उत्तर प्रदेश में ‘प्रधानमंत्री’ के नाम की योजनाओं में ‘गबन’ कर ‘मेवा’ खा रहे हैं उद्यान अधिकारी…

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        जमाल उस्मानी

शर्मनाक : किसानों के लिये बनी योजनाओ में मिले 118.63 करोड़ बजट में जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने कर दिया करोड़ों का गबन जमाल उस्मानी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में किसानों के लिये चलायी जा रही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम की योजनाओं में उद्यान विभाग के अधिकारी घोटाला कर रहे हैं। इन घोटालोबाजों को संरक्षण विभाग के मंत्री सहित शासन में बैैठेे ब्यूरोक्रेटस दे रहे हैं। 5 के.डी. से चंद कदम की दूरी पर बने उद्यान निदेशालय में बैठे निदेशक डॉ. आर.के.तोमर ने अपने चहेते मीरजापुर के जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम को,इसी मंडल में भदोही जनपद का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया। इतना ही नहीं, मेवाराम को वर्ष 2018 से जिला उद्यान अधिकारी, सोनभद्र में आहरण वितरण अधिकारी के अतिरिक्त प्रभार सहित उप-निदेशक उद्यान,मिर्जापुर मंडल का प्रशासनिक अधिकार भी सौंप दिया। चौंकाने वाली बात तो यह है कि मेवाराम ग्रेड वेतन 4800 के अधिकारी हैं तो इन्हें उप-निदेशक उद्यान 6600 ग्रेड वेतन की जिम्मेदारी किस नियमावली के तहत सौंप दी गयी? चौंकाने वाली बात तो यह है कि निदेशक उद्यान का कमाऊ पूत होने की वजह से मेवाराम ने नियमों की धज्जियां उड़ाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से चलने वाली योजनाएं ‘प्रधानमंत्री सिंचाई कृषि योजना’ पर ‘ड्राप मोर क्राप’एवं ‘एकीकृत बागवानी मिशन’ में मिले 118.63 करोड़ बजट में फर्जी बाउचर,फर्जी बिल,फर्जी खाता-खतौनी,फर्जी किसान बिल लगाकर लगभग 50 करोड़ का घोटाला किया है। अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे साबित करोगे कि मेवाराम ने इतना लंबा हाथ मार दिया? चलिये, इसकी पुष्टि भी आपको करा देता हूं…।

प्रयागराज,मीरजापुर,बलिया में इनके स्वयं के नाम से तथा इनकी पत्नी श्रीमती राजकुमारी,बेटा गौरव राज के नाम से क्रय की संपत्तियों की जांच करा ली जाये…दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जायेगा…। बताया जाता है कि मेवाराम को लॅग्जरी गाडिय़ों का भी शौक है। अपने ठेकेदार के भाई और ड्राइवर के नाम से भी गाडिय़ां ले रखी है। खैर, बड़ा सवाल है कि आखिर योगीराज में प्रधानमंत्री के नाम से चलायी जा रही ऐसी योजनाएं जो किसानों से जुड़ी है, उसमें घोटाला करने वाले अफसरों के खिलाफ मंत्री क्यों नहीं एक्शन ले रहे हैं ? इन भ्रष्ट अफसरों का तुर्रा होता है कि भ्रष्टाचार की कमाई का बड़ा हिस्सा ऊपर जाता है ? ये ऊपर कहां तक जाता है, इसका सही जवाब तो सीबीआई या अन्य एजेंसियों को निदेशक,उद्यान श्री तोमर से पूछना चाहिये क्योंकि बागवानी में भ्रष्टाचार रूपी जहरीले कीड़े लगाने का काम इनके द्वारा ही किया गया है। उत्तर प्रदेश में निदेशक उद्यान डॅा. आर.के.तोमर रिटायरमेंट के करीब हैं लेकिन इन्हें भ्रष्टाचार के महानायक के रुप में विभाग हमेशा याद रखेगा। यही वे अधिकारी हैं जिन्होंने भर्ती से लेकर प्रधानमंत्री एवं योगी सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को जमकर लूटा। इन्हें मालूम है कि ‘विभागीय मंत्री’ और संबंधित ‘ब्यूरोके्रटस’ को किस तरह से मैनेज करना है,तभी तो ‘द संडे व्यूज़’ ने कई खुलासा किया लेकिन विभागीय मंत्री खामोश हैं ? क्यों ? यही हाल इनके चहेतों का है। ग्रेड वेतन 4800 के जिला उद्यान अधिकारी मीरजापुर मेवाराम को ग्रेड वेतन 6600 का काम सौंप दिया गया है जबकि उद्यान निदेशालय में ग्रेड वेतन 6600 के दो उप-निदेशक वीरेन्द्र यादव एवं मुन्नालाल यादव के पास कोई काम नहीं है, खाली बैठे हैं। दोनों अधिकारियों को बिना पद के मुख्यालय से सम्बद्ध करके रखा गया है क्यों ? इससे साबित होता है कि मेवाराम निदेशक श्री तोमर के चहेते अधिकारी हैं,तभी तो पूरे मंडल में श्रेणी 2 के 3 पदों पर एवं श्रेणी 1 के एक पद पर इनकी तैनाती की गयी है। हकीकत यह है कि मेवाराम श्रेणी 2 के भी पूर्णकालिक अधिकारी नहीं हैं। इस तरह, मेवाराम को तीन जनपदों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर ‘ड्राप मोर क्राप ‘तथा ‘एकीकृत बागवानी मिशन ‘में गत 5 वर्षों में 118.63 करोड़ का बजट प्राप्त हुआ है। जिसमें इनके द्वारा फर्जी बाउचर,फर्जी बिल,फर्जी खाता-खतौनी,फर्जी किसान बही खाता लगाकर लगभग 50 करोड़ का गबन किया गया है।

