एक्शन मोड में कमांडेंट अमरेश कुमार : फर्जी ड्यूटी के आरोपी करने वाले सातों होमगार्ड से मांगी सत्यापन रिपोर्ट, आज पेश होंगे होमगार्ड
डीजी बी.क .मौर्य ने बिठायी जांच,आज कमांडेंट कार्यालय बयान देने पेश होंगे सभी होमगार्ड
संजय श्रीवास्तव
लखनऊ। होमगार्ड मुख्यालय पर चल रहे फर्जी होमगार्ड के मामले को गंभीरता से लेते हुये डीजी बी.के मौर्या ने आईजी विवेक सिंह को जांच सौंप दी हैँ। लखनऊ के कमांडेंट अमरेश कुमार ने फर्जी ड्यूटी के आरोपी सातों होमगार्ड को पत्र जारी कर ड्यूटी की सत्यापन रिपोर्ट देने और 6 मार्च को पेश होने का फरमान जारी कर दिया है। ‘इंडिया एक्सप्रेस न्यूज़ डॉटकॉम‘ ने एक होमगार्ड द्वारा प्रमुख सचिव को लिखे गये शिकायती पत्र पर खबर प्रकाशित की थी। आरोप था कि होमगार्ड मुख्यालय पर सात और लखनऊ जनपद में चल रहे 10 फर्जी होमगार्ड। ड्यूटी करते नहीं और उनका वेतन बन रहा है। खबर को गंभीरता से लेते हुये डीजी ने विभागीय आईजी को जांच सौंप दी है। कमांडेंट, लखनऊ अमरेश कुमार ने फर्जी ड्यूटी के आरोपी सभी होमगार्डों को 4 मार्च को पत्र जारी कर ड्यूटी स्थल से होमगार्ड का सत्यापन कर रिपोर्ट मांगी है।
पत्र में संजीत चौरसिया,राजकुमार,शिव कुमार सिंह,संदीप कुमार, राजाराम, उमेश कुमार व नीरज कुमार को पत्र जारी कर कहा गया है कि ड्यूटी स्थल के डयूटी प्रभारी से सत्यापन रिपोर्ट कार्यालय को उपलब्ध कराये। इसके अलावा इस आशय का भी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये कि सभी होमगार्ड मुख्यालय पर ड्यूटीरत हैं। ड्यूटी करने वाले होमगार्ड का ही मस्टर रोल भुगतान हेतु अग्रसारित किया जायेगा। साथ ही बयान हेतु 6 मार्च को साढ़े ग्यारह बजे कमांडेंट कार्यालय पर सभी को उपस्थित होना पड़ेगा। कमांडेंट अमरेश कुमार के आक्रामक तेवर से सातों होमगार्ड हलकान हैं। बीकेटी में एक प्रकरण में आरोपित होमगार्ड ने मुख्यालय के अफसरों पर गंभीर आरोप लगाये है,इसलिये इसका सत्यापन होना जरुरी है। बता दें कि इंडिया एक्सप्रेस न्यूज़ डॉटकॉम ने 2 मार्च 2025 को शीर्षक होमगार्ड मुख्यालय पर चल रहे हैं 10 फर्जी होमगार्ड ? खबर प्रकाशित की थी।
खबर का सार इस प्रकार से है… होमगार्ड अतुल सिंह ने मुख्यमंत्री के बाद अब उसने प्रमुख सचिव, होमगार्ड को शिकायती पत्र लिखकर दावा किया है कि मुख्यालय पर तैनात अफ सरों के यहां 10 फर्जी होमगार्ड तैनात हैं ? इसी तरह जनपद लखनऊ में 10 होमगार्ड ड्यूटी नहीं कर रहें लेकिन उनका सैलरी बन रहा है। सच क्या है ये तो मुख्यालय के अफ सर जानें लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अफ सरों पर गंभीर आरोप लगाने वाला होमगार्ड अतुल सिंह पाक-साफ है? अतुल सिंह पर वर्ष 2015 में बीकेटी थाने में धारा 420, 467, 468, 120 बी दर्ज है। ये मामला विभाग ने अभी उठाया है। क्या 2015 में जब मुकदमा दर्ज किया गया था, अतुल सिंह के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की गयी थी? चौंकाने वाली बात ये है कि 3 फ रवरी को कमांडेंट, लखनऊ अमरेश कुमार ने पुलिस की रिपोर्ट पर अपने कर्मचारी को केस स्टडी के बारे में पता लगाने का निर्देश दिया और अगले दिन यानि 4 फरवरी को अतुल सिंह ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा दी। कहीं अतुल सिंह ने अपने बचाव के लिये कमांडेंट पर दबाव बनाने व पेशबंदी के लिये जांच के अगले दिन सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज तो नहीं करायी? सवाल इसलिये कि इस विभाग में जवानों को लगातार ड्यूटी नहीं मिलती है तो सीधे- सीधे कमांडेंट सहित विभागीय अफसरों पर घूसखोरी का आरोप जड़ देता हैं।
कमांडेंट अमरेश कुमार ने बताया कि होमगार्ड अतुल सिंह के खिलाफ 2015 में थाना बीकेटी, लखनऊ में जमीन संबंधित विवाद में धारा धारा 420, 467, 468, 120 बी दर्ज है। 3 फ रवरी को मुझे बेल आर्डर मिला जिस पर मैंने अपने सहयोगी दीपक शुक्ला को केस स्टेटस जानने के लिये लगाया। इसकी सूचना कहीं से अतुल सिंह को मिल गयी और उसने अगले ही दिन 4 फ रवरी को मुख्यमंत्री पोर्टल पर हमलोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। ये सीधे- सीधे दबाव बनाने की रणनीति है ताकि उसके खिलाफ विभाग कार्यवाही ना करे लेकिन ऐसा होगा नहीं। 27 फ रवरी को होमगार्ड अतुल को निलंबित कर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। तीन दिनों में उन्हें जवाब देना होगा। वैसे भी शासनादेश है कि सात वर्ष से अधिक सजा पाने का निष्कासन कर दिया जाये। प्रमुख सचिव को लिखे गये पत्र में होमगार्ड अतुल सिंह ने आरोप लगाया है कि होमगार्ड मुख्यालय पर होमगार्ड 0200 संदीप कुमार, 0312 राकेश कुमार, 1657 बृजेन्द्र वर्मा, 0286 राम सजीवन, 2799 बृजभान सिंह, 3191 राजकुमार, 2766 दिलीप कुमार, 2544 राजेश कुमार,3585 नीतू व 3382 राकेश सिंह फ र्जी ड्यूटी कर रहे हैं। इसी तरह, लखनऊ जनपद में होमगार्ड 1537 संजीत चौरसिया, 2223 राजकुमार, 0458 शिवकुमार, 1123 संदीप कुमार, 2983 राजाराम, 2629 आयुष त्रिवेदी, 4156 उमेश कुमार,3831 गिरिजा शंकर तिवारी व 2052 नीरज कुमार ड्यूटी नहीं कर रहें लेकिन फ र्जी तरीके से ड्यूटी दिखाकर पैसा निकाला जा रहा है।