एफसीआई सहित सभी बकायेदारों से शीघ्र वसूले बकाये की रकम : जे.पी.एस. राठौर
संजय पुरबिया
लखनऊ। योगी पार्ट 2 द्वारा दिये गये लक्ष्य को भेदने में जुट गये हैं सहकारिता मंत्री जे.पी.एस.राठौर…। ताबड़तोड़ बैठकों और निरीक्षण का दौर जारी है। उ.प्र. राज्य भंडारण निगम के अधिकारियों को निर्देश देने से नहीं चूके कि टार्गेंट हर हाल में पूरा होता दिखे और सभी प्रबंधक आराम तलबी छोड़ हर माह कम से कम एक बार अपने केन्द्रों का सघन निरीक्षण करें। आपलोग 5 साल के टार्गेट का रोड मैप तैयार कर उसी के अनुरूप काम करें क्योंकि मुझे हर हाल में लक्ष्य भेदना है। आपलोग इस बात पर खास ध्यान दें कि निगम के काम को किस तरह से पारदर्शी बनाया जाये ताकि हम पर भरोसा करने वाले लोग छला महसूस ना करें। आपलोग सभी केन्द्रों का ऑनलाइन कर डिपो सिस्टम से इस तरह से जोड़े कि उसकी सेंट्रलाईज मानिटरिंग हेड ऑफिस पर की जा सके। सहकारिता मंत्री के ताबड़तोड़ बैठकों से अधिकारी और कर्मचारी हलकान हैं लेकिन उनकी बातों से सभी जोश में भी हैं। सहकारिता मंत्री जे.पी.एस.राठौर उ.प्र. राज्य भंडारण निगम के क्षेत्रीय प्रबंधकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यों की मासिक समीक्षा की जिसमें निगम के एमडी श्रीकांत गोस्वामी सहित समस्त वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सहकारिता मंत्री के ताबड़तोड़ बैठकों से अधिकारी और कर्मचारी हलकान हैं लेकिन उनकी बातों से सभी जोश में भी हैं। जे.पी.एस.राठौर ने बताया कि नगम की भंडारण क्षमता का शत-प्रतिशत उपयोग किया जाये। इस बात पर खास ध्यान दिया जाये कि एफसीआई व अन्य जमाकर्ता संस्थानों से बकाये की रकम शीघ्र वसूल की जाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि लक्ष्य को पूरा करने में यदि किसी अधिकारी को दिक्कत आ रही है तो सीधे संवाद कर सकते हैं लेकिन लापरवाही क्षम्य नहीं होगा। सहकारिता मंत्री ने कहा कि मूल्य समर्थन योजना अंतर्गत केन्द्रीय पूल में क्रय किये जा रहे गेहूं स्टाक का सुरक्षित भंडारण कराया जाये। प्रदेश में खाद्यान्न भंडारण की क्षमता को देखते हुये निगम द्वारा अपनी भंडारण क्षमता का विस्तार किया जाये।
श्री राठौर ने यह भी कहा कि गेहूं के सुरक्षित भंडारण के लिये साईलो एवं पी.ई.जी. गोदामों का निर्माण समय पर पूरा करा लिया जाये ताकि किसी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। निगम क्या काम कर रही है उसका आगामी पांच वर्ष का पूरा रोड मैप तैयार कर उसी के अनुरूप काम करें और डब्ल्यू.डी.आर.ए. के निर्धारित मानक को पूरा करते हुये सभी भंडार गृहों के पंजीकरण की कार्यवाही समय पर पूरी करा ली जाये। इसी तरह सभी भंडार गृहों को सोलर पैनल से ढक़ा जाये और वहां पर प्रकाश की व्यवस्था इस तरह से की जाये कि रौशनी गोदामों के अंदर भी जाये।