होमगार्ड दिवस- कॉलर छोडिय़े सर… अगर मैने आपका कॉलर पकड़ लिया तो आपकी इज्जत…

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मुख्यालय पर राज करने वाले सुनील कुमार ने अपने जूनियर मनोज कुमार के गर्दन पर डाला हाथ

होमगार्ड दिवस के दिन मंडलीय कमंाडेंट सुनील कुमार ने अनुशासन की उड़ायी धज्जियां

आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पाण्डेय आक्रोश में,सुनील कुमार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये

 संजय पुरबिया

लखनऊ। 6 दिसंबर होमगार्ड विभाग के लिये ‘खूबसूरत त्यौहार‘ की तरह है। खूब धूमधाम से इस दिन रैतिक परेड कर अधिकारी और जवान गौरवान्वित महसूस करते हैंमहीनों की मेहनत,जवानों के कदम-ताल और बूटों की गूँज सुन वहां मौजूद दर्शक ठोंक कर तालियां बताते हैं ताकि जवानों का हौसला आसमां छूने लगेमुख्य अतिथि मंत्री धर्मवीर प्रजापति थे और वे जवानों का जलवा देख खासे प्रभावित होकर वहां से गये। मंत्री के जाते ही इस विभाग का एक  अधिकारी जिसने सारे किये कराये पर पानी फेर दिया। आफिसर्स मेस में जहां अपनी कामयाबी पर अधिकारी ‘वर्दी का कॉलर चौड़ा’ कर रहे थें वहीं एक 24 साल सीनियर आफिसर् ने अपने जूनियर का कॉलर पकड़कर उसके साथ गाली-गलौज किया…। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बीच-बचाव किया वर्ना आज वहां का माहौल दंगल वाला होता। शुक्र है उस जूनियर आफिसर का जिसने पलटकर अपने बदहवास सीनियर का कालर नहीं पकड़ा…। जूनियर ने कहा कालर छोडिय़े सर,अगर मैंने आपका कालर पकड़ लिया तो आपकी इज्जत दो कौड़ी की हो जायेगी…। चलिये अब बता ही देते हैं कि उस ‘मनबढ़’ सीनियर अफसर का नाम सुनील कुमार है और जूनियर अफसर मनोज कुमार हैं। मामला डीजी बी के मौर्या की जानकारी में है और संभवत: कल मनोज कुमार अपने सीनियर सुनील कुमार के खिलाफ डीजी को लिखित शिकायत करेंगे। दूसरी तरफ इस मामले को उ.प्र. होमगार्ड आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पाण्डेय ने गंभीरता से लिया है। देखना क्या होता है ?

6 दिसंबर को होमगार्ड विभाग अपना स्थापना दिवस मना रहा है। आज एक अनुशासित बल की स्थापना समाज मे कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिये की गयी थी। स्थापना दिवस की परेड बहुत ही भव्य तरीके से हुयी। इसी परेड में कई वरिष्ठ अधिकारी आये थे और विभाग के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति मुख्य अतिथि थे। परेड समाप्ति के बाद जब सभी चले गयेे तब लगभग तीन दर्जन अधिकारी डाईनिंग हाल में जलपान कर रहे थे। उसी समय क्लास वन अधिकारी सुनील कुमार ने ने एक क्लास टू अधिकारी मनोज कुमार के पास पीछे से जाकर उसकी गर्दन पकड़ ली और उसे अपने साथ ले जाने लगे। जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक वहंा अधिकारियों की भीड़ इकट्ठा हो गयी। जूनियर अधिकारी ने अपने से सीनियर सुनील कुमार से कहा कि आप मेरा कॉलर छोड़ दीजिए सर… अगर मैने भी आपकी कॉलर पकड़ लिया तो आपकी ज्यादा बेइज्जती हो जायेगी…। तभी वहां उपस्थित साथी अधिकारियों ने सीनियर अधिकारी को जूनियर अधिकारी से अलग कर दिया ।

