शासन ने मांगी गोपनीय रिपोर्ट लेकिन बड़े वाले साहेब गुर्राये-किसी ने दिया जवाब तो उसकी खैर नहीं ?
शेखर यादव
लखनऊ। सुर्खियों में रहने वाले होमगार्ड विभाग के मेरठ मंडल के कर्मचारी सहमे हैं। यदि वे शासन का आदेश नहीं मानते तो उनकी गर्दन नंपी और यदि मंडल के बड़े अधिकारी के आदेश का पालन नहीं करते तो नौकरी करना असंभव हो जायेगा क्योंकि इस विभाग में वही होता है जो बड़े अधिकारी चाहते है। मंत्री जी भी उतना ही करते हैं,जितना बड़ा वाला अधिकारी बोलता है। यूं कहिये कि मेरठ जिला कार्यालय के कर्मचारियों के दीवाली का बड़े वाले अधिकारी ने दीवाला निकाल दिया है लेकिन वो अपने शातिराना खेल में कामयाब नहीं हो पायेगा। इस बार जवाब शासन ने कर्रा जवाब मांगा है,जिसमें उनके मंत्री जी बोलेंगे तो उनके लिये दिक्कतें बढ़ सकती है।
शासन ने मेरठ के कमांडेंट से गोपनीय पत्र भेज किसी खास मसले पर जवाब मांगा। नाम न छापने की शर्त पर मेरठ के कर्मचारियों ने बताया कि हाल ही में कमंाडेंट साहेब चीन की यात्रा पर गये थे और शासन ने से पत्र आया जिसमें बड़े वाले की कार्यशैली से संबंधित कुछ गोपनीय जवाब मांगा गया था। हमलोग जवाब देने की तैयारी कर ही रहे थे कि बड़े वाले साहब ने धैांस दिखायी कि खबरदार किसी ने उक्त दस्तावेज शासन को भेजा। किसी ने जवाब भेजा तो ठीक नहीं होगा। अब कर्मचारियों की जान सांसत में है कि वे करे तो क्या करें। अब देखना है कि पलड़ा किसका भारी है शासन का या बड़े वाले काï? दीवाली बाद द संडे व्यूज़ करेगा खुलासा।