आजमगढ़ की घटना -सभी कारागारों की जांच सुनिश्चित की जाए-धर्मवीर प्रजापति

0
209
हर घर तिरंगा कार्यक्रम को भव्यता से मनाये जाने की व्यवस्था करें
रक्षाबंधन पर्व पर सभी बहने राखी बांध सकें की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें
आने वाले पर्व, त्योहारों पर सुरक्षा व्यवस्था रखें चाक-चौबंद
कैदियों के साथ करें मानवीय व्यवहार, बदलें उनकी सोच- धर्मवीर प्रजापति
लखनऊ। आजमगढ़ जेल में मोबाईल पाये जाने की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी जेल अधीक्षक एनएलजीडी के माध्यम से पूरी तैयारी के साथ जांच करें। यह बातें जेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने आज जेल मुख्यालय में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से कही। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ जेल में मोबाईल पाये जाने की घटना में दोषी कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश कल ही महानिरीक्षक कारागार को दे दी थी, जिसके पश्चात तत्काल सभी दोषियों को निलंबित किया जा चुका है।
श्री  प्रजापति ने सभी जेल अधीक्षकों को निर्देश दिये है कि 11 से 17 अगस्त अमृत महोत्सव वर्ष के अंतर्गत हर घर तिरंगा कार्यक्रम मनाया जाना है। उसकी भव्य तैयारी शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के माध्यम से झण्डा बनाने, प्राप्त करने हेतु जिलाधिकारी से संपर्क कर लें एवं एनजीओ के माध्यम से अपने जेलों के अंदर भी झण्डा बनाने हेतु उचित कार्यवाही पूर्ण करें। हर घर तिरंगा प्रोग्राम को सरकार पूरी भव्यता के साथ मना रही है। सभी जेलों की बैरकों एवं सरकारी भवनों पर भी तिरंगा फहराये जाने की व्यवस्था करें। उन्होंने सभी कार्यक्रमों की फोटोग्राफ भी उपलब्ध करायें जिससे कि इस कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी जेल अधीक्षक अपनी-अपनी जेलों में बंद कैदियों को राष्ट्रगान का अभ्यास करायें और 15 अगस्त को सभी से एक साथ राष्ट्रगान करायें।
श्री प्रजापति ने कहा कि आने वाले पर्वों पर सभी जेलों की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबन्द रहे। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर्वाें पर सभी महिला कैदी अपने भाईयों को एवं सभी पुरूष कैदियों को उनकी बहनें राखी बांध सकें, इसकी व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो साथ ही कोई अप्रिय घटना न घटें, इसका ध्यान रखें। सभी पुरूष कैदी राखी बधवा सकें एवं सभी महिला कैदी अपने भाईयों को राखी बांध सकंे, इसकी समुचित व्यवस्था के साथ ही सभी आने वालों के बैठने एवं जलपान की व्यवस्था होनी चाहिए।
श्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि कैदियों के साथ मानवीय व्यवहार करें जिससे कि उनकी सोच को बदला जा सके।
कैदी जब बाहर आयें तो एक सकारात्मक परिवर्तन उनके अंदर दिखे और उन्हें समाज स्वीकार कर सके। उन्होंने कहा कि कैदियों को उनकी योग्यता के अनुसार पारंगत करें, जिससे कि वे बाहर जाकर जीविका प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि जेलों में क्या-क्या उत्पाद एवं एमएसएमई के माध्यम से उनको क्या संसाधन उपलब्ध है, की विस्तृत व्यौरा मुख्यालय को उपलब्ध करायें।  श्री प्रजापति ने कहा कि नये निर्माणाधीन जेलों का विस्तृत व्यौरा मुख्यालय में उपलब्ध करायें एवं सभी जेल अधीक्षक जेलों में सुधार हेतु अपने सुझावों से हमें अवगत करायें। उन्होंने कहा कि सभी जेल अधीक्षक अपनी जेलों में निरूद्ध नौजवानों से चर्चा करके उनकी मनःस्थिति में बदलाव हेतु प्रयास करें।
वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, महानिरीक्षक कारागार आनन्द कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here