लखनऊ:चलती कार में गैंगरेप, तेज म्यूजिक में दब गईं चीखें; सात घंटे तक ‘नोचते’ रहे दरिंदे

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आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आठ टीमें लगी

25 किलोमीटर तक दौड़ती रही कार

छात्रा चीखती रही, लेकिन कार में बज रहे तेज संगीत में उसकी आवाज दबकर रह गई

संवाददाता, लखनऊ। 18 साल पहले आशियाना कांड की तरह ही लखनऊ में एक बार फिर सड़कों पर दरिंदों ने चलती कार में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आईटी कॉलेज चौराहा से सफेदाबाद तक करीब 25 किलोमीटर में कई थानों, नाकों, और पुलिस चौकियों के सामने से गुजरती कार में छात्रा को पीटते रहे और शराब पिलाकर दुष्कर्म करते रहे। छात्रा चीखती रही, लेकिन कार में बज रहे तेज संगीत में उसकी आवाज दबकर रह गई। सात घंटे तक छात्रा से दरिंदगी के बाद हैवान उसे मुंशी पुलिया पर छोड़कर फरार हो गए। छात्रा ने होश में आने पर घरवालों को दरिंदगी की दास्तां बयां की तो पुलिस हरकत में आई।

पुलिस ने दरिंदगी करने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मानवता को शर्मसार कर देने वाली यह घटना पांच दिसंबर को केजीएमयू (किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज विश्वविद्यालय) के पास से शुरू हुई। एक सरकारी अधिकारी की 18 वर्षीय बेटी प्रतिष्ठित स्कूल से पढ़ाई कर रही है। पांच दिसंबर को वह अपने ड्राइवर के साथ घर से कॉलेज को निकली। कॉलेज के बाद वह टैक्सी से डॉक्टर को दिखाने केजीएमयू आई।

केजीएमयू के बाहर सत्यम के ठेले पर चाय पीने के बाद उसने मोबाइल चार्ज करने के लिए कहा। सत्यम ने एक एंबुलेंस में उसका मोबाइल चार्जिंग के लिए लगा दिया और छात्रा डॉक्टर को दिखाने चली गई। वहां से लौटी तो उसने मोबाइल मांगा। सत्यम ने बताया कि मोबाइल एंबुलेंस के साथ ही चला गया। फोन किया तो पता चला कि एंबुलेंस डालीगंज में है। सत्यम ई-रिक्शा से आईटी चौराहा ले गया जहां उसने एंबुलेंस से मोबाइल दिलाया। इसी दौरान सत्यम ने अपने दो साथियों को कार से बुला लिया और छात्रा को छोड़ने के बहाने बैठा लिया। सत्यम और उसके साथी फैजाबाद रोड की तरफ चलने लगे तो छात्रा ने कार वापस मोड़ने के लिए कहा। इस पर उसे पीटना शुरू कर दिया और सफेदाबाद तक तीनों छात्रा से कार में ही बारी-बारी दुष्कर्म करते रहे।

करीब सात घंटे तक दरिंदे उसे लेकर सड़कों पर घूमते रहे और वीडियो भी बनाते रहे। रात साढ़े बारह बजे के करीब तीनों हैवान उसे मुंशी पुलिया के पास फेंककर भाग निकले। मुंशी पुलिया से किसी तरह छात्रा ने अपनी सहेली से संपर्क किया और उसके घर गई। सहेली के घर से वह अपने घर पहुंची।परिजनों के मुताबिक, छात्रा की हालत देखकर पता चल रहा था कि उसके साथ कोई अनहोनी हुई है। सामान्य होने पर रविवार को उसने अपनी मां को सबसे पहले रो-रोकर घटना की जानकारी दी।

वजीरगंज पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण समेत अन्य धाराओं में आरोपियों के खिलाफ रविवार को मुकदमा दर्ज किया। सोमवार को सत्यम और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उपायुक्त पश्चिम राहुल राज ने बताया कि सत्यम सीतापुर रोड ताड़ीखाना रहीमनगर का रहने वाला है। उसका साथी मो. सुहैल विरोरिया महल बाजारखाला और मो. असलम अनवर विला टूड़ियागंज का निवासी है।

एसीपी चौक सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि वजीरगंज, चौक और बाजारखाला कोतवाली के अलावा क्राइम टीम और सर्विलांस समेत आठ टीमें गठित की गईं। घटना के बाद आरोपी सत्यम भागा था, इसलिए टीम ने मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल और सीसी फुटेज के आधार पर साक्ष्य इकट्ठा किए।लोकेशन के आधार पर सोमवार दोपहर सत्यम को पकड़ा गया। इसके बाद मो. सुहैल और असलम को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में तीनों ने अपराध स्वीकार किया। तीनों को जेल भेज दिया गया।

दो मई 2005 को आशियाना क्षेत्र में सपा नेता और पूर्व एमएलसी अरुण शुक्ला अन्ना के भतीजे गौरव शुक्ला ने पांच साथियों के साथ एक नाबालिग लड़की को चलती कार में खींच लिया और उसके साथ पांच घंटे तक सड़कों पर सामूहिक दुष्कर्म किया। मामला सपा के कद्दावर नेता के परिवार से जुड़ा होने के नाते राजनीतिक गलियारों में भी खूब उछला। अदालत ने गौरव शुक्ला और उसके साथियों को दुष्कर्म का दोषी पाते हुए सजा सुनाई।

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