आठ लाख से अधिक युवाओं को सरकारी सेवाओं में नियुक्तियां

सीएम योगी ने शिक्षकों से अपील की कि वे बदलते समय की जरूरतों के अनुसार युवाओं को तैयार करें। यदि आज की आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षा नहीं देंगे, तो भविष्य की पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। हमें स्कूलों से विकसित भारत की आधारशिला रखनी होगी। शिक्षा में नवाचार, तकनीक और रोचक शिक्षण पद्धति अपनानी होगी ताकि छात्रों को उज्ज्वल भविष्य मिल सके।
उन्होंने चयन प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि आज किसी सिफारिश की जरूरत नहीं पड़ी। इसी तरह से शिक्षकों को भी अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदार रहना होगा, क्योंकि 2017 से पहले माध्यमिक शिक्षा नकल के लिए बदनाम थी, लेकिन अब उसमें आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। आपरेशन कायाकल्प, प्रोजेक्ट अलंकार जैसी योजनाओं ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है। शिक्षकों से उन्होंने यह भी कहा कि वह कक्षा में बच्चों को छोटे- छोटे उदाहरण देकर समझाएं, जिससे पाठ्यक्रम उबाऊ न होने पाए।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि वह अपने वाणी, व्यवहार से बच्चों पर सकारात्मक दिशा दिखाएं। माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने भी शिक्षकों को समय से विद्यालय जाने और 35 मिनट की कक्षा में पूरी तन्मयता से अध्यापन करने पर जोर दिया।
साथ ही माध्यमिक शिक्षा की उपलब्धियों पर चर्चा की। कार्यक्रम में कार्यवाहक मुख्य सचिव अनिल कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त और माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार, स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेंद्र देव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।












