प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल, कर्मचारियों में रोष, काम ठप करने का दिया अल्टीमेटम
विशेष संवाददाता
लखनऊ। जल संस्थान कर्मचारी परिषद के जोन सात में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अभी तक इंदिरानगर क्षेत्र के निवासी ही विभिन्न समस्याओं को लेकर जोनल अधिकारी के चक्कर काटते नजर आते थे लेकिन अब कर्मचारियों ने भी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है।
लखनऊ जल संस्थान कर्मचारी परिषद,जोन सात के अध्यक्ष नितिन त्रिवेदी के नेतृत्व में कार्यालय परिसर में धरना- प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में कहा गया कि वर्षों से प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की मांगों की घोर अनदेखी की जा रही है, जिसकी वजह से कर्मचारी तो परेशान हैं ही, आम जनता को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। संगठन के मंत्री वी.के. श्रीवास्तव की ओर से जारी मांग पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि स्वीकृत होने के बाद भी कर्मचारियों की चिकित्सा प्रतिपूर्ति अभी तक नहीं की जा सकी है। वेतन से इंकम टैक्स के नाम पर कटौती की सूची उपलब्ध नहीं कराई गयी है। जिन कर्मचारियों को आवास आवंटित हैं और उनका एचआनए कट रहा है, उनकी सूची तक संगठन को उपलब्ध नहीं करायी गयी है। जोन सात के 2021-22 की कुल सूची आय-व्यय का विवरण नहीं दिया जा रहा है।
इस दौरान संगठन के डीबी सिंह ने कहा कि कार्यालय आने वाले आम लोगों के लिए भी यहां समुचित प्रबंध नही हैं। जोनल आफि स व कैंप कार्यालयों में पीने का पानी, कूलर, पंखा, साफ-सफ ाई जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। कर्मचारियों ने अल्टीमेटम दिया कि अगर प्रशासन उनकी मांगे नहीं मानता है तो वह कार्य बहिष्कार से लेकर उग्र आंदोलन करने तक को बाध्य होंगे। इस अवसर पर शशि मिश्र, बीएस श्रीवास्तव, बैरागी राम, देशराज, भरत सिंह चौहान, श्याम लाल, सूरजभान, आकाश कुमार गुप्ता, अनिल कुमार, राम प्रताप, विनोद श्रीवास्तव, राज नारायण और नंदू सहित दर्जनों कर्मचारी उपस्थित रहे।