एक्शन मोड में कमांडेंट : एक बर्खास्त तो तीन को किया सस्पेंड़
शेखर यादव
लखनऊ। होमगार्ड विभाग में डीजी के बाद अब कमांडेंट भी एक्शन मोड में आ गये हैं। हरदोई के कमांडेंट मनोज कुमार ने कल कलेक्ट्रेट में तैनात एक रनर को बर्खास्त कर दिया क्योंकि उसकी डयूटी रात एक बजे से सुबह नौ बजे तक थी और सुबह आठ बजे कलेक्ट्रेट परिसर में एक व्यक्ति अपनी मांग मनवाने के लिये पेड़ पर चढ़ गया। उसे उतारने के लिये जब होमगार्ड को ढूंढ़ा गया तो पता चला कि राम औतार पुत्र गोबरे लाल ड्यूटी पर आया ही नहीं था। डीएम ने नाराजगी जताते हुये उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया,जिस पर कमांडेंट ने उसे बर्खास्त कर दिया। इसी तरह,डयूटी से नदारद रहने व शराब पीकर डयूटी करने वाले तीन रनर को भी सस्पेंड़ कर दिया गया है।
कमांडेंट चुनाव में एक हफ्ते बाहर रहने के बाद जब आफिस पहुंचे तो एक साथ इतनी गंभीर शिकायतें मिली तो मनोज कुमार ने एक ही दिन में तीन सस्पेंशन की हैट्रिक मार दी और एक जवान को बर्खास्त कर दिया। इससे विभाग में हड़कम्प मच गया है। विभाग में रनर का काम डाक ले जाना और ले आना होता है,मगर जब से व्हाटसअप का जमाना आ गया तब से विभाग में रनर एकदम से खाली हो गये हैं और दिन भर दारूपीते रहते हैं। हरदोई के कमांडेट मनोज कुमार ने बताया कि 16 नवंबर को कलेक्ट्रेट परिसर में होमगार्ड राम औतार की ड्यूटी रात्रि पाली में एक बजे से सुबह नौ बजे तक लगी थी। सुबह आठ बजे एक अज्ञात व्यक्ति परिसर में अपनी मांग मंगवाने के लिये चढ़ गया। उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। जब होमगार्ड को ढूंगा गया तो मालूम चला कि वो ड्यूटी पर नहीं है। जांच करायी गयी तो मालूम चला कि वो आया ही नहीं था। किसी तरह उस युवक का कर्मचारियों ने समझा-बुझाकर उतारा और इसकी जानकारी डीएम को हुयी तो उन्होंने तत्काल होमगार्ड के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डयूटी से गायब रहने और अनुशासनहीनता के आरोप में उसे सस्पेंड़ कर दिया गया। इसी तरह रनर श्रीमती नीरज ने लिखित शिकायत की कि 4 नवंबर को रनर धर्मेन्द्र शराब पीकर कार्यालय आया था। उस समय मैं डाक रिसीव करा रही थी और धर्मेन्द्र वहां आकर हाथ मिलाने को कहा तो मैंने मना कर दिया।
उसके बाद मैं बाहर बैठ गयी,फिर धर्मेन्द्र आया और मेरा जूता उठा लिया। इतना ही नहीं उसके बाद उसने मेरी साड़ी का ठूंठ पकड़ लिया फिर मैं भागकर रमेश चंद्र बाबू के पास गयी। उन्होंने भी समझाया लेकिन उसकी समझ में नहीं आया और जब घर जाने लगी तो मेरी गाड़ी पर जबरियन बैठने की कोशिश की और कहा कि मेरे साथ चलो…। कर्मचारियों ने बताया कि धर्मेन्द्र आये दिन शराब पीकर हंगामा करता रहता है। इसी तरह, 25 नवंबर को रनर मस्तराम कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक विनोद सिंह चौहान से झगड़ा कर रहा था। मस्तराम ने विनोद सिंह का जूता ले लिया और उसे लेकर कार्यालय में लहरा रहा था। बीओ जितेन्द्र कुमार के कहने पर उसने जूता वापस किया। कर्मचारियों ने बताया कि रनर मस्तराम भी ड्यूटी के समय शराब पीकर आता है।
इसी तरह, 18 सितंबर को दिनेश पाल रनर कंपनी भरखनी,हरदोई के ड्यूटी की जांच की गयी तो पता चला कि वो गायब है। इससे पूर्व भी कई बार रनर दिनेश पाल को विभागीय कार्य में लापरवाही बरतने एवं डयूटी से गायब रहने पर चेतावनी दी जा चुकी है लेकिन उसकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया। कमांडेंट मनोज कुमार ने बताया कि डयूटी के समय शराब पीकर आने एवं अनुशासनहीनता,कर्मचारी आचरण सेवा नियमावली के उल्लंघन करने पर रनर मस्तराम,धर्मेन्द्र और दिनेश पाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया एवं होमगार्ड राम औतार को बर्खास्त कर दिया गया है।