इस मामले में जब अन्य अधिकारियों से बात की गयी तो पता चला कि सुनील कुमार को इस बार मुख्यालय परेड में कोई जिम्मेदारी नही दी गयी थी इस लिए वो फ्रस्टेडड हो गये हैं। कुछ दिन पहले ही सुनील कुमार की व्हाट्स ग्रुप में अपने सीनियर अधिकारी से तू- तड़ाक हो गयी थी जिसमे सुनील कुमार को एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पाण्डेय ने ने ग्रुप से निकाल दिया था । आप देखिए सुनील कुमार का व्हाट्स एप चैट।

 

अन्य अधिकारियों ने भी यही कहा कि सुनील कुमार फ्रस्टेडड हैं और इस समय विभाग से एकदम अलग थलग हैं। इसके पहले भी सुनील कुमार मंंत्री की बैठक जो इसी मीटिंग हॅाल में हुआ था जिसमें डी.जी. और आई .जी. के सामने अनुशासनहीनता करते हुये मंत्री जी से अनुशासनहीनता कर चुका है। सबका कहना है कि अच्छा हुआ मनोज कुमार ने अपना धैर्य बनाये रखा वरना अगर जूनियर किसी सीनियर की कॉलर पकड़ ले तो पूरे विभाग की कितनी बदनामी होती…।

इस बाबत उ.प्र. होमगार्ड आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पाण्डेय से बात हुई तो उनका कहना है कि सुनील कुमार ने बहुत गलत आचरण किया है। उनको अपने जूनियर की पीछे से जाकर गर्दन नही पकडऩी चहिये थी। अगर जूनियर से आप इस तरह व्यावहार करेंगे तो कोई जूनियर अपने सीनियर का सम्मान क्यों करेगा? जो भी हो,वर्दीधारी बल में अनुशासन बहुत जरूरी है ।

सुनील कुमार बद्दिमाग होते जा रहे हैं तभी वे अपने सीनियरों से भी गलत तरीके से बात करते रहते हैं। श्री पाण्डेय ने कहा कि सुनील कुमार के खिलाफ विभागीय सख्त कार्रवाई होनी चाहिये ताकि भविष्य में कोई सीनियर अपने जूनियर अफसर के साथ इस तरह की अभद्रता ना करे। यही हाल रहा तो होमगार्ड विभाग के जूनियर अफसर भी किसी भी सीनियर का कॅालर पकड़ लेंगे, तब सरकार क्या करेगी ?

इस गंभीर मसले पर सुनील कुमार के नंबर 9415092979 पर सवाल किया कि आज होमगार्ड मुख्यालय के आफिसर्स मेस में आपका मनोज कुमार से कोई बवाल हुआ था क्या ? कहना है कि मनोज कुमार ने आपत्तिजनक इशारा किया था,इस पर मैं उनके पास गया लेकिन वे झटका मारकर जाने लगे। इससे पहले भी कुछ अधिकारियों ने मेरे खिलाफ षडय़ंत्र रचा लेकिन मैंने कुछ नहीं किया। मामले को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जा रहा है।
वहीं मनोज कुमार का कहना है कि सुनील कुमार मेरे सीनियर हैं लेकिन सभी अफसरों के सामने उन्होंने पीछे से मेरी गर्दन कसके पकड़ कर और आगे चलने को कहने लगे। पहले तो मैंने सोचा की मेरे साथ कोई साथी होगा लेकिन मेरी गर्दन परउनके हाथ का दबाव बढऩे लगा,इस पर पलट कर देखा तो सुनील कुमार थे। मैंने जवाब दिया कि यदि मैंने आपका कालर पकड़ लिया तो दो कौड़ी की इज्जत रह जायेगी…।
खैर,होमगार्ड दिवस जिसे इस विभाग के लोग त्यौहार का नाम देते हैं, इसी दिन अनुशासन की धज्जियां उड़ाने वाले सीनियर को पहले इज्जत का पाठ पढ़ाने की जरुरत है वर्ना इसमें कोई संसय नहीं कि आने वाले समय में ये अपने से सीनियरों के कॉलर पर भी हाथ रख सकते हैं…। देखना है कि दो बार अपने सीनियरों से अभद्रता करने वाले सुनील कुमार के खिलाफ कुछ कार्यवाही होती है या उसको एक और मौका दिया जाता है एक और बड़ा कांड़ करने के लिये…

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