क्रिकेट के भगवान ने दी बधाई तो भावुक हुए विराट कोहली

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नई दिल्ली। क्रिकेट के भगवान और अपने गुरू सचिन तेंदुलकर के नक्शेकदम पर चलने वाले शिष्य विराट कोहली ने उनके विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली हैं। कहते है ना कि शिष्य कितनी भी कामयाबी हासिल कर लें, लेकिन गुरू हमेशा गुरू ही रहता है। कुछ ऐसा ही किंग कोहली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ प्लेयर ऑफ द मैच जीतने के बाद कह डाला।

बता दें कि आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 का 37वां मैच भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया, जिसमें भारत ने 243 रन से जीत दर्ज की। इस मैच में विराट कोहली का बल्ला जमकर गरजा। उन्होंने अपने बर्थडे पर 101 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें 10 चौके शामिल रहे। उन्होंने मैच में शतक जड़ते ही महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के 49वें वनडे शतकों के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। मैच के बाद विराट कोहली को तूफानी पारी खेलने का इनाम दिया गया। किंग कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच से नवाजा गया, जिस दौरान उन्होंने सचिन तेंदुलकर को लेकर दिल छू लेने वाली बात बोल दी।

दरअसल, टीम इंडिया के स्टार विराट कोहली  ने अपने जन्मदिन को बेहद ही यादगार बनाया। उन्होंने प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद सचिन तेंदुलकर को लेकर कहा,

”वह हमेशा मेरे लिए हीरो रहेंगे। उनके रिकॉर्ड की बराबरी करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात हैं। वह बल्लेबाजी में एक दम परफेक्ट रहे हैं। मैं उन्हें बचपन से ही टीवी पर देखता आया हूं और जहां से मैं आया हूं उसके बाद उनसे यह तारीफ पाना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं कभी भी उनके जैसा नहीं खेल पाऊंगा।”

बता दें कि विराट कोहली के शतक के बाद तुरंत सचिन तेंदुलकर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) में लिखा था,

”शानदार खेल दिखाया विराट। मुझे 49 से 50 साल होने में 365 दिन लगते है। उम्मीद करता हूं कि आप 49 से 50 जल्द से जल्द पहुंचे और अगले कुछ दिनों में मेरा रिकॉर्ड तोड़ें। बधाई हो।”

इस पर जब किंग कोहली से पूछा गया कि उन्हें कैसा लगा सचिन के संदेश के बाद तो किंग कोहली ने कहा कि यह संदेश काफी खास है। अभी के लिए यह सब बहुत ज्यादा है। विराट ने साथ ही कहा कि इस मैच को खास बनाने में फैंस का भी हाथ रहा। कोहली ने कहा,

”लोगों ने मेरे जन्मदिन को और भी खास बनाया। मुझे इसके कुछ और होने का एहसास हुआ। मैं रिकॉर्ड नहीं रन बनाना चाहता हूं। मैं क्रिकेट खेलने का आनंद लेता हूं जितना भी हो सकता हैं, मैं टीम के लिए फिर से योगदान देने में सक्षम हूं। मैं खुश हूं कि अब मैं दोबारा से वह कर पा रहा हूं जो इतने सालों से करता आ रहा था।”

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