सीतापुर में है मैसर्स प्लाईवुड फैक्टरी
ब्यूरो
लखनऊ। राज्यमंत्री कारागार सुरेश राही ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जनपद सीतापुर में ब्रिटिश नागरिक द्वारा परित्य सम्पत्ति मैसर्स प्लाईवुड प्रोडक्ट फैक्टरी को राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहीत करके इसे चालू कराये जाने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में कारागार राज्यमंत्री ने अवगत कराया है कि ब्रिटिश सिटीजन द्वारा स्थापित प्लाईवुड प्रोडक्ट फैक्टरी का उत्पाद एक जमाने में पूरे एशिया में प्रसिद्ध था और यह फैक्टरी उस दौर में सीतापुर की पहचान थी।
श्री राही ने प्लाईवुड फैक्टरी की पृष्ठभूमि के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया है कि यह फैक्ट्री 1939 में पंजीकृत की गयी। इसके संस्थापक भागीदारों में ब्रिटेन के निवासी मि. हेनरी भामसन व इनकी दो बहनें हैं जिनकी हिस्सेदारी 75 प्रतिशत है। इन सभी भागीदारों की मृत्यु हो चुकी है। इस फैक्ट्री में जे.के. सिन्घानिया ग्रुप के लोगों की हिस्सेदारी है। अभी तक फैक्टरी के यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस फैक्टरी के संस्थापक भागीदार 1987 ई. को 150 बीघा जमीन एवं मशीनेंए बगले आदि छोड़कर भारत से चले गए हैं। सम्पूर्ण सम्पत्ति पर अवैधानिक रूप से बेनामदारों द्वारा कब्जा कर भूमि, मशीनें एवं चल- अचल सम्पत्ति आदि को अवैध रूप से बेचा जा रहा है।
कारागार राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया है कि मेसर्स प्लाईवुड प्रोडक्ट, सीतापुर की सम्पत्ति को राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहण करके चालू कराया जाये। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि इस फैक्टरी के क्रियाशील हो जाने से इससे जुड़े श्रमिकों एवं उनके परिवारों को राहत मिलेगी तथा आस-पास के लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार उद्योगों को ओ.डी.ओ.पी. के तहत प्रोत्साहित कर रही है। इस दिशा में इस फैक्ट्री को पुर्नजीवित करके इसके पुराने गौरवशाली दौर को जीवन्त किया जा सकेगा।