार की कार्यवाही महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित: सतीश महाना
सर्वदलीय बैठक पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता हो रही है कि 18वीं उत्तर प्रदेश विधानसभा में सदस्य सकारात्मक सोच के साथ हिस्सा ले रहे हैं। विधायकों की चर्चा और रुचि राज्य के विकास एवं कल्याण से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित है। हमने सभी पार्टियों से सदन के संचालन में सहयोग की अपील की। उम्मीद है कि हमें सदन में सभी दलों के अपेक्षित सहयोग मिलेगा।
कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही बढ़ाने की मांग की
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने कहा कि ‘विजन डॉक्यूमेंट’ पर व्यापक चर्चा के लिए सत्र की अवधि बढ़ाई जाए। 15-16 अगस्त की छुट्टियों के बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाने का सुझाव है, ताकि सभी विधायकों को अपनी बात रखने का मौका मिले। 25 करोड़ की आबादी का प्रतिनिधित्व तभी संभव है, जब सभी विधायकों के सुझाव इस दस्तावेज में शामिल हों। आराधना मिश्रा ने प्रदेश में बाढ़ की स्थिति पर भी गहरी चिंता व्यक्त की।
विजन डॉक्यूमेंट पर ठीक से रखें बात: योगी
सदन में ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश’ पर विजन डॉक्यूमेंट रखा जाना है। उस पर 24 घंटे चर्चा होनी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस पर भी सभी मंत्री और विधायक ठीक से अपनी बात रखें। बताएं कि कैसे, भाजपा सरकार में प्रदेश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आशंका जताई कि हो सकता है विपक्ष इस चर्चा में बाधा डालने की कोशिश करे और वॉक आउट भी कर सकता है। फिर भी हमें अपनी बात रखनी है। सीएम ने रविवार को ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश’ शीर्षक से छपी एक किताब का विमोचन भी किया। सभी विधायकों को यह किताब बांटी गई। इसमें 1950 से लेकर अब तक प्रदेश की की यात्रा को विस्तार से लिखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे पढ़ें। इसमें आंकड़े और अन्य काम की जानकारी मिल सकती है। वह चर्चा में काम आएगी
विधानसभा अध्यक्ष ने मांगा सभी दलों का सहयोग
मॉनसून सत्र में सदन के संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पक्ष-विपक्ष से सहयोग मांगा है। रविवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि सकारात्मक वातावरण में तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है। बैठक में सरकार ने कहा कि वह हर चर्चा को तैयार है, जबकि विपक्ष की मांग थी कि सदन की कार्यवाही लंबी चलनी चाहिए।
सत्ता पक्षा पूरा सहयोग करेगा: सीएम योगी आदित्यनाथ
बैठक में सीएम योगी ने कहा कि सत्ता पक्ष पूरा सहयोग करेगा। सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गंभीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है। सरकार राज्य के विकास एवं जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। संसदीय परंपराओं का पालन करते हुए सभी सदस्यों को अपने सुझावों एवं मुद्दों को सदन में रखना चाहिए। विधान सभा में सकारात्मक माहौल में चर्चा होनी चाहिए।
विपक्ष ने कहा-लंबा चले सदन
बैठक में विपक्ष ने भी सभी दलों ने सदन की कार्यवाही के निर्बाध संचालन में सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। विपक्ष ने सदन की कार्यवाही लंबी चलाने की मांग की। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, अपना दल (सोनेलाल) के राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल की मिथिलेश पाल, सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर, निषाद पार्टी के संजय निषाद, कांग्रेस की आराधना मिश्रा ‘मोना‘, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह व बसपा के उमाशंकर सिंह मौजूद थे।
विजन डॉक्यूमेंट में सभी 403 विधायकों के सुझावों को शामिल किया जाए: आराधना मिश्रा
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने विधानसभा में क्षेत्रीय और प्रांतीय मुद्दों पर चर्चा की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाने के लिए चुने जाते हैं, लेकिन मौजूदा सत्र में चर्चा के लिए अपर्याप्त समय दिया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि बहुमत की सरकार को चर्चा से डर क्यों लगता है? विधानसभा में हम सब चुनकर इसलिए आते हैं कि सदन में हम अपने क्षेत्र की बातों को रख सकें। हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन मुद्दों को रखें। मैं समझ नहीं पाती कि बहुमत की सरकार है, फिर भी चर्चा से क्यों डर लगता है। उन्होंने ‘विजन डॉक्यूमेंट’ की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छा कदम है, लेकिन इसके लिए सभी 403 विधायकों के सुझावों को शामिल करना जरूरी है। विजन डॉक्यूमेंट का उद्देश्य सभी के विचारों को शामिल करना है, लेकिन 24 घंटे में 403 सदस्यों के सुझाव लेना मानवीय रूप से संभव नहीं है।
तैयारी के साथ दें विपक्ष के सवाल का जवाब : योगी
सीएम योगी ने रविवार को N D A विधायक दल की बैठक में सभी सदस्यों को इस बाबत निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री और विधायक विपक्ष के संभावित सवालों के जवाब के लिए पूरी तैयारी से आएं। उन्होंने संभावित मुद्दों पर भी चर्चा की, जिनको लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। मॉनसून सत्र की तैयारी के लिए रविवार को सीएम की अध्यक्षता में विधानमंडल दल की बैठक हुई। इसमें उन्होंने कहा कि विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। खासतौर से बेसिक स्कूलों की स्थिति, उनकी पेयरिंग के मुद्दे को विपक्ष उठाएगा। खाद, बिजली और किसानों के मुद्दे भी विपक्ष उठा सकता है। ऐसे ही संभावित मुद्दों पर अपनी बात ठीक से रखें। इसके लिए पूरी तैयारी से सदन में आएं।












