साँईधाम ट्रस्ट दे रहा सुविधा, कर रहा निःशुल्क हवन-पूजन

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 जिसने लिया साँई का नाम, उसके बने बिगड़े काम
लखनऊ। साँईधाम मंदिर फाउंडेशन ट्रस्ट जो विभूति खंड, गोमतीनगर में होटल हयात के ठीक सामने स्थित है, उसके मंदिर प्रांगण में आम जनता की सुविधा के लिए हवन-पूजन आयोजित किया जा रहा है, संस्था के संस्थापक अमित शर्मा वर्ष 2015 जनवरी माह से अपने साँईधाम मन्दिर में उन लोगों के नाम से हवन करते आ रहें हैं जो साँईभक्त तो हैं, परंतु समय के अभाव व अपने कार्यक्षेत्र में व्यस्तता के कारण धर्म-करम का कार्य करने में असमर्थ है। अमित उनके परिवार की सुखशांति व निरोगता हेतु मंदिर में हवन करते हैं और व्हाट्सएप मैसेज के जरिये उन्हें साँईनाथ महाराज जी का आशीर्वाद भेजते हैं।
अमित ने बातचीत में प्रेस से अपने विचार साझा करे कि कैसे हवन-पूजन कर के लखनऊ हाइकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कमलाकांत सिंह हस्पताल से डिस्चार्ज होकर वापिस अपने परिवार के साथ जीवन व्यतीत कर रहें हैं।
मंदिर में साँईनाथ महाराज के समक्ष माथा टेककर व हवन-श्रंखला पूर्ण करके शशांक व उनकी धर्मपत्नी शालिनी ने अमरीका का वीजा प्राप्त करा, ज्योति व उनके पति राकेश साँईनाथ की अनुकम्पा के चलते अपना जीवन खुशहाली से काट पा रहे हैं। अमित बताते हैं कि साँईनाथ महाराज जी हरएक व्यक्ति की सुनते है जो उसे दिल से पुकारता है, भागदौड़ वाली इस जिंदगी में अमित तमाम उन लोगों की हाज़री साँई के चरणों मे लगा रहे हैं जिन्हें वे जानते हैं और जो समाज के उत्थान के लिए प्रयासरत्त हैं।
शहर के गणमान्यजन अमित के कार्यों को सरहातें भी हैं और मंदिर में पूरा सहयोग भी देते हैं, प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी हवन हेतु गाय के कंडे व हवन सामग्री दान करती हैं तो मलीहाबाद विधायिका जयदेवी कौशल बाबा के लिए फल व पुष्प, अभिषेक प्रकाश भी मंदिर प्रांगण में पढ़ने वाले बच्चों के लिए समय-समय पर खाद्यसामग्री उपलब्ध कराते हैं, डॉ.बिपिन मिश्र धूप अगरबत्ती व देसी घी, कैबिनेट मंत्री कौशल किशोर के घर से आम की लकड़ी व बतासे आ जाते हैं, ब्रजेश पाठक जी के घर से नारियल गोला व कपूर उनकी धर्मपत्नी नम्रता बिना नागा भेज देती हैं।
15 जून को ऐश्वर्या ने भी बाबा के चरणों मे अपनी मनोकामना एक पत्र में लिखकर रखी, इससे पूर्व ऐश्वर्या के पिता संजय सेठी व उनकी धर्मपत्नी ने हवन पूजन किया।ज्योति व ऐश्वर्या ने बाबा को प्रसाद खिलाकर भंडारा आयोजित किया व छोटे-छोटे बच्चों को गरमागरम राजमा चावल व बिस्कुट खिलाकर उनसेआशीर्वाद लेकर मंदिर प्रांगण से विदा ली।

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