करुण अंसल ने अंसल आंगन योजना के सैंकड़ों आवंटियों को दी ‘आजादी सी खुशी’,समिति के ‘दलालों’ की ‘दुकान बंद’

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अंसल आंगन योजना के हजारों आवंटियों के मसीहा बनें करुण अंसल

आयोग में करुण अंसल ने जस्टिस बालकृष्ण के सामने उठाया सवाल

1-  अंसल आंगन आशियाना समिति के पदाधिकारी क्यों लगा रहें रजिस्ट्री पर रोक?

2- समिति के अध्यक्ष बब्लू श्रीवास्तव खुद रह रहा अंसल आंगन में,फिर क्यों नहीं चाहता अन्य आवंटी रहें ?

3- करुण अंसल ने लगभग डेढ़ सौ आवंटियों का शिकायती पत्र जस्टिस बालकृष्ण का सौंपा

4- करुण अंसल ने बालकृष्ण से पूछा आयोग ने क्यों रोक रखा है आवंटियों की रजिस्ट्री ?

जस्टिस बालकृष्ण चौंके,कहा-आयोग ने रजिस्ट्री पर नहीं लगायी रोक,एलडीए जेई को लगायी फटकार

अंसल आंगन आशियाना समिति के अध्यक्ष बब्लू श्रीवास्तव ,महासचिव अश्विनी शुक्ला की दलाली की खुली पोल

आयोग के बाहर खड़े सैंकड़ों आवंटियों ने बब्लू श्रीवास्तव दलाल है का लगाया नारा,खु्रशी से झूम रहे हैं आवंटी

   संजय पुरबिया

लखनऊ। आशियाना स्थित अंसल आंगन योजना में रहने वाले सैंकड़ों आवंटियों के लिये 23 अगस्त किसी ‘आजादी‘ से कम नहीं रहा। आयोग में ‘तारीख‘ लगी थी और अंसल के प्रोजेक्ट हेड करुण अंसल खुद दिल्ली से चलकर लखनऊ आये थे,वहीं सैंकड़ों की संख्या में आवंटी आयोग के बाहर डटे हुये थे। फैसला ‘रुकी हुयी रजिस्ट्री‘ को ‘बहाल’ कराने को लेकर था, क्योंकि इसी कॉलोनी में रहने वाले आवंटी कम दलालों ने आयोग में केस दायर किया था कि रजिस्ट्री ना हो। चौंकाने वाली बात यह है कि समिति के दलाल खुद कॉलोनी में ‘तीन मंजिला’ मकान बनाकर रहते हैं और नहीं चाहते कि जिनके नाम से मकान आवंटित है,आवंटी अपना मकान बनाकर रहें…। इसी मुददे पर जब जस्टिस बालकृष्ण के कक्ष में अंसल के प्रोजेक्ट हेड करुण अंसल ने रजिस्ट्री की आस में इंतजार कर रहे लगभग डेढ़ सौ आवंटियों का शिकायती पत्र रखा तो वे चौंक गये…। सवाल उठाया कि चर्चा है कि आयोग ने रजिस्ट्री पर रोक लगा रखा है? जस्टिस बालकृष्ण ने कहा कि सवाल ही नहीं उठता,आयोग भला क्यों रोक लगायेगा। करुण अंसल ने समिति के अध्यक्ष बब्लू श्रीवास्तव की सच्चाई सामने रखते हुये कहा कि सर,एक आदमी की वजह से सैंकड़ों आवंटियों की रजिस्ट्री पर रोक लगाना क्या उचित है? जबकि केस दर्ज करने वाले अध्यक्ष वहीं पर अपना मकान बनाकर रह रहे हैं,क्या बाकी आवंटियों को अपना घर बनाने का अधिकार नही है? इस पर जस्टिस बालकृष्ण ने मौके पर मौजूद एलडीए जेई श्री गोयल को जमकर फटकार लगायी और निर्देश दिया कि तत्काल रजिस्ट्री पर लगी रोक हटायी जाये। वहां मौजूद समिति का दलाल अघ्यक्ष बब्लू श्रीवास्तव को भी जमकर फटकारा। करुण अंसल एलडीए के उपाध्यक्ष से मिलें और उन्हें सारी बात बतायी तो सभी तैयार हो गये हैं और इसी हफ्ते रजिस्ट्री खोलने का लिखित आदेश अंसल के पास आ जायेगा और फिर सभी आवंटी रजिस्ट्री कर अपने घर में रहने का सुख भोगेंगे। हास्यापद बात यह है कि जब समिति वाले दलाल बाहर निकले तो वहां खड़े आवंटियों ने मुर्दाबाद के नारे लगाये। कुल मिलाकर आवंटियों में खुशी की लहर है और सभी करुण अंसल को लख-लख बधाई दे रहे हैं क्योंकि अब ये कालोनी बिजली,सड़क,सीवर के बाद कालोनीवासियों के आने के बाद शीघ्र गुलजार हो जायेगा।

बता दें कि अंसल आंगन योजना कालोनी में लगभग 11 वर्ष से यहां रहने वाले मुट्ठी भर रहने वाले आवंटियों ने कालोनी के विकास के नाम पर अंसल आंगन आशियाना विकास समिति बना लिया था। शुरू में समिति ठीक चली लेकिन उसके बाद समिति के महासचिव डॉ. अश्विनी शुक्ला और बब्लू श्रीवास्तव ने आवंटियों से बिजली कनेक्शन दिलाने के नाम पर दलाली का खेल शुरू कर दिया।कालोनीवालों ने बताया कि समिति के लेटर पैड पर लिखा-पढ़ी का सारा काम अश्विनी करता है और फ्रंट पर अध्यक्ष बब्लू श्रीवास्तव को रखता है। दोनों के मुंह… का स्वाद इस कदर चढ़ गया कि बिजली कनेक्शन दिलाने के नाम पर 17 हजार से लेकर 30 हजार रुपये तक की दलाली खाने लगे। मेरे से भी अश्विनी शुक्ला ने 17 हजार रुपये यह कहते हुये मांगा था कि बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों को देना है। हालांकि बिजली विभाग के जेई तक चवन्नी भी नहीं पहुंचा। खैर,’द संडे व्यूज़’ ने बिजली लाने के लिये लंबी लड़ाई लड़ी और आखिरकार कालोनी में बिजली आयी और अब सभी आवंटियों को सरकारी दर से बिजली कनेक्शन मिल रहा है। अश्विनी और बब्लू की बिजली की दलाली पूरी तरह से बंद हो गयी तो दोनों रजिस्ट्री रुकवाने में जुट गये। दोनों सोच रहे थे कि दबाव बनाकर अंसल से लाखों रुपये ऐंठ ले लेकिन इस बार कामयाब नहीं हो पाये।

‘द संडे व्यूज’ का सवाल है कि आखिर समिति क्यों बनायी जाती है ? कॉलोनी के विकास मसलन,बिजली,पानी,सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं लाने के लिये। यदि संबंधित सोसाइटी विकास कार्य नहीं करा रही है तो उसके खिलाफ कोर्ट या आयोग में जाना चाहिये,लेकिन जब काम हो रहा है तेा विरोध उत्पन्न करने का मतलब आपकी नियत सही नहीं है,जो अंसल आंगन आशियाना समिति कर रही है‘द संडे व्यूज’ जब तक अंसल विकास नहीं कर रहा था,उनके खिलाफ था लेकिन जब सारे काम होने लगा तो हमलोग उनके साथ हैं। मैं खुद आवंटी हूं,मेरे घर के सामने सड़क नाली,पानी,बिजली व सीवर जैसी सभी सुविधायें मिल रही है तो मैं क्यों नहीं चाहूंगा कि रजिस्ट्री खुले। जब रजिस्ट्री खुलेगी तभी तो लोग अपना मकान बनायेंगे…। जब सारे मकान बन जायेंगे तो खुद-ब-खुद कालोनी खुबसूरत दिखने लगेगी।

इस बाबत अंसल के जीएम अजीत झा ने बताया कि अंसल के प्रोजेक्ट हेड करुण अंसल ने आयोग में डेढ़ सौ आवंटियों के दर्द को जस्टिस बालकृष्ण के सामने बयां किया,जिसे सुन वे खुद चौंक गये और तत्काल रजिस्ट्री खोलने का आदेश जारी कर दिया। उसके बाद एलडीए वीसी से मिले और समिति की कार्यशैली के बारे में बताने के साथ ही कहा कि मैं सरकार के विकास कार्य की नीति पर चल रहा हूं लेकिन एक आदमी की वजह से हर काम में रोड़ा डाला जा रहा है जिसकी वजह से पैसा खर्च करने के बाद भी आवंटी भटक रहे हैं। इस पर एलडीए ने भी आदेश जारी कर दिया है,संभवत: इसी हफ्ते पत्र मिल जायेगा उसके बाद रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरु कर दी जायेगी।

करुण अंसल ने सैंकड़ों आवंटियों को खुशियों की सौगात दे दी है। वहीं आवंटियों ने बताया कि करुण अंसल ने हमलोगों की उम्मीदों को पंख लगाने का काम किया है। अंसल आंगन में हमारा मकान होने क बाद भी हमलोग किराये के मकान में रहने को मजबूर हैं और सारा किया-कराया समिति के दलाल अश्विनी शुक्ला और बब्लू श्रीवास्तव की वजह से है। दोनों का मोहल्ले से खदेडऩा है। इस दौरान वहां पर अंसल के लीगल एडवाईजर मेहसर नियाजी मौजूद थे

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