संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान के स्थापना दिवस पर 156 महिला वार्डर को मिला ज्ञान पुलिस
संवाददाता
लखनऊ। पुलिस महानिदेशक,कारागार एस.एन.साबत ने आज 45 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त करने आयीं 156 महिला वार्डर के नये बैच को सम्बोधित करते हुये कहा कि जरुरी है कि जीवन में सभी काम को प्राथमिकता के आधार पर महत्व दिया जाये। जेल मैनुअल की पूरी जानकारी रखने से काम करने में आसानी होती है और तनाव,प्रबंधन एवं तकनीकी की बारीकियों को भी जानना होगा। जीवन के मूल मंत्र पर उन्होंने कहा कि कामयाबी के तीन मूल मंत्र हैं,डिटरमिनेशन,डिसिप्लीन व डेडीकेशन… जिसने इसे अपना लिया उसे आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता।
इस दौरान अपर महानिरीक्षक कारागार ए.के. सिंह द्वारा पौधा भेंट कर एस.एन. साबत का स्वागत किया गया। साथ ही 45 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त करने आयीं 156 महिला जेल वार्डरों के नये बैच का मार्गदर्शन करते हुये प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रवक्ता डॉ. अंजुला मिश्रा द्वारा प्रशिक्षण की पूरी जानकारी दी गयी और साथ ही प्रशिक्षण में पढ़ाये जाने वाले विषय समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, उ. प्र. जेल मैनुअल, मानव अधिकार,प्राथमिक चिकित्सा एवं आउटडोर कोर्स जैसे पी.टी., मिलिट्री ड्रिल, जूडो, अनआर्मड कॉम्बैट के बारे में बताया गया। पुलिस महानिदेशक, कारागार ने प्रशिक्षु महिला जेल वॉर्डरो को संबोधित करते हुये ट्रेनिंग के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जरूरी है की जीवन में कार्य को प्राथमिकता देते हुये वर्क लाइफ बैलेंस बनाये। इस अवसर पर उप-महानिरीक्षक कारागार मुख्यालय ए .के. सिंह, पुलिस वरिष्ठ अधीक्षक शिवहरी मीणा, पुलिस अधीक्षक एस. सी. शाक्य, जेल अधीक्षक बिजेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।