लखीमपुरखीरी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लखीमपुर खीरी की कस्ता विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी सौरभ सिंह सोनू के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास सबका विश्वास देने वाली सरकार है तो दूसरी तरफ माफिया, भय और आतंक मचाने वाले लोग हैं। इनके लिए गुंडा छोटा शब्द है, ये तो आतंकियों के रक्षक हैं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, सपा के लोग केवल चुनाव के दौरान नजर आते हैं। उन्होंने कहा सपा ने ऐसे लोगों को टिकट दिया है जो या तो जेल में हैं या फिर बेल पर हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो भ्रष्टाचार, अपराध, माफिया राज और गुंडाराज को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए प्रयास कर रही है।
सपा राज के गुंडे माफियाओं का उल्लेख करते हुए मुख्तार अंसारी और आजम खान का हवाला दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने कारसेवकों पर गोलियां बरसाईं आज वह मंदिर-मंदिर घूमते फिर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार की दिलेर फैसलों का उल्लेख करते हुए कहा कि किसी ने स्वप्न में नहीं सोचा था कि कश्मीर में धारा 370 हटाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 156 से ज्यादा ऐसे कानून थे जो जम्मू कश्मीर में लागू ही नहीं होते थे। चाहे वह महिला उत्पीड़न का मामला हो, चाहे भ्रष्टाचार का मामला हो बच्चों का कोई कानून नहीं था लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की बदौलत धारा 370 हटा दी गई। तीन तलाक पर तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, सीरिया, ईरान, इराक जैसे मुस्लिम देशों में तीन तलाक नहीं होता था जबकि भारतवर्ष में तीन तलाक विराजमान था।
तीन तलाक को हटाने के लिए मोदी सरकार थी जिसने मुस्लिम महिलाओं को एक नई जिंदगी देने का काम किया। उन्होंने पुलवामा हमले की तीसरी पुण्यतिथि का भी जिक्र करते हुए कहा कि यह पहली बार था जब पाकिस्तान को देश के प्रधानमंत्री ने कड़ी चेतावनी दी थी और फिर क्या हुआ आपने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के माध्यम से देख लिया। नड्डा ने जनधन खातों का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में 200000000 बहनों को जनधन खाते में कोरोना काल के अंदर 500 रुपये भेजे गए। 80 करोड़ जनता को राशन दिया गया। नड्डा ने अपने उद्बोधन में केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं का जमकर बखान किया और कहा कि यह सारी योजनाएं केवल जनता के लिए मोदी और योगी की सोच का नतीजा हैं।