भाजपा के एमएलसी ने भ्रष्ट कमांडेंट की मंत्री धर्मवीर प्रजापति से की शिकायत, उलट उसे दे दिया ‘इनाम’

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हल्ला बोल : सरकार भाजपा की,शिकायतकर्ता भी भाजपा के एमएलसी लेकिन मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने भ्रष्ट कमांडेंट को बचा लिया

कैसे होगा मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति का पालन,मनेाज बघेल को दे दिया बलिया का अतिरिक्त चार्ज

मैं इस मामले का पता कर रहा हूं : डीआईजी संतोष सुचारी

शेखर यादव

लखनऊ। यूपी में सरकार भाजपा की,भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा के एमएलसी होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति को लिखते हैं पत्र लेकिन भ्रष्ट प्रमोटी कमांडेंट मनोज बघेल पर वह कोई एक्शन नहीं लेते। बल्कि गिफ्ट में बलिया का अतिरिक्त चार्ज थमा देते हैं। प्रमोटी कमांडेंट मनोज बघेल ने आजमगढ़ में वसूली का नया पैंतरा अपनाया है। वसूली भी करेंगे और पीडि़त जवानों से लिखवा भी लेंगे किए मैंने कुछ भी नहीं दिया। यानी, चोरी की चोरी और सीना जोरी। मंत्री द्वारा एक्शन न लेने पर भाजपायी भी अब आक्रोश में है और बात ऊपर तक जा सकती है। इस मामले को डीआईजी, इलाहाबाद परिक्षेत्र संतोष सुचारी ने गंभीरता से लिया है और पता लगाने की बात कही है। अब देखना यह है कि आगे क्या होता है।

आखिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति का सपना कैसे साकार होगा। उत्तर प्रदेश सरकार में विधान परिषद सदस्य रामसूरत राजभर और आजमगढ़ के भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह ने आज़मगढ़ के प्रमोटी कमांडेंट मनोज बघेल को भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाकर आजमगढ़ से हटाए जाने के लिए होमगार्ड मंत्री एवं अपर प्रमुख सचिव को पत्र लिखा। आरोप लगाया है कि ड्यूटी के नाम पर कमांडेंट 2000 रुपये की अवैध वसूली भी करते हैं। पत्र में लिखा है कि कमांडेंट जवानों से 2000 की वसूली करके यह लिखवा लेते हैं कि मैंने कोई रिश्वत नहीं दी, जो जवान यह लिखकर नहीं देता है उसकी ड्यूटी दूर लगा दी जाती है। उन्होंने लिखा है कि आज़मगढ़ में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।

 

इसके अलावा भाजपा के कई वरिष्ठ नेता गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय महामंत्री सहजानंद राय, पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह, यू.पी. कोऑपरेटिव यूनियन के अध्यक्ष शिवनाथ सिंह ने भी लेटर पैड पर मनोज बघेल की शिकायत की और उन्हें तत्काल हटाए जाने की मांग की। इन सभी का आरोप है कि कमांडेंट मनोज बघेल के द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन नहीं किया जा रहा है। इससे प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है। उसके बावजूद भी मनोज बघेल को बलिया के जिला कमांडेंट का अतिरिक्त चार्ज दे दिया जाता है, जबकि बलिया मऊ के पास है। नियमत: चार्ज मऊ के जिला कमांडेंट को मिलना चाहिए था।

इस पूरे मामले ने राजनीतिक हलकों में बड़ी हलचल पैदा कर दी है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के कई बीजेपी के नेताओं ने ही कमांडेंट मनोज बघेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। और अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है इस बात की आजमगढ़ में बहुत जोरों पर चर्चा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा एक अधिकारी की शिकायत पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी, बल्कि मनोज बघेल को तोहफे के तौर पर एक अतिरिक्त जिले की जिम्मेदारी और दे दी गई।

इस मामले में जब इलाहाबाद पर क्षेत्र के डीआईजी संतोष सुचारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुझे कोई जानकारी नहीं थी आपके समाचार पत्र से मुझे जानकारी मिली है मैं इस मामले का पता कर रहा हूं।

अगले अंक में… आजमगढ़ का प्रमोटी कमांडेंट मनोज बघेल बलिया से रात के अंधेरे में…लेकर भागा, जब मिली कलेक्ट्रेट से धौंस तब…

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