कांग्रेस की सोच और जुबां अलग,सपा है परिवारवाद पार्टी लेकिन भाजपा जनता की पार्टी है: केतकी सिंह
शर्मनाक : प्रियंका बोले-लडक़ी हूं लड़ सकती हूं…पार्टी के नेता बोले-जब रेप होता है तो लेेटो,मजे ले लो…
वैभव पाण्डेय
बलिया। बांसडीह विधान सभा सीट की भाजपा नेता केतकी सिंह ने कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा के स्लोगन मैं लडक़ी हूं,लड़ सकती हूं पर हमलावर होते हुये कहा कि पहले अपनी पार्टी के नेताओं को मर्यादित भाषा का प्रयोग करने की नसीहत दें उसके बाद लडऩे की बातें करें। कर्नाटक के पूर्व अध्यक्ष और कांगे्रस के वरिष्ठï नेता रमेश कुमार के बयान पर तो कायदे से प्रियंका वाड्रा को कार्यालय में बुलाकर दो थप्पड़ मार कर पार्टी से निकाल देना चाहिये लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। जहां तक सपा और भाजपा के बीच चुनावी टक्कर की बात है तो सिर्फ इतना ही कहुंगी कि अखिेलेश यादव को पार्टी का नाम बदलकर परिवादवाद रखना चाहिये। जहां तक भाजपा की बात है तो अवाम के विचारों पर चलने वाली पार्टी है और विधान सभा चुनाव में इस बार सारी सीटों पर कमल का फूल ही खिलेगा।
के बांसडीह विधानसभा सीट की बीजेपी नेता और 2 बार से हारी केतकी सिंह एक वो नाम है जो नेता प्रतिपक्ष से मामूली अंतर से चुनाव हारी। 2017 के चुनाव में सुहेलदेव से गठबंधित बीजेपी ने टिकट अरविंद राजभर को टिकट दे दिया था जिसके कारण केतकी सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और मात्र 1687 मतों से पीछे रह गयीं। केतकी सिंह ने अपना तेवर दिखाते हुये महिलाओं पर टिप्पणी करने वाले कर्नाटक के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठï नेता रमेश कुमार के साथ ही कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया। जब बलात्कार होना ही है तो लेटो और मजे लो… कहने वाले रमेश कुमार को तो पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिये था। श्रीमती सिंह ने कहा कि ये कांग्रेस के नेता अब विचारों के आधार पर शून्य हो चुकी है, अब इनके पास कुछ नैतिकता नहीं बचा है। हमारे देश में महिलाओं का सम्मान किया जाता है और प्रियंका गांधी आखिर किस आधार पर कह रही हैं कि मैं लडक़ी हूं लड़ सकती हूं…। स्लोगन का भी जिक्र करते हुये कहा कि प्रियंका जी से उम्मीद थी की कम से कम वे अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने वाले नेता को पार्टी से निकाल देंगी और अपने कार्यालय पर बुलाकर थप्पड़ भी लगायेंगी। इससे साबित होता है कि कांग्र्रेस के कथनी और करनी में फर्क है।सपा पर हमला बोलते हुये केतकी ने कहा कि आगामी विधान सभा चुनाव में इस बार नेता प्रतिपक्ष रामगोबिंद चौधरी का जमानत जब्त हो जायेगा क्योंकि उन्होंने अपने विधान सभा में समय ही नहीं दिया है। जब उनसे कोई पूछता तो जवाब मिला कि वे बीमार हैं । बांसडीह विधानसभा ने उन्हें सम्मान दिया लेकिन नेता प्रतिपक्ष हमेशा अपनी व्यस्तता दिखाकर गायब रहें। कोरोना जैसी महामारी में अपनी जनता को देखने तक नहीं आये। एक नेता विधायक का मतलब होता है जो सुख-दुख में शामिल हो लेकिन चौधरी जी सिर्फ आराम करते रहें। कहा कि समाजवादी पार्टी नाम हटाकर परिवारवादी पार्टी रख देना चाहिये।