अंसल आंगन योजना में ठेकेदारों ने किया आधा-अधूरा काम, सचिव को आवंटी देने जा रहें शिकायती पत्र
नालियों पर नहीं बना पत्थर का कलवटर मकानों में सीमेंट गायब, बालू से हो रहा निर्माण कार्य
अरूण शर्मा
लखनऊ। आशियाना स्थित अंसल आंगन योजना में ठेकेदारों ने पूरा काम नहीं कराया जिसकी वजह से सचिव,एलडीए ने नई रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है। रजिस्ट्री तब तक नहीं हो पायेगा जब तक कि निर्माण कार्य पूरा नहीं होगा। इस योजना की मौजूदा तस्वीर ये है कि ना तो नालियों पर पत्थर की कलवटर बनी है और ना ही मकानों के हो रहे निर्माण कार्य में गुणवत्ता दिखायी दे रही है। नाली निर्माण और आवास निर्माण कराने वाले ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं। जो मकान बनाये जा रहे हैं उनमें बालू से ही काम चलाया जा रहा है,सीमेंट नाम मात्र का लगाया जा रहा है। निर्माण इतना घटिया स्तर का है कि कभी भी मकान ढह सकता है। वहीं,अंसल के जीएम और स्थानीय अधिकारियों को आवंटियों ने अवगत कराया कि नालियों पर पत्थर का कलवटर लगा दें ताकि आने-जाने वालों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो लेकिन शायद ठेकेदारों ने जीएम को हल्के में तौल लिया है। बहरहाल,आवंटी इसकी लिखित शिकायत एलडीए के सचिव श्री गंगवार एवं अंसल के जीएम अजीत झा से करने जा रही है ताकि ठेकेदारों के भुगतान पर रोक लगा दें और निर्माण कार्य सही ढंग से व पूरा कराने के बाद ही उन्हें भुगतान करें।
अंसल आंगन योजना में नालियों का आधा-अधूरा काम हुआ है। जो नालियां बनी हैं उनमें सीमेंट के दर्शन नहीं हो रहे हैं। ठेकेदार के मुंशी घटिया सामग्री मिलाकर काम करवा रहे हैं और कई नालियों पर तो पत्थर के कलवटर तक नहीं डाले गये हैं। इस वजह से आने-जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह नालियां पूरी तरह से बंद हैं जिसकी वजह से पानी का आवागमन नहीं हो पा रहा है और डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं। वहीं, नये मकान,जिनके आधे-अधूरे निर्माण कार्य हुये थे उसे पूरा करने का काम चल रहा है। ठेकेदार के मुंशी सिर्फ बालू और मौरंग लगाकर मकान का ढंाचा खड़ा कर रहे हैं। इन्हें इससे कोई मतलब नहीं कि मकान रहे या ढ़हे।
ठेकेदारों का कहना है कि अंसल बिल का भुगतान नहीं कर रहा है जिसकी वजह से काम तो घटिया होगा ही। बात जो भी हो,ठेकेदारों द्वारा किये गये आधे-अधूरे काम व घटिया निर्माण की वजह से एलडीए ने रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है। इस बारे में एलडीए सचिव श्री गंगवार से बात की गयी तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वहां पर निर्माण कार्य अधूरे हैं,जब तक पूरा नहीं होगा रजिस्ट्री नहीं होगी। कहा कि मौके पर जाकर निर्माण कार्य के गुणवत्ता की जांच करूंगा,कमी मिली तो कार्रवाई होगी। नालियों पर ठेकेदारों द्वारा पत्थर का कलवटर ना बनाने पर जब अंसल के जीएम अजीत झा को अवगत कराया गया तो उनका संदेश मिला कि शीघ्र बन जायेगा…। इसी तरह अंसल के कर्मचारियों से कहा गया तो उनलोगों ने संबंधित ठेकेदार को निर्देश दिया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुयी। इससे साबित होता है कि यहां के ठेकेदार अंसल के अधिकारियों को कौड़ी का तीन समझ रहे हैं।