अंसल आंगन योजना में आयी टीम की सख्ती: शीघ्र हो अधूरे काम ताकि आवंटियों को मिले आवास
द संडे व्यूज़ का सवाल :
1- यहां पर हो रहा आरटीआई का दुरुपयोग,अफसर बोलें,मालूम है यहां हो रहा खेल
2- आखिर 30 प्रतिशत काम कब होगा पूरा,क्यों नहीं खुल रही रजिस्ट्री ?
अफसरों ने कहा-12 जनवरी को अंसल के अलावा आवंटी भी आयोग में रख सकते हैं अपनी बात,निष्पक्ष होगी जांच
समिति के पदाधिकारी ने अंसल पर लगाये आरोप : अंसल ने नहीं मकान नहीं किया हैंडओवर ?
अंसल के इंजीनियर का जवाब: अनपढ़ है पदाधिकारी,2017 में मकान नहीं कालोनी हैंडओवर कर दिया गया है
संजय पुरबिया
लखनऊ। मंगलवार को देर शाम आयोग द्वारा गठित टीम के अधिकारियों ने आशियाना स्थित ‘अंसल आंगन योजना‘ कालोनी में पहुंचकर विकास कार्यों का जायजा लिया। टीम में आयोग सहित एलडीए के अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान कॉलोनी में बनी समिति के पदाधिकारी ने बताया कि अंसल ने नाली नहीं बनाया,ट्रांसफार्मर नहीं चल रहा, सड़क निर्माण का कार्य अधूरा है और 201ृ7 से अभी तक इनलोगों ने मकानों को हैंडओवर नहीं किया। इस पर वहां मौजूद अंसल के इंजीनियर ने कहा कि सभी ट्रांसफार्मर चालू कंड़ीशन में हैं। एक जो बंद है,उसे भी नये मकानों की रजिस्ट्री होने के बाद चालू कर दिया जायेगा। इस पर अधिकारियों का पारा चढ़ गया और उनलोगों ने कहा कि बंद ट्रांसफार्मर का एनओसी दो ? इस पर इंजीनियर साहेब सकपका गये। अधिकारियों ने कहा कि 12 जनवरी को आयोग के समक्ष एनओसी सहित सभी दस्तावेज लेकर पेश हों,वर्ना होगी सख्त कार्रवाई ? इस दौरान वहां मौजूद ‘द संडे व्यूज़’ ने अधिकारियों से कहा कि जब सरकार विकास चाह रही है,फिर समिति द्वारा मुकदमा दर्ज करने पर विकास कार्य क्यों रोक दिया गया ? सुविधाओं का लाभ समिति के सभी पदाधिकारी उठा रहे हैं फिर अन्य आवंटियों को उनका हक क्यों नहीं दिया जा रहा ? अधिकारियों ने कहा कि 30 प्रतिशत काम जो बचा है,वहीं पदाधिकारी की मांग है,शीघ्र वो पूरा हो जायेगा। हमलोगों को मालूम है कि यहां पर क्या खेल चल रहा है…।
अंसल आंगन योजना में विकास कार्यों के नाम पर शुुरु से ही लूट मची रही। अंसल के अधिकारियों से लेकर ठेकेदारों ने 330 स्क्वायर फीट के मकान बनाने के नाम पर, सड़क,सीवर,बिजली के नाम पर आवंटियों से जो चाहा वसूल किया। किसी तरह कालोनी बनी तो बिजली के लिये आवंटियों को झेलाया गया। ना तो अंसल ने ट्रांसफार्मर लगाया और ना ही आवंटियों की फरियाद कहीं सुनी गयी। आवंटी आकर अपना घर बनाना चाहते थे तो यहां पर बनी समिति के कुछ पदाधिकारियों ने बिजली दिलाने के नाम पर लाखों रुपये लूटते रहें। समिति के लेटर पैड पर जिस आवंटी का नाम लिखकर बिजली विभाग को देते,उसे कनेक्श् ान मिलता था। वसूली के इस धंधे को द संडे व्यूज़ ने उठाया और इस खेल को पूरी तरह से बंद कराकर पेशे से शिक्षक और अन्य पदाधिकारियों के चेहरे को बेनकाब किया। उसके बाद बिजली विभाग के एसडीओ,जेई ने सभी आवंटियों को सरकारी दर पर बिजली कनेक्श् ान देने लगें और भ्रष्ट पदाधिकारियों का कार्यालय में प्रवेश पर रोक लगा दिया।
खैर,मंगलवार को पहुंची टीम ने अंसल के इंजीनियर को आगामी 12 जनवरी को बिजली का एनओसी सहित निर्माण कार्य के दस्तावेज पेश करने को कहा है। यदि पेश नहीं होंगे तो आपलोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस बाबत अंसल के इंजीनियर श्री पाण्डेय ने बताया कि समिति के पदाधिकारी गलत आरोप लगा रहे हैं। वे अनपढ़ हैं,उन्हें मालूम नहीं कि कंपनी मकान हैंडओवर नहीं करती बल्कि कॉलोनी हैंडओवर करती है। कहा कि अंसल ने 2017 में सड़क,नाली,पार्क की जमीन को नगर निगम को हैंडओवर कर दिया था। समिति के पदाधिकारियों की मंशा गलत है जिसकी वजह से आगे के काम नहीं हो पा रहे हैं। वहीं,समिति के पदाधिकारी का तर्क है कि यहां पर नाली,सड़क का निर्माण कार्य अधूरा है। बिजली के ट्रांसफार्मर भी नहीं चल रहा है। बात जो भी,अंसल आंगन योजना कालोनी में शीघ्र बचे 30 प्रतिशत काम शीघ्र पूरे हो। यही आवंटियों की भी इच्छा है ताकि उनकी रजिस्ट्री खुल सके और यहां पर विकास हो।