जसबीर सिंह ने सरकार से किया अनुरोध
सरकार के खिलाफ की थी बयानबाजी
पांच साल पहले किया गया था निलंबित
बता दें कि प्रतापगढ़ में तैनाती के समय सरकार विरोधी बयानबाजी करके जसबीर सिंह चर्चा में आए थे। इसके बाद कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह के साथ भी उनके विवाद की खबरें आई थीं।जसवीर सिंह, साल 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। जब उन पर सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने के आरोप लगे तो उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके बाद संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने जसवीर सिंह के खिलाफ चल रही जांच की जानकारी बीते दिनों सरकार से मांगी थी।
सूत्रों के अनुसार, खबर है कि सरकार अब उन्हें बर्खास्त करने की तैयारी में है। इसके लिए यूपीएससी की तरफ से राष्ट्रपति को प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। उन्होंने इससे पहले ही यूपीएससी से अनुरोध किया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच किसी दूसरे राज्य से कराने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाए। उन्होंने इस संबंध में गृह विभाग को पत्र भी लिखा है।
ये बात साल 2019 की है। प्रतापगढ़ में एसपी रहते हुए जसबीर सिंह ने एक वेबसाइट से बातचीत के दौरान शासन की नीतियों और कार्यप्रणाली को लेकर कई बयान दिए थे। उन्होंने अफसरों के तबादले पर सरकार की नीतियों, एनकाउंटर के मुद्दों आदि पर खुलकर बात की थी। साथ ही सरकार की नीतियों पर कई गंभीर सवाल खड़े किए थे। उसी समय उन्हें निलंबित कर दिया गया था। वे पांच सालों से निलंबित चल रहे थे। अब उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं, जसबीर सिंह का रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से भी विवाद हुआ था, उस समय भी वह काफी चर्चा में रहे थे।












