विद्युत मजदूर संठन उ.प्र. करेगा हल्ला बोल :टेक्रिशियन टीजी-2 से अधिकारी करा रहें बिलिंग,कैशियर का काम,क्यों ?

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कर्मचारियों की समस्याओं को दूर कराने के लिये मिलेंगे प्रबंधक से, नहीं होगी कार्रवाई तो हल्लाबोल: आलोक सिन्हा

विद्युत मजदूर संगठन उ.प्र. के पदाधिकारियों की हुयी बैठक

  संजय पुरबिया
लखनऊ। विद्युत मजदूर संगठन उ.प्र. के प्रमुख महामंत्री आलोक सिन्हा ने कहा कि ये कौन सी नियमावली है कि टेक्रीशियन-टीजी 2 से बिलिंग और कैशियर के राजस्व का काम कराया जाये ? इनकी भर्ती जिस काम के लिये की गयी है,विभागीय अधिकारी वो काम क्यों नहीं करा रहें ? क्या ये मान लें कि पॉवर कारपोरेशन में बैठे चंद आला अधिकारी इस विभाग का भटठा बैठाने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं ? सोचने की बात है कि जिस काम की जानकारी मुझे नहीं है,वो काम हमसे क्यों कराया जा रहा है ? इससे विभाग की दुर्गती और नुकसान,दोनों हो रहा है,ये बात अधिकारियों को क्यों नहीं समझ में आ रहा…। यदि विभागीय अधिकारी नहीं चेते तो हमलोग शीघ्र ही कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर प्रबंधक से मिलेंगे। समाधान निकला तो ठीक है वर्ना सख्त कदम उठाने को बाध्य होंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी।

उक्त उद्गार श्री सिन्हा ने संपूर्णानंद पावर हाऊस पुराना जेल रोड,लखनऊ में आयोजित बैठक में व्यक्त की। सभा को संबोधित करते हुये आलोक सिन्हा ने कहा कि आये दिन अधिकारियों द्वारा तरह- तरह के शोषणकारी आदेश जारी किये जाते हैं। साथ ही अवकाश के दिनों में भी कर्मचारियों से काम कराया जाता है इसके बदले उनको प्रतिकर अवकाश भी नहीं दिया जाता है। श्री सिन्हा ने कहा कि यदि अवकाश के दिनों में काम कराया जाता है तो प्रबंधन को उसके बदले प्रतिकार अवकाश की सुविधा दिये जाने का स्पष्ट आदेश जारी करना चाहिये,लेकिन कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। चतुर्थ श्रेणी से जेई-2 एवं कार्यकारी सहायक की पदोन्नति कई कई वर्षों तक मंडल स्तर पर गठित कमेटी द्वारा नहीं रि गयी, जिसके लिये संगठन को पदोन्नति कराने के लिये अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते है। मेरी मांग है कि रिक्त पदों के सापेक्ष समय पर पदोन्नति होनी चाहिये तथा जोन, मंडल एवं खंड स्तर पर अनेकों लंबित समस्याओं का समाधान भी समय पर कराया जाये,जो कि अभी तक अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है। हमलोगों की जायज मांगों पर अधिकारियों ने गौर नहीं फरमाया तो शीघ्र ही प्रबंधक से मिलेंगे।

इसी क्रम में प्रदेश प्रभारी आर.सी. पाल ने कहा कि प्रबंध निदेशक, मध्यांचल-डिस्कॉम द्वारा टेक्नीशियन- टीजी 2 से बिलिंग व कैशियर के राजस्व का काम कराये जाने का जो आदेश जारी किया गया है वह पूरी तरह से गलत है, क्योंकि टेक्नीशियन से सिर्फ आज तक टेक्निकल संबंधित काम ही कराया गया है। इसलिये उक्त कार्य में अनुभव ना होने की वजह से काम करने में दिक्कत आयेगी। उन्होंने कहा कि विभागीय नुकसान होने की भी आकांक्षा है, इसके अलावा जो कार्यकारी सहायक कैशियर का काम कर रहे हैं उनको बैंक जाते समय विभागीय संसाधन एवं सुरक्षा मुहैया करायी जाये।

संगठन के मुख्य महामंत्री श्रीचन्द्र ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि राज्य सरकार द्वारा डी. ए. एवं बोनस का आदेश जारी कर दिया गया, परंतु पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा अभी तक डीए व बोनस का आदेश जारी किया नहीं किया गया, जबकि बोनस कई वर्षों से लंबित है। इसलिये पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष से आग्रह है कि डीए एवं बोनस का आदेश अभिलंब जारी करे। साथ ही लाइनों एवं सब स्टेशनों के अनुरक्षण का काम कर रहे हैं संविदा कर्मियों को सुरक्षा मुहैया करायी जाये। नियमित कर्मचारियों के भांति समय से वेतन का भुगतान किया जाये व वेतन बढ़ोतरी की जाये।

मीडिया प्रभारी अभिषेक सिंह ने बताया कि इस दौरान सभा को जलीलुरह्मान-कारपोरेट अध्यक्ष, राजीव चंद्रा, कमल किशोर, अरविंद कुमार, अनन्त कुमार धुरिया, प्रशांत सोनी, राम चन्द्र, सुभाष मिश्रा, सचिन श्रीवास्तव, प्राणेश श्रीवास्तव, अनीश निषाद, अनूप रावत आदि लोगों ने संबोधित किया।

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