बताया जाता है कि मीरजापुर मंडल में पिछले 5 वर्ष के दौरान निदेशक से सांठ-गांठ कर अन्य जनपदों की तुलना में सबसे अधिक बजट दिया गया है। इसकी जांच करायी जा सकती है। अब आते हैं मेवाराम द्वारा क्रय की गयी संपत्तियों पर…। देव प्रयाग आवास योजना में फेज-2 कालिंदीपुर, झलवा, प्रयागराज में वर्ष 2015-16 में इनके नाम से संपत्ति खरीदी गयी है। देखा जाये तो उसकी कीमत इस समय 5 करोड़ से अधिक है जबकि इनके द्वारा उक्त संपत्ति दो करोड़ में खरीदी गयी है। तुलसीयानी अपार्टमेंट, सिविल लाइन्स,प्रयागराज में इनकी पत्नी श्रीमती राजकुमारी के नाम से वर्ष 2020 में 3 बीएचके का एक शानदार फ्लैट 1.50 करोड़ में क्रय किया गया है। इसकी कीमत लगभग 2.50 करोड़ है। मातेश्वरी कांटेसरी कान्वेंट कॉलेज,रसड़ा,बलिया की भूमि इनके तथा इनकी पत्नी के श्रीमती राजकुमारी,पुत्र गौर राज एवं सौरभ राज के नाम से क्रय कर उस पर एक शानदार भवन का निर्माण कर इनके परिवार द्वारा संचालित किया जा रहा है। उक्त भूमि पर निर्माण की लागत लगभग 5 करोड़ है। इसी तरह,कृषि योग्य भूमि 0.80 हेक्टेयर ग्राम जूही वि.ख.शंकरगढ़ जनपद प्रयागराज में इनकी पत्नी श्रीमती राजकुमारी के नाम से 60 लाख में क्रय की गयी है। राज पौधशाला,आदर्श इंटर कॅालेज के निकट,मीरजापुर मेडिकल कॉलेज के सामने ग्राम नुआब,वि.ख.विसुंदपुर जनपद मीरजापुर में इनकी पत्नी श्रीमती राजकुमारी के नाम से 1 करोड़ में जमीन क्रय की गयी है। जो इनके भांजे हीरालाल द्वारा संचालित की जा रही है। विभागीय योजनाओं में आवश्यकतानुसार पौधे इसी पौधशाला से क्रय कर शासकीय धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। वि.ख. हलिया जनपद मीरजापुर में 2.50 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि मेवाराम के पुत्र गौरव राज एवं सौरभ राज के नाम से 25 लाख में क्रय किया गया है।

इतना ही नहीं, बसुधा विहार कालोनी,प्रयागराज से 100 मीटर उत्तर ब्लेज पब्लिक स्कूल के सामने मेवाराम का आवास है जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ है। मेवाराम जमीनों के साथ-सााथ लग्जरी गाडिय़ों का भी बेहद शौख रखते हैं। इनके पास चार लग्जरी गाडिय़ां हैं,जिनकी कीमत एक करोड़ से अधिक है। मेवाराम ने अपने बचाव के लिये अपने चालक और ठेकेदार के भाई के नाम से गाडिय़ां खरीदी है। टाटा हेक्सा यूपी 63 एपी5221 राधेश्याम पुत्र चेतमणि पाण्डेय निवासी इलाहाबाद एवं बे्रजा यूपी 70 ईएच 5757 गाड़ी चालक आरिफ खान पुत्र शकील अहमद निवासी रामपुर,मीरजापुर के नाम से है। बड़ा सवाल है कि सारी खरीद एवं अर्जित संपत्तियों को देखकर साबित होता है कि प्रधानमंत्री के नाम से चलायी गयी योजनाओं में मिले 118.63 करोड़ के सापेक्ष अनियमित ढंग से मिले कमीशन और गबन की धनराशि से खरीदी गयी है। सरकार का काम है कि मेवाराम द्वारा कमायी गयी अकूत संपत्तियों की जांच करायी जाये और दोषी पाये जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाये ताकि विभाग में संदेश जाये कि भ्रष्टाचार करोगे तो…। नोट: अगले अंक में बतायेंगे और दिखायेंगे मेवाराम द्वारा सरकारी पैसों से अर्जित अकूत संपत्तियों का वीडियो, मेवाराम का कहां पर है फ्लैट, बिल्डिंग और कैसा दिख रहा है। देखियेगा यू-टयूब द संडे व्यूज़ पर…द्वारा सरकारी पैसों से अर्जित अकूत संपत्तियों का वीडियो देखना और सब्स्क्राइब करना ना भूलियेगा…

 

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