ब्यूरो
लखनऊ । इलाज में लापरवाही के कारण मरीज की हुई मौत के मामले में अमेठी के संजय गांधी अस्पताल का पंजीकरण रद किए जाने को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सही ठहराया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा सिर्फ एक आरोप पर राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे अस्पताल का पंजीकरण रद किए जाने पर उठाए गए सवाल का उन्होंने जवाब दिया।
पाठक ने कहा कि अस्पताल की लापरवाही से ही एक जवान बेटी की मौत हुई है। मामले की स्थानीय स्तर पर कमेटी का गठन कर जांच कराई गई और जांच रिपोर्ट में लापरवाही की पुष्टि होने पर ही कार्रवाई की गई है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में अभियान चलाकर ऐसे लापरवाह अस्पताल जो जानबूझकर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
बीते दिनों कई अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है और इसी कड़ी में संजय गांधी अस्पताल का पंजीकरण रद किया गया है। बीते दिनों मुसाफिरखाना के राम शाहपुर गांव निवासी अनुज शुक्ला की पत्नी दिव्या को पित्त की थैली में पथरी थी। परिवारीजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में आपरेशन के लिए भर्ती किया गया और यहां उसे एनेस्थीसिया की ओवर डोज दे दी गई, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
बीते बुधवार को इस अस्पताल का पंजीकरण रद होने के विरोध में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कार्रवाई निरस्त करने की मांग की थी। उनका कहना है कि यह अस्पताल काफी सस्ता उपचार कर रहा है और इसके बंद होने से अमेठी ही नहीं आसपास के जिलों के लोगों को भी कठिनाई हो रही है।