प्रमोटी कमांडेंट बी के सिंह ने भर्ती हमराह के परिजनों को हॅास्पिटल जाकर धमकाया, मरीज का बढ़ा ब्लॅड प्रेशर
हमराह रामजी यादव को कमांडेंट ने बिस्तर से उठाकर बिठाया,हांथ-पांव चलाने को कहा,परिजनों में आक्रोश
पैरालिसिस और बे्रन हैमरेज के मरीज को इस तरह बिस्तर से नहीं उठाना चाहिये,जान पर बात बन जाती: लक्ष्मीकांत मौर्य
तुमलोगों का कोई साथ नहीं देगा,बयान कौन दे रहा है,मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा…प्रमोटी कमांडेंट बिनोद कुमार सिंह
परिजनों से कहा-सुनी के बाद प्रमोटी कमांडेंट बी. के. सिंह मिर्जापुर से गायब
संजय पुरबिया
मिर्जापुर। मिर्जापुर के श्रेयांश हॅास्टिल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हमराह रामजी यादव के परिजनों को प्रमोटी कमांडेंट बिनोद कुमार सिंह ने हॉस्पिटल में जाकर धमकाया। कहा कि तुमलोगों का कोई साथ नहीं देगा,बयान कौन दे रहा है,मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा…। ‘द संडे व्यूज़’ में खबर प्रकाशित होने के बाद आग-बबूला प्रमोटी बी.के.सिंह ने बिस्तर पर लेटे हमराह रामजी यादव से कहा कि उठकर बैठो, हांथ फैलाओ,पैर सीधा करो…। कमांडेंट का अमानवीय व्यवहार देख वहां मौजूद डॉक्टर भी हतप्रभ थे। इस दौरान कमांडेंट और हमराह के परिजनों से कहा-सुनी भी हुयी। परिजनों ने बताया कि कमांडेंट के जाने के बाद भईया का ब्लॅड प्रेशर फिर से बढ़ गया था। मेरा सवाल शासन में बैठे सीएम की क्रीम टीम से है कि यदि उनके परिवार के किसी सदस्य को पैरालिसिस का अटैक और ब्रेन हैमरेज हो और कोई उसे जाकर उठकर बैठने के लिये कहे और हाथ-पैर फैलाने की बात कहे तो उसके साथ आपलोग क्या करेंगे ? वहीं श्रेयांस हॉस्पिटल के मैनेजमेंट देख रहे लक्ष्मीकांत मौर्य ने कहा कि जिस तरह से अधिकारी मरीज को उठा रहे थे,ऐसा नहीं करना चाहिये। मरीज को उठाने-बिठाने की वजह से उसका बी.पी. बढ़ गया था,जो सेहत के लिये ठीक नहीं था। बहरहाल, मरीज के परिजनों के साथ बहस करने के बाद प्रमोटी कमांडेेंट मिर्जापुर से गायब हो गया है।
हमराह रामजी यादव के भाई श्याम जी यादव ने बताया कि भईया 28 जून से भर्ती हैं और डॉक्टरों ने कहा कि अभी तीन दिनों तक भर्ती रहेंगे क्योंकि इनकी तबीयत ठीक नहीं है। द संडे व्यूज़ में 29 जून को खबर प्रकाशित होने के बाद कमांडेंट बिनोद कुमार सिंह श्रेयांश हॉस्पिटल पहुंचे और बिस्तर पर सो रहे हमराह रामजी यादव को उठकर बैठने,हांथ-पैर चलाने का हुक्म देने लगे।
इस दौरान वहां मौजूद डॉक्टर और परिजनों को उनका ये व्यवहार नागवार गुजरा। इसके बाद कमांडेंट ने हमराह के छोटे भाई श्याम जी यादव से ऊंची आवाज में कहा कि कोई तुमलोगों का साथ नहीं देगा, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा। इस पर परिजनों ने भी जवाब दिया। काफी देर तक दोनों तरफ से कहा-सुनी हुयी जिसकी वजह से भर्ती रामजी यादव का ब्लड प्रेशर काफी बढ़ गया था।
श्रेयांश हॉस्पिटल में मैनेजमेंट देख रहे लक्ष्मीकांत मौये ने बताया कि उस वक्त मैं भी था और जिस तरह से अधिकारी व्यवहार कर रहे थे,वो मरीज की सेहत के लिये ठीक नहीं था। उनके जाने के बाद रामजी यादव का बीपी बढ़ गया था। श्री मौर्य ने बताया कि जिस कंडीशन में रामजी यादव हैं,कायदे से इनसे किसी को बात भी नहीं करनी चाहिये थी,लेकिन कमांडेंट ने उन्हें उठाकर बिठाया और हांथ-पांव चलाने कि लिये कह रहे थे। अभी ये तीन दिन तक हॉस्पिटल में रहेंगे उसके बाद जांचोपरांत डिस्चार्ज किया जायेगा।