बरेली : सुबह-शाम का ‘दूध’ जवानों को नहीं मिलता, ‘पनियल्ला’ दाल जवानों को पिलाते हैं उपाध्याय जी…

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बरेली: होमगार्ड इंस्पेक्टर की धौंस: सांसद तक मेरी पहुंच है,अफसर मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे…

बरेली ट्रेनिंग सेंटर (डीटीसी, बरेली) पर तैनात क्वार्टर मास्टर ललित मोहन उपाध्याय जवानों पर जमाते हैं रौब

सवाल: गृह जनपद बरेली फिर ललित मोहन उपाध्याय 5 साल से यहां कैसे हैं तैनात ?

    अनिल शर्मा

Homeguards news barelli : इस तस्वीर को देख कर आप चौंक गये होंगे कि आखिर ये किसी फिल्म का स्टार है या फिर मॉडल…। बता दें कि साहेब ना तो स्टार हैं और ना ही मॉडल,ये ललित मोहन उपाध्याय जी हैं…। (डीटीसी, बरेली) में (इंस्पेक्टर) क्वार्टर मास्टर हैं और प्रशिक्षण पर आने वाले जवानों के ‘बॉस’ हैं। उपाध्याय जी का गृह जनपद बरेली है, इसके बावजूद साहेब 5 साल से बरेली मंडल में ही ‘चकरिया’ रहे हैं। उपाध्याय जी ‘भौकाल’ और ‘आतंक’ के माहिर खिलाड़ी हैं…। प्रशिक्षण पर आने वाले सभी जवानों को पहले दिन ही ‘हुड़की’ देते हैं कि जो खाना मिले, खा लो… शिकायत करने पर बर्र्खास्त करा दूंगा…। मेरी पहुंच सांसद और विधायक तक डायरेक्ट है…। जवानों ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर की नियमावली है कि सभी जवानों को सुबह और रात्रि पाली में दूध मिले और पौष्टिक भोजन मिले, लेकिन यहां पर इसके उलट हो रहा है। दोनों पॉली में दूध नहीं मिलता और दाल में पानी अधिक और दाल कम होते हैं। यानि पनियल्ला दाल खाना पड़ता है लेकिन शिकायत किससे करें। चौंकाने वाली बात तो ये है कि आखिर ट्रेनिंग सेंटर पर तैनात मंडलीय कमांडेंट क्या करते हैं ? उपाध्याय जी का ये खेल 5 साल से चल रहा है और इनके खिलाफ मुख्यालय पर बैठे अफसरों ने एक्शन नहीं लिया, क्यों ? बताया जाता है कि ट्रेनिंग सेंटर पर जवानों को दिये जाने वाले निवाले पर उपाध्याय जी औ मंडलीय कमांडेंट डाका डालते चले आ रहे हैं।

‘द संडे व्यूज़’ ने हाल ही में बरेली ट्रेनिंग सेंटर (डीटीसी, बरेली) से गायब 40 होमगार्डों की खबर को प्रकाशित किया, जिस पर तेज तर्रार डीजी एम.के.बशाल ने तत्काल प्रभाव से डीआईजी अजय पाण्डेय को बरेली जांच के लिये भेजा। जांच प्रक्रिया में है लेकिन ट्रेनिंग सेंटर पर एक (इंस्पेक्टर) क्वार्टर मास्टर की भूमिका निभा रहे हैं, वे पर्दे से बाहर दिख रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर होमगार्डों ने बताया कि 2007 में ललित मोहन उपाध्याय की भर्ती मृतक आश्रित कोटे से प्लाटून कमांडर के पद पर हुयी थी। उस समय से इसकी तैनाती बरेली मंडल में पीलीभीत,बदायूं और बरेली में ही होती रही। पिछले पांच वर्ष से सीटीआई पर ही तैनात है,जिसकी वजह से भ्रष्टाचार बढ़ गया है। श्री उपाध्याय जवानों के खाने में घटिया स्तर की पनियल्ला दाल खिला रहे हैं। जब होमगार्डों से सवाल किया गया कि आखिर क्वार्टर मास्टर के खिलाफ आपलोग ऊपर शिकायत क्यों नहीं करते? इस पर जवाब मिला कि बिना ऊपर वाले के शह के ही भ्रष्टाचार हो रहा है। सरकार हमलोगों के लिये खाने का पूरा पैसा देती है लेकिन ये लोग घटिया सामान मंगाकर खिलाते हैं।

बात जो भी,आखिर पिछले पांच सालों से क्यों नहीं ट्रेनिंग सेंटरों पर औचक निरीक्षण किया गया? इससे जाहिर होता है कि प्रदेश के सभी ट्रेनिंग सेंटर पर प्रशिक्षण पर आने वाले होमागार्डों के हिस्से की रोटी,दाल,चावल,दूध और सब्जी अफसर चोरी कर खा रहे हैं…।

अगले अंक में ललित मोहन उपाध्याय जी और दशेन्द्र शर्मा की वो कहानियां जिसे सुन सरकार भी माथा पकड़ लेगी…

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