नरेन्द्र मोदी का मास्टर स्ट्रोक…
बैंक में काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों की झोली खुशियों से भर दी
छुट्टियों में भी तमाम बदलाव
संजय पुरबिया
लखनऊ। लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव से पूर्व बैंक में काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों की झोली खुशियों से भर दी। लंबे समय से चली आ रही मांग को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पूरी कर एक तरह से नरेन्द्र मोदी ने मास्टर स्ट्रोक मारा है। बैंककर्मियों के साथ-साथ उनके परिजन बेहद खुश हैं। लगता है आगामी लोक सभा चुनाव में बड़े पैमाने पर वोट का सिजरा एनडीए के खाते में जा सकता है। पीएनबी,एसबीआई में काम करने वाले अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लंबे समय से चली आ रही वेतन वृद्धि और अवकाश सहित कई मांगों को पूरी कर शिवरात्रि के दिन हमलोगों को बड़ा तोहफा दिया है।
लंबे समय से अटके समझौते पर शुक्रवार को इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन ने दस्तखत कर दिए। हफ्ते में पांच दिन की बैंकिंग को भी आईबीए ने स्वीकार कर लिया है। इसे सरकार के पास भेजा जाएगा, जिस पर छह महीने के अंदर फैसला लिया जाएगा। वेतन वृद्धि समेत अन्य सुविधाएं तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं। इनका लाभ एक नवंबर 2022 से मिलेगा।बैंकिंग संगठन की लंबे समय से अवकाश और वेतन वृद्धि सहित कई मांगों को लेकर आईबीए के साथ वार्ता चल रही थी लेकिन अंतिम सहमति नहीं बन पाई थी। शिवरात्रि पर बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मांगों को आईबीए ने स्वीकार कर लिया और समझौता पत्र पर दस्तखत कर दिए।
समझौते में हफ्ते में पांच दिन बैंकिंग का रास्ता साफ हो गया। अभी महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंकों में अवकाश रहता है। अब महीने के सभी शनिवार को बैंकों में अवकाश का प्रस्ताव आईबीए ने स्वीकार कर लिया है। इसके एवज में बैंकिंग कामकाज सुबह 10 से शाम 5 बजे की जगह सुबह 9.50 से शाम 5.30 बजे करने का प्रस्ताव है। आईबीए सरकार को सिफारिश भेजेगा, जिस पर 6 महीने के अंदर अंतिम फैसला लिया जाएगा।