रेलवे के डीजल शेड में आरपीएफ ने पकड़ा डीजल चोरी,टैंकर के अंदर भी भरा है चोरी का डीजल
सुबह साढे आठ बजे पकड़ी गयी चोरी,देर शाम तक चलता रहा सौदेबाजी का खेल
कमांडेंट की जानकारी में प्रकरण आने पर दर्ज हुयी एफआईआर
ब्यूरो लखनऊ। उत्तर रेलवे के आलमबाग स्टोर में आज सुबह साढे आठ बजे निजी ठेकेदार के टैंकर से बड़े पैमाने पर डीजल चोरी कर निकाला जा रहा था लेकिन आरपीएफ ने गेट पर ही टैंकर सहित इसमें शामिल कर्मचारियों को धर-दबोचा। मौके पर क्लर्क नीरज रावत,डीजल शेड का क्लर्क राजीव मिश्रा सहित दो खलासियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। मामला सुबह का है लेकिन देर शाम तक मामले को रफा-दफा करने में डीजल शेड के अधिकारियों और आरपीएफ इंस्पेक्टर के बीच सौदेबाजी का खेल चलता रहा लेकिन किसी तरह यह बात आरपीएफ कमांडेंट तक पहुंच गयी। कमांडेंट की ईमानदारी सब पर भारी पड़ी और मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
किसी को मालूम नहीं कि जिस टैंकर को पकड़ा गया है,उसके अंदर रेलवे से चोरी की गयी बड़े पैमाने पर डीजल भरा हुआ है। बात जो भी हो डीजल शेड में आरपीएएफ और अधिकारियों की मिलीभगत से अर्से से डीजल चोरी का खेल खेला जा रहा है और इसके एवज में ठेकेदार सभी को मोटी रकम पहुंचाता रहा है। बता दें कि रेलवे में तेल की सप्लाई मसलन डीजल व मिट्टी का तेल आलमबाग स्टोर द्वारा ही किया जाता है। ये काम वही कर सकता है जो प्राइवेट टेंडर द्वारा ठेका हासिल करता है। पहले भी डीजल शेड में तेल चोरी का खेल पकड़ा गया है जिसमें रेल यूनियन के लोग भी शामिल थे। इस प्रकरण पर जांच हुयी और कई कर्मचारियों की नौकरी भी चली गयी।
आज भी टैंकर से डीजल चोरी हो रही थी,जिसमें क्लर्क नीरज,डीजल शेड क्लर्क राजीव मिश्रा सहित दो खलासी गिरफ्तार किये गये हैं। गिरफ्तारी के बाद सौदेबाजी का खेल चलता रहा,तभी तो शाम तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। कमांडेंट की जानकारी में आने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। खास बात यह है कि आरपीएफ तेल चोरी का मुकदमा दर्ज कर कई तथ्यों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। क्योंकि ये खेल एक दिन का नहीं है,इससे पूर्व भी कई बार तेल चोरी होती रही है।