रक्षा मंत्री ने कहा कि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षण में लखनऊ को सबसे तेज विकास कर रहे शहरों में शामिल किया गया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यों का भी स्मरण किया। कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की मंशानुरूप यूपी में शहरी और ग्रामीण बुनियादी ढांचे को विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि 2004 से 2014 तक देश में अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर केवल 1.78 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जबकि 2014 से 2024 के बीच इस क्षेत्र में 28.52 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। लखनऊ मेट्रो के विस्तार पर भी जोर दिया गया। इसमें चारबाग से वसंत कुंज तक की परियोजना को जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।रक्षा मंत्री ने कहा कि लखनऊ में यातायात सुगमता के लिए कई फ्लाईओवर और हाईवे बनाए जा रहे हैं। पॉलिटेक्निक चौराहे से मुंशी पुलिया तक 170 करोड़ रुपये की लागत से बने चार लेन फ्लाईओवर और इंदिरा नगर से खुर्रमनगर तक 270 करोड़ रुपये की लागत से बने फ्लाईओवर का लोकार्पण किया गया। इसके अतिरिक्त, अमर शहीद पथ के पास सर्विस रोड के निर्माण हेतु 45 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं
राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ के रेलवे नेटवर्क को और अधिक उन्नत किया जा रहा है। गोमतीनगर रेलवे टर्मिनस, आलमनगर सैटेलाइट स्टेशन, ऐशबाग और बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। ट्रांसपोर्ट नगर और उत्तरेठिया स्टेशन का उच्चीकरण भी किया जा रहा है। हवाई सेवाओं को भी विस्तार देने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। ताकि, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा और बेहतर हो सके।
रक्षा मंत्री ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के विकास के बाद उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन में वृद्धि हुई है। लखनऊ में रियल एस्टेट, होटल इंडस्ट्री और चिकित्सा क्षेत्र में भी नए निवेश देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने नितिन गडकरी से लखनऊ में और अधिक सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए अनुरोध किया। जिन्हें केंद्रीय मंत्री ने स्वीकृति दे दी। अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें