भाग 1- पति-पत्नी का विवाद खत्म,’भ्रष्टाचार’ मामले में ज्योति मौर्या-कमांडेेंट मनीष दूबे पर कब होगी ‘कार्रवाई’?

0
190

 

 संजय पुरबिया

लखनऊ। बहुचर्चित केस जिसने योगी सरकार की जमकर ‘फजीहत‘ कराने के साथ ही सैंकड़ों परिवार में ‘अविश्वास’ और ‘नफरत‘ पैदा कराने का काम किया। ऐसी घटना जिसने ये साबित कर दिया कि यदि पति-पत्नी के बीच तीसरे की इंट्री होती है तो एक खुशहाल परिवार किस तरह से तबाही की कगार तक पहुंच जाता हैबात एसडीएम ज्योति मौर्या और कमंाडेेंट मनीष दूबे के बीच पनपे अवैध संबंधों की कर रहे हैं। जिसे पति आलोक मौर्या ने ‘द संडे व्यूज़’ को सबसे पहले बताया था। देश भर में 37 लाख 80 हजार लोगों ने इस खबर को देखा और सराहा…। महीनों मामला खिंचता रहा, होमगार्ड विभाग ने जांच बिठायी और शासन को रिपोर्ट सौंपी, शासन स्तर से भी जांच हुयी और अचानक एक ‘नाटकीय मोड़’ आया…। जिस पति आलोक मौर्या ने देश भर में अपनी पत्नी ज्योति मौर्या और मनीष दूबे के अवैध संबंधों की कहानी का बयान किया, उसी ने मंडलायुक्त, प्रयागराज के सामने बयान दिया कि अपनी पत्नी ज्योति मौर्या पर जो आरोप लगाया है,उसे वापस ले रहा है…। इस बयान के बाद लोगों ने तमाम तरह के कयास लगने लगे… लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आखिर अपनी पत्नी की ‘इज्जत तार-तार’ करने के बाद आलोक मौर्या ने पलटी क्यों मारी ? आखिर उस पर किस तरह का और किसने ‘दबाव’ डाला कि वो अपने सारे बयानों से मुकर गया ? बात जो भी पति-पत्नी के रिश्ते ठीक हो जाये और ‘द संडे व्यूज़’ भी चाहता है कि आलोक का जो पहले वाला ‘सुखी परिवार’ था एक बार फिर से बस जाये… लेकिन ये ‘असंभव’ दिखता है…। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या एसडीएम ज्योति मौर्या और होमगार्ड विभाग के कमांडेंट मनीष दूबे ने जो भ्रष्टाचार किया है,उस पर शासन के अलंबरदार नौकरशाह कुछ करेंगे या भ्रष्ट अफसरों के भ्रष्टाचार की कहानी को दफन कर देंगे ? क्या एसडीएम ज्योति मौर्या के उस काली कमाई पर भी जांच नहीं होगी,जिसे उसने अपनी हैंडराईटिंग में लिखा है ? कहां-कहां से उसने किन लोगों से कितनी वसूली की ? क्या मनीष दूबे के उस प्रकरण की जांच नहीं होगी जो उसने जिसमें अमरोहा की महिला होमगार्ड संकेत कुमारी के साथ किया था ? महिला होमगार्ड संकेत कुमारी को दूबे जी तैनाती के दौरान हर संभव प्रयास किया था कि वो उसकी शर्तों को मान ले वर्ना…। संकेत को मनीष दूबे अकेले में मिलने के लिये बुलाता था। जब उसने मना कर दिया तो सस्पेंड कर दिया और बहाल नहीं कर रहा था। इस पर संकेत कुमारी लखनऊ आकर डीजी विजय कुमार (मौजूदा समय यूपी के डीजीपी हैं)से शिकायत की,तब जाकर उसकी बहाली हुयी। 

चलिये मान लेते हैं कि मनीष दूबे और ज्योति मौर्या के बीच अवैध नाम का कोई रिश्ता नहीं था…। थोड़ी देर के लिये ही मान रहा हूं…। तो क्या ज्योति मौर्या ने सरकारी पद पर रहते हुये करोड़ों की अकूत संपत्ति अर्जित की हैं, वसूली की हैं, इस पर तो शासन को तत्काल कार्रवाई करना चाहिये ? क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ही फरमान है ‘जीरो टॉलरेंस’…। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि कमांडेंट मनीष दूबे के खिलाफ एक नहीं कई महिलाओं ने शिकायत की लेकिन कार्रवाई सिफर रहा। ‘झांसी’ हो या फिर मनीष दूबे की पत्नी या फिर अमरोहा की महिला संकेत कुमारी,सभी के साथ उसने जबरदस्ती करने की कोशिश की,जिसने बात मानी…वो नौकरी पर आये या ना आये वेतन बनता रहा और जिसने विरोध किया उसे ट्रांसफर से लेकर नौकरी से निकालने तक की धमकी देकर अपना काम करता रहा।

ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या के उस बयान से हंगामा खड़ा कर दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरी पत्नी ज्योति मौर्या का होमगार्ड विभाग के कमांडेंट मनीष दूबे से अवैध संबंध है। मैंने दोनों को अपने सरकारी आवास (ज्योति मौर्या के नाम से धूमनगंज,प्रयागराज में है) पर दोनों को बिस्तर पर रंगे हाथ पकड़ा था। उसके बाद मनीष दूबे मेरी हत्या करने के लिये दौड़ाया था।द संडे व्यूज़’ में खबर प्रकाशित होने के बाद सरकार से लेकर विभागीय अधिकारी सकते में आ गये। मनीष दूबे ने ज्योति मौर्या के व्हाटसअप पर आलोक मौर्या को रास्ते से हटाने की बात लिखी गयी थी,जो साबित करता है कि दोनों मिलकर आलोक मौर्या की हत्या करना चाह रहे थे। इसका सबूत ‘द संडे व्यूज़’ से लेकर एसीएस,होमगार्ड अनिल कुमार, डीजी,होमगार्ड बी.के.मौर्या,मंडलायुक्त प्रयागराज के पास है

इसी तरह डीजी बी.के.मौर्या ने इस प्रकरण पर जांच प्रयागराज मंडल के डीआईजी,होमगार्ड संतोष सुचारी को जांच सौंपी। श्री सुचारी ने बयान के लिये मनीष दूबे,पत्नी तनु पराशर,महिला,होमगार्ड अमरोहा संकेत कुुमारी,आलोक मौर्या को बुलाया। संकेत कुमारी ने अपने बयान में बताया कि जब मनीष दूबे अमरोहा में कमांडेंट थे तो वो उसे घर पर बुलाते थे। उनकी नियत ठीक नहीं थी और मेरे मना करने के बाद उन्होंने नौकरी से निकालने सहित हर तरह का दबाव बनाया था। संकेत को मनीष दूबे अकेले में मिलने के लिये बुलाता था। जब उसने मना कर दिया तो सस्पेंड कर दिया और बहाल नहीं कर रहा था। इस पर संकेत कुमारी लखनऊ आकर डीजी विजय कुमार से शिकायत की,तब जाकर उसकी बहाली हुयी।  इसी तरह,मनीष दूबे की पत्नी,आलोक मौर्या,सभी लिखित रुप से डीआईजी को बयान दिये हैं। खैर,देखना है ज्योति मौर्या की अकूत संपत्ति और मनीष दूबे द्वारा महिला होमगार्ड के साथ किये गये कृत्य की जांच शासन करती है या नहीं…।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here