सुभासपा नेता शशिप्रताप सिंह ने कहा कि सपा से गठबंधन के बाद वाराणसी की शिवपुर और अजगरा सीट सुभासपा के खाते में आना तय है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवपुर विधानसभा को विकास में पीछे रखने का काम यहां के जनप्रतिनिधियों ने ही किया है। कहा कि यहां की भोली भाली जनता को ठगा गया है। इसलिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष यहां चुनाव जीत कर क्षेत्र में विकास करेंगे।अगर ओमप्रकाश राजभर और अनिल राजभर इस सीट पर चुनाव लड़ते हैं, तो वाराणसी की यह सीट विधानसभा चुनाव में हॉट सीट होने वाली है। जब से ओमप्रकाश भाजपा से अलग हुए हैं, तब से वह भाजपा पर हमलावर रहे हैं, तो वहीं यूपी कैबिनेट मंत्री और विधायक अनिल राजभर ओमप्रकाश पर भी हमला करते रहे हैं। अनिल राजभर 2017 में पहले बार विधायक बने थे। बलिया जिले के रसड़ा विकास खंड के रामपुर गांव के मूल निवासी सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने 2017 के विधानसभा चुनाव में गाजीपुर जिले की जहूराबाद विधानसभा सीट जीत दर्ज की थी। वह भाजपा सरकार में मंत्री भी बने, लेकिन बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। पूर्वांचल में सुभासपा अध्यक्ष की सक्रियता लगातार बनी रही।
विधान सभा चुनाव: ओमप्रकाश राजभर और अनिल राजभर के बीच चुनाव में देखने को मिल सकता है ‘वाकयुद्ध’
वाराणसी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसी चुनावी सरगर्मी भी तेज होती जा रही है। वाराणसी की शिवपुर सीट पर मुकाबला और रोचक हो सकता है। यहां से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मैदान में उतर सकते हैं, तो अभी यहां से योगी योगी सरकार के मंत्री अनिल राजभर विधायक हैं। सुभासपा प्रवक्ता शशिप्रताप सिंह ने कहा कि सुभासपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष से शिवपुर से चुनाव मैदान में उतरने की मांग की है।