डॉ. सुधांशु मोहन श्रीवास्तव ‘सनातन धर्म रक्षा वाहिनी’ के प्रदेश अध्यक्ष बनें

0
445

महंत श्रीश्री 1008 ताड़केश्वर शरण जी महाराज ने सुधांशु को शपथ दिलायी

सनातन धर्म की सोच को युवाओं तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य : सुधांशु मोहन श्रीवास्तव

 संजय पुरबिया लखनऊ। राजधानी में आज ‘सनातन धर्म रक्षा वाहिनी’ के नवनियुक्त प्रदेश अघ्यक्ष के पद पर डॉ. सुधांशु मोहन श्रीवास्तव ने शपथ लिया। सनातन धर्म परिषद भारत के न्यास अध्यक्ष महंत अवध बिहारी दास ने सुधांशु मोहन श्रीवास्तव को शपथ दिलायी। इस दौरान मंच पर प्रयागराज,काशी सहित अयोध्या के कई महंत मौजूद थेमुख्य अतिथि महंत श्रीश्री1008 ताड़केश्वर शरण जी महाराज ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नवनियुक्त पदाधिकारी उत्तर प्रदेश में सनातन धर्म की सोच को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। इनलोगों को प्रदेश,मंडल व जिला स्तर पर सनातन धर्म के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की फौज तैयार करना होगा और मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में लाखों की संख्या में सनातन धर्म में युवाओं की भागीदारी होगी। मुख्य अतिथि ने कहा कि हमलोग सनातन धर्म के वो पुष्प हैं जिसकी सुगंध मिटती जा रही है। इसे बचाना होगा।इसीलिये हमलोगों ने इस न्यास का गठन किया है। लोगों को एक बार फिर से जागृत करना होगा और बताना होगा कि जहां सत्य है वहीं पर सनातन धर्म है। उन्होंने कहा कि वृहत्तर भारत में आज भी खुदाई होती है तो वहां से 600 वर्ष पुराने मंदिरों के अवशेष मिलते हैं। हमारी परंपरा बेहद पुरानी है इसलिये लोगों को भी शास्त्र और शस्त्र लेकर जगाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि हमलोगों का उद्देश्य है कि मठ-मंदिरों का संचालन सही तरीके से हो,पुरोहित कर्म का सर्वांगीण विकास हो और जन-जन में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाने का कार्य हो। इसी क्रम में सनातन धर्म परिषद भारत के राष्ट्रीय संगठन मंत्री त्रिभूवन मोहन शरण जी महाराज ने कहा कि सभी को मिलकर अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाना होगा और ये तभी संभव होगा जब शिक्षा में भी सनातन धर्म के बारे में पढ़ाया जाये। जब बच्चों को मालूम ही नहीं रहेगा कि सनातन धर्म है क्या,तो उनकी सोच को कैसे इस धर्म से जोड़ा जा सकता है। अपनी संस्कृतियों को आगे बढ़ाना होगा तभी हमलोग आगे बढ़ेंगे। मैं चाहुंगा कि रक्षा वाहिनी प्रदेश के कोने-कोने में फैले। शिक्षित पदाधिकारियों का चयन करें और शांति प्रिय तरीके से हिन्दुत्व की रक्षा करने का काम करें। इसी क्रम में न्यास अध्यक्ष महंत अवध बिहारी दास जी महाराज ने कहा कि कश्मीर और केरल में सनातन धर्म को खत्म कर दिया गया है। कोई है जो सनातन धर्म को विखंडि़त करने का काम कर रहा हंै,ऐसे लोगों को चिन्हित करना होगा। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय से सनातन धर्म रक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों की संख्या उत्तर प्रदेश में इतनी विशाल हो जायेगी कि वे अपनों के हितों की रक्षा के लिये खुद सशक्त हो जायेंगेे। इस बात का ध्यान रखना होगा कि विधि के अनुसार सभी काम किया जाये। उन्होंने कहा कि रक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों का भी शस्त्र होना चाहिये। विधि सलाहकार से वार्ता कर शस्त्र लें और पदाधिकारियों को भी विजयादशमी के दिन शस्त्र की पूजा करना चाहिये।

आखिर में नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष डॅा. सुधांशु मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि सनातन धर्म एक सोच है जिसे विस्तार देने की जरूरत है। मेरी कोशिश रहेगी कि उत्तर प्रदश के सभी मंडल,जिला,तहसील व ब्लॉकों में सनातन धर्म रक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों का विशाल परिवार तैयार हो ताकि कभी किसी महिला,निरीह या फिर बेबस लोगों पर अत्याचार हो तो कानूनी दायरे में रहते हुये उसे न्याय दिला सकें। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि युवाओं को अधिकाधिक संख्या में जोडऩा है । कहा कि सनातन धर्म आज की आवाज है इसलिये सभी को इससे जुडऩा होगा तभी हिन्दुत्व की रक्षा हो पायेगी। इस दौरान सनातन धर्म परिषद भारत के प्रदेश भाजपा नेता संतोष श्रीवास्तव,मनीष श्रीवास्तव,रजनीश शर्मा,चंद्रजीत सिंह,पंकज शर्मा,विजय तिवारी,संजय जायसवाल सहित सैंकड़ों लोग मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here