होमगार्ड विभाग के सीनियर बोले-विभागीय परीक्षा हो तो 80 प्रतिशत प्रमोटी कमांडेंट न बन पाये
दारूबाज होमगार्ड की कार्रवाई पर बलिया पहुंचे मनोज बघेल: मऊ कमांडेंट 6 माह बाद रिटायर हो रहे हैं इसलिये मुझे मिला चार्ज
कमांडेंट की गैरमौजूदगी में पीसी ने लगाया दारुबाज होमगार्ड की ड्यूटी,उ से क्यों बचाना चाहते हैं मनोज बघेल ?
पिन्टू सिंह
बलिया। होमगार्ड विभाग के सीनियर आफिसर सही कहते हैं कि उनके विभाग के 80 प्रतिशत प्रमोटी कमांडेंट नकारा हैं। उनसे यदि ‘एप्लीकेशन’ लिखवा लिया जाये तो अगल-बगल झांकने लगते हैं। विभागीय परीक्षा देकर प्रमोशन होता तो आधे से अधिक ‘फेल का मुंह’ देखते। सीनियर अफसरों के बातों में वाकई दम है क्योंकि इसका नजारा आज बलिया पहुंचे आजमगढ़ के प्रमोटी कमांडेंट मनोज सिंह बघेल के जवाब को सुनने के बाद लगा। हालांकि ‘द संडे व्यूज़’ इस बात की पुष्टि नहीं करता है। द संडे व्यूज़ ने 2 नवंबर को खबर प्रकाशित किया था,जिसका शीर्षक ‘बलिया कलेक्ट्रेट की सुरक्षा दारूबाज होमगार्ड के हवाले’ था। खबर का असर यह रहा कि विभाग में खडमंडल मच गया। मामले की गंभीरता को भांप मुख्यालय के अफसरों ने जांच बिठा दी और आजमगढ़ के प्रमोटी कमांडेंट मनोज सिंह बघेल भागकर बलिया पहुंचे। उन्होंने होमगार्डों के साथ मीटिंग की और सच्चाई जानने की कोशिश की। इसी बीच सोशल मीडिया ‘पूर्वांचल प्रेस’ और द संडे व्यूज़ के संवाददाता ने मनोज बघेल से दो सवाल किया। कलेक्ट्रेट में बलिया के सभी तहसीलों के महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे हैं, डीएम कार्यालय के अनगिनत आदेश की महत्वपूर्ण कागजात रखे हैं, उसके बाद भी कलेक्ट्रेट की सुरक्षा के लिये दारुबाज होमगार्ड को तैनात किया गया ? उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गयी ? इस पर बघेल साहेब का जवाब रहा कि उसके खिलाफ क्या कार्रवाई करें ? आपलोग जो बतायें,कर दूंगा। दूसरा सवाल कि आप आजमगढ़ के कमांडेंट है तो बलिया का अतिरिक्त कार्यभार आपको कैसे मिल गया ? बलिया और आजमगढ़ के बीच मऊ के कमांडेंट बैठते हैं,उन्हें क्यों नहीं बलिया का अतिरिक्त चार्ज दिया गया ? अब सुनिये प्रमोटी कमांडेंट बघेल साहेब का बेतुका जवाब,जिस सुन आप खुद अंदाजा लगाईये कि कमांडेंट की कुर्सी पर इन्हें बैठना चाहिये या? बघेल साहेब ने जवाब दिया कि मऊ के कमांडेंट 6 माह बाद रिटायर हो रहे हैं इसलिये मुझे बलिया का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। जब संवाददाता ने पूछा कि ये कौन सी नियमावली में लिखा है कि जिनका छह माह रिटारमेंट शेष हो,उ न्हें किसी जिले का अतिरिक्त कार्यभार नहीं सौंपा जाता है। इस पर बघेल जी ने प्रमोटी छाप दिमाग लगाया और बोला अरे भाई,आप कार्यालय आईये चाय पीते हैं और बैैठकर बात करते हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं कि डायरेक्ट भर्ती से आने वाले कमांडेंट से टक्कर लेने की मुगालते पालने वाले प्रमोटी अपने स्तर को भांप लें और उसी हिसाब से जवाब दें। अब सवाल यह है कि आखिर बयान के बाद बघेल जी ने दारुबाज होमगार्ड के खिलाफ एक्शन क्यों नहीं लिया? सवाल यह भी है कि कमांडेंट के ना रहने पर होमगार्डो की ड्यूटी लगाने वाले प्लाटून कमंाडर के खिलाफ अभी तक क्या कार्रवाई की ?
द संडे व्यूज़ संवाददाता ने प्रमोटी कमांडेंट मनोज सिंह बघेल से दो सवाल किया जिस पर उनका क्या जवाब रहा आप भी सुनें और तय करें कि प्रमोटी साहेब कितना विद्वाना हैं। पहला सवाल किया कि क्या दारुबाज होमगार्ड पर कार्रवाई करेंगे ? उन्होंने बताया कि दारूबाज होमगार्ड तीन दिनों से ड्यूटी पर नहीं आ रहा है । डीसी से रिपोर्ट तलब किया है मंगलवार को नम्बर ट्रेस करवाते हैं। कार्रवाई होगी।
दूसरा सवाल किया कि किस नियमावली के तहत बलिया का अतिरिक्त चार्ज आपको मिला ? उन्होंने बताया कि मुख्यालय के आदेश पर चार्ज मिला है। नियमावली मैं नहीं बता सकता। यहां सोचने वाली बात यह है कि कमांडेंट के बाद डीसी ही ड्यूटी लगाते हैं। ऐसे में दारूबाज होमगार्ड एक महीने से आतंक मचा रखा था । हालांकि ड्यूटी पर होमगार्ड कन्हैया लाल और राकेश कुमार ने बताया था कि एक माह से इसकी ड्यूटी चल रही थी फिर डीसी ने क्यों नहीं संज्ञान लिया? अब देखना है कि दारूबाज होमगार्ड के साथ ही साथ पीसी पर कार्रवाई करते हैं कि आशीर्वाद लेकर अंगद की तरह पैर जमाते हैं